भारत के इस राज्य में शादी से पहले पैदा करना होता है बच्चा, नहीं तो टूट जाता है संबंध, जानें क्या है अनोखी रस्म?

भारत अनेकों धर्मों का घर है। यहां कई धर्मों के लोग एक साथ मिल कर रहते हैं। सभी अपने-अपने नियमों का पालन कर अपना जीव न व्यतीत करते हैं। कोई मंदिर जाता है, कोई मस्जिद जाता है, कोई गुरूद्वारे जाता है, तो कोई चर्च। हर धर्म के नियम अलग-अलग होते हैं।

children before marriage

इसी तरह शादी के रीति-रिवाज भी कई तरह के होते हैं। विभिन्न धर्मों के लोगों की शादियां विभिन्न तौर-तरीकों से होती हैं। हालांकि, हमारे देश में कुछ जगहें ऐसी भी हैं, जहां शादी के कुछ अजीबो गरीब नियम हैं, जिनके बारे में हम आज के इस आर्टिकल में बात करने वाले हैं।

मेघालय

देश के इस राज्य में बहुपतित्व की प्रथा है। यानी कि एक महिला के एक से ज्यादा पति होना। महाभारत में द्रौपदी और उनके पांच पतियों के बारे में आपने पढ़ा या सुना होगा, ये लोग उसी प्रथा को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। खास कर टोडा जनजाति के लोगों में शादी का ये नियम है। इसके अलावा त्रावणकोर के नजनद वेल्लाला और दक्षिण भारत में कुछ नायर जाति भी बहुपतित्व का पालन करते हैं। हालांकि, पिछले कुछ सालों में इश प्रथा को बंद करने की मांग उठी है।

यहां होती है भाई-बहन की शादी

ये नियम काफी अजीब है, क्योंकि ऐसा काफी कम सुनने को मिलता है कि भाई ने अपनी बहन से ही शादी कर ली, लेकिन छत्तीसगढ़ में ऐसी शादियां होती है। हालांकि, इस नियम में मामा, भूआ, चाचा या मौसी के बच्चों की आपस में शादी होती है, ना कि सगे भाई बहनों की। छत्तिसगढ़ की धुरवा आदिवासी जाति में शादी का ये नियम है। और तो और अगर कोई शादी करने से मना करता है, तो उसे जुर्माना देना पड़ता है।

सभी भाइयों की एक ही पत्नी

ये प्रथा हिमाचल प्रदेश के किन्नौर की है, जहां एक से ज्यादा भाइयों की शादी एक ही लड़की से करायी जाती है। ये भी कुछ मेघालय के बहुपतित्व की तरह ही है। मान्यता है कि महाभारत काल में पांडव, द्रौपदी और माता कुंती कुछ समय के लिये यहां अज्ञातवास में रहे थे, जिस वजह से यहां भी ये नियम माना जाता है।

मामा भांजी की शादी

दक्षिण भारत के कुछ इलाकों में मामा और भांजी की शादी करवाई जाती है। यहां के लोगों का कहना है कि बहन मायके में अपना हक ना मांगें, इस वजह से मामा-भांजी की शादी करवायी जाती है।

शादी से पहले बच्चा पैदा करने की प्रथा

ये अजीबो गरीब प्रथा राजस्थान के सिरोही और पाली में चालू है, जहां शादी से पहले ही लड़की को बच्चे को जन्म देना होता है। गरासिया जनजाति को लोग ये प्रथा निभाते हैं। जिन दो लोगों की शादी तय होती है, उन्हें शादी से पहले शारीरित संबंध बनाते हैं। अगर बच्चा हो गया, तो दोनों की शादी करवा दी जाती है और अगर बच्चा नहीं होता तो नहीं करवायी जाती।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *