Buffalo Milk Fact: दूध एक लाभकारी डेयरी प्रोडक्ट है जिसे पीने से शरीर को महत्वपूर्ण न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं। इंसान आमतौर पर गाय या भैंस का दूध ही पीते हैं। दोनों जानवरों के दूध के अपने लाभ होते हैं। मगर भैंस के दूध को लेकर कुछ नुकसान भी गिनाए जाते हैं। कुछ लोगों को इसका दूध पीने से रोका जाता है। जबकि भैंस के दूध में गाय के मुकाबले ज्यादा प्रोटीन और गुड फैट्स होते हैं। यह दूध अधिक गाढ़ा भी होता है।
भैंस का दूध पियोगे तो अक्ल होगी मोटी
हां, भैंस के दूध में फास्फोरस, कैल्शियम, प्रोटीन और गुड फैट्स की मात्रा ज्यादा होती है। भैंस का दूध बच्चों को पिलाने से दिमाग दुगनी तेजी से विकास करता है। भैंस के दूध को पीने से उन्हें संपूर्ण पोषण मिलता है। माता-पिता को बस इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि भैंस का दूध बच्चों को इस हिसाब से पिलाएं कि ये उनके पाचन को न बिगाड़ सके। इस हिसाब से भैंस का दूध अक्ल के लिए फायदेमंद साबित होता है।
अक्ल बड़ी या भैंस
इस सवाल का जवाब थोड़ा ट्रिकी हो सकता है, भैंस बड़ी या अकल। इस तर्क को लेकर इंसान अपने दिमाग के अनुसार जवाब ढूंढ़ सकता है। भैंस का दूध इंसान की अकल को बड़ा बनाने के लिए उन्हें जरूरी पोषक तत्व मुहैया करता है। अकल का इस्तेमाल करना इंसान के अपने हाथों में है। लेकिन यह कहना कि भैंस के दूध से अकल मोटी होती है, पूरी तरह एक गलत धारणा है।
क्यों यह दूध पीने से रोका जाता है?
वैसे तो भैंस के दूध में नुकसान है, ऐसी कोई पुष्टि नहीं है। मगर कुछ लोगों को यह दूध नुकसान पहुंचा सकता है, क्योंकि भैंस का दूध अत्यधिक मोटा होता है। इसलिए इस दूध को पचा पाना सबके बस की बात नहीं है। कुछ लोगों को इस दूध से एलर्जी भी होती है; ऐसे में भैंस का दूध उनकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। भैंस के दूध में गाय के मुकाबले ज्यादा प्रोटीन होता है, जबकि गाय के दूध में पानी की मात्रा ज्यादा होती है। भैंस के दूध में ज्यादा फैट होता है, इसलिए मोटापे से परेशान लोगों को इस दूध को पीने से बचना चाहिए।
बवासीर में फायदेमंद
बवासीर एक पेट और पाचन से जुड़ी बीमारी है। यह बीमारी हमारे खराब लाइफस्टाइल और खानपान से होती है। कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि भैंस का दूध पीने से बवासीर में राहत मिल सकती है। लेकिन इस पर अबतक कोई रिसर्च या ठोस रिपोर्ट नहीं मिली है।
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कैसे ठीक होगा बवासीर?
- भैंस के दूध में मौजूद फैट और कैलोरी से बवासीर के मरीजों को मल त्याग करने में समस्या नहीं आएगी।
- भैंस के दूध में अधिक मात्रा में प्रोटीन भी होता है, प्रोटीन घावों को जल्दी भरता है। इससे बवासीर में बने घावों भी जल्दी ठीक हो सकते हैं।