शहर कोतवाली क्षेत्र के शाहबुद्दीनपुर रोड निवासी फखरू हसन अपने घर के अंदर बनी दुकान में ही सर्राफ का कारोबार करता है। फखरू ने दुकान में ही सोने और चांदी के जेवरात ऑर्डर पर तैयार करने के लिए कारखाना भी बनाया हुआ है, जिसमें कई कारीगर काम भी करते हैं। रोजमर्रा की भांति सोमवार को भी फखरू हसन अपनी दुकान पर बैठा हुआ था और कारीगर भी जेवरात बनाने का कार्य करने में व्यस्त थे। इसी बीच पांच-छह बदमाश दुकान में घुसे और उन्होंने हथियारों के बल पर फखरू हसन तथा अन्य लोगों को बंधक बना लिया। इसके बाद लूटपाट करते हुए लाखों के सोने और चांदी के जेवरात लेकर फरार हो गये। कोतवाली नगर के प्रभारी अक्षय शर्मा ने बताया कि शाहबुद्दीनपुर रोड पर नूर ज्वैलर्स नाम से फखरू हसन की सर्राफा की दुकान तथा आभूषण बनाने की छोटी फैक्ट्री है।
सोमवार को समय लगभग प्रातः 10.30 बजे एक व्यक्ति बुर्का पहनकर के महिला ग्राहक बनकर आभूषण देखने के लिए उसकी दुकान में दाखिल हुआ तथा मौका देखकर बुर्कानशी ग्राहक ने अचानक ही फखरू हसन पर तमंचा निकाल लिया, इसी दौरान बुर्का पहने व्यक्ति के साथ 04-05 लोग भी दुकान में दाखिल हुए तथा दुकान में मौजूद लोगों को हथियारों के बल पर आतंकित करते हुए बंधक बना लिया था। यह सभी बदमाश दुकान व फैक्ट्री से लगभग 200 ग्राम सोने व चांदी के आभूषण को लूटने की घटना करने के बाद किसी भी व्यक्ति या दुकान मालिक को चोट पहुंचाये बिना वहां से चले गये। घटना की सूचना प्राप्त होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह मय पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचे तथा घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए दुकान में मौजूद सभी लोगों और दुकान मालिक से वार्ता की। उन्होंने बदमाशों की संख्या और आने का समय तथा अंदाज सभी को पूछा। एसएसपी ने बताया कि घटना चुनौतीपूर्ण है। बदमाशों ने पहले एक व्यक्ति को बुर्का पहनाकर ग्राहक बनाकर भेजा और फिर घटना को अंजाम दिया गया। घटना के शीघ्र व सफल अनावरण हेतु एसओजी टीम के साथ तीन थानों की टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया जायेगा। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगालते हुए बदमाशों की सुरागरसी का प्रयास भी शुरू कर दिया है।
मालिक को बाथरूम और घर की महिलाओं कमरे में किया बंद
शाहबुद्दीनपुर रोड पर पीर वाली मस्जिद के पास गली मे नूर ज्वैलर्स के यहां डाका डालने आये बदमाश बेहद शातिर थे। बुर्का पहने बदमाश पहले अकेले अंदर गया और जायजा लेने के बाद अपने साथियों को इशारा कर तमंचा निकालकर फखरूल हसन तथा उसके परिवार के लोगों को अपने निशाने पर कर लिया। फखरूल के बेटों आकिब हसन और नवाजिश हसन के साथ ही परिवार की महिलाओं को भी बंधक बना लिया गया। फखरूल को घर के बाथरूम में बंद कर दिया तो वहीं महिलाओं को कमरे में बंद कर तमंचा दिखाते हुए खामोश रहने की हिदायत दी। इसके बाद अलमारियों की चाबियां लेकर सोने और चांदी के जेवरातों के डिब्बों को खाली कर जेवरातों की पोटली बनाई और करीब 20-25 लाख रुपये के जेवरात लेकर फरार हो गये।