Crime News: देश की राजधानी दिल्ली में उत्तर प्रदेश निवासी एक महिला के साथ एक ऐसी घटना घटी है, जिसे सुन हर कोई हैरान है. बता दें कि सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी कर यह महिला पूर्वी दिल्ली के शकरपुर इलाके में किराए के मकान में रह रही थी. आरोप है मकान मालिक के बेटे ने एक ऐसी करतूत की जो बेहद घिनौनी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, वह पिछले कुछ महीनों से इस मकान में अकेले रह रही थी. जब भी वह शहर से बाहर जाती, वह मकान मालिक के बेटे करण को घर की चाबियां सौंप देती थी. पुलिस ने बताया कि आरोपी करण ने इसी का फायदा उठाते हुए उसके कमरे और बाथरूम में गुप्त कैमरे लगा दिए थे. अब पुलिस ने 30 वर्षीय करण को गिरफ्तार कर लिया है.
मामले की जानकारी कैसे लगी?
पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि यह मामला तब सामने आया है जब महिला को अपने वॉट्सऐप में कुछ असामान्य गतिविधि नजर आई. उन्होंने कहा, “अपने लिंक्ड (जुड़े हुए) उपकरणों की जांच करने की सलाह मिलने के बाद उसने पाया कि उसका वॉट्सऐप एकाउंट किसी एक अज्ञात लैपटॉप पर ‘लॉगइन’ है और फिर उसने तुरंत वहां से लॉगआउट किया.’’
बाथरूम के बल्बहोल्डर में था कैमरा
IPS अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि महिला को और संदेह हुआ और वह गुप्त कैमरे या निगरानी उपकरण तलाशने लगी, तब उसने अपने बाथरूम में एक ‘बल्बहोल्डर’ पाया. गुप्ता के अनुसार उसके बाद महिला ने सोमवार को पीसीआर कॉल की, तब पुलिस दल ने वहां पहुंचकर तलाश की और उसे उसके बेडरूम में ‘बल्बहोल्डर’ में एक अन्य कैमरा मिला.
करण ने यूं उठाया मौके का फायदा
पुलिस उपायुक्त के मुताबिक, महिला ने पुलिस को बताया कि जब वह शहर से बाहर जाती थी, तब वह मकान की चाबियां करण को दे देती थी जो उसी मकान के अन्य तल पर रहता है. गुप्ता का कहना है कि पूछताछ के दौरान करण ने माना कि तीन महीने पहले जब यह महिला उत्तरप्रदेश में अपने गृहनगर गई तब उसने उसे चाबी दी, इसी का फायदा उठाते हुए उसने इलेक्ट्रोनिक बाजार से तीन गुप्त कैमरे खरीदकर उसके बेडरूम और बाथरूम में लगवा दिए.
IPS अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि चूंकि इन कैमरों को ऑनलाइन संचालित नहीं किया जा सकता था और वीडियो को संग्रहीत करने के लिए मेमोरी कार्ड का उपयोग होता था, इसलिए करण बिजली के उपकरणों और पंखों की मरम्मत के बहाने महिला से लगातार उसके घर की चाबियां मांग लेता था. दरअसल वह मेमोरी कार्ड से रिकॉर्ड किए गए वीडियो को अपने लैपटॉप में लेना चाहता था.
कौन है आरोपी करण?
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान करण के पास से तीसरा कैमरा, दो लैपटॉप मिले जिनका इस्तेमाल रिकॉर्डेड वीडियो को संग्रहित करने के लिए किया जाता था. पुलिस ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 77 (यौनिक उत्तेजना वाली सामग्री देखना) के तहत मामला दर्ज कर करण को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस के मुताबिक करण स्नातक है और वह भी पिछले सात सालों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है. पुलिस के अनुसार वह दिव्यांग है. पुलिस के अनुसार उसकी कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं है.