उत्तर प्रदेश के हापुड़ में माता-पिता की मौत के बाद एक बच्ची अनाथ हो गई. रिश्ते में दादा लगने वाले शख्स ने उसके पालन-पोषण की जिम्मेदारी ली. लेकिन जिसे वो मासूम अपना पालनहार मान रही थी, उसी ने एक साल तक लड़की के साथ दुष्कर्म किया.
इससे वो प्रेग्नेंट हो गई. लड़की की प्रेग्नेंसी का उस वक्त पता चला जब उसके पेट में दर्द उठा. लड़की की ताई उसे अस्पताल लेकर गई. पता चला कि लड़की तो 7 महीने की प्रेग्नेंट है.
आरोपी दादा को तो पुलिस ने जेल भेज दिया है मगर मासूम के शरीर में हीमोग्लोबिन कम होने के चलते हालत गंभीर बताते हुए चिकित्सकों के पैनल ने गर्भपात से इनकार कर दिया है. बाल कल्याण समिति ने मामले की रिपोर्ट हाईकोर्ट को भेजी है. जानकारी के मुताबिक, 13 साल पहले यहां एक गांव में बेटी को जन्म देकर मां की मौत हो गई थी. मासूम का पालन पोषण उसका पिता कर रहा था. परंतु 2 साल पहले पिता की क्षय रोग से मौत हो गई. मां-बाप का साया छूटा तो बिटिया को पिता के फूफा यानि दादा ने अपने पास रख लिया. दादा-दादी के साथ बिटिया बचपन गुजार रही थी, परंतु इस दौरान दादी की मौत हो गई.
पेट दर्द से खुली दादा की पोल
पुलिस के अनुसार, लड़की के पेट में दर्द रहने लगा तो दादा बिटिया के ताऊ के घर उसको छोड़कर चला गया. बेटी को लेकर ताई डॉक्टर के पहुंची तो वह गर्भवती थ. इस पर ताई ने एक महीने पहले थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद बाल कल्याण समिति के पत्र पर चिकित्सकों के पैनल ने पीड़िता का चिकित्सीय परीक्षण किया. सात माह का गर्भ होने के कारण मामला बेहद गंभीर बताया गया है. बच्ची के शरीर में हीमोग्लोबीन की मात्रा भी काफी कम है.
हाईकोर्ट पहुंचा मामला
बाल कल्याण समिति के अनुसार विवेचक हाईकोर्ट में पहुंचा है. यहां से दिशा निर्देश मिलने के बाद बच्ची के गर्भ में पल रहे बच्चे को लेकर निर्णय लिया जाएगा. बच्ची की आर्थिक मदद के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को पत्र भेज दिया गया है. बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अभिषेक त्यागी ने बताया कि 13 साल की लड़की से रिश्ते का दादा साल भर से रेप कर रहा था, जिसमें पीड़िता ने बयान भी दिए हैं. लड़की की हालत गंभीर है. बहादुरगढ़ थाना प्रभारी अरविंद ने बताया कि 7 माह के गर्भ के विषय में अभी हाईकोर्ट ने कोई आदेश नहीं दिया है. दादा को जेल भेज दिया गया है. इसे भी जरूर पढ़ें –