शामली. शामली में गढ़ीपुख्ता क्षेत्र के एक मदरसे में किशोरी के साथ दुष्कर्म के मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। दर्ज कराई रिपोर्ट और पुलिस को दिए बयान में सामने आया है कि मौलाना ने किशोरी के साथ तो दुष्कर्म किया ही, साथ ही उसकी दो चचेरी बहनों को जहां एक घंटे तक सजा के तौर पर बाथरूम में बंद रखा, वहीं मामले की जानकारी किसी को भी देने पर उन्हें व उनके परिवार वालों को जान से मारने की धमकी दी थी।
यही नहीं, मदरसे में ही पढ़ाने वाली एक महिला और युवती पर भी मौलाना का सहयोग करने का आरोप लगाया गया है। मौलाना, महिला और युवती समेत तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
बेटियों ने इशारे में परिजनों को दी थी जानकारी
पीड़िता के पिता ने बताया कि शामली के मदरसे में उसकी बेटी के अलावा दो भतीजी भी पढ़ रही थी। 28 जुलाई को परिवार के सदस्य तीनों बेटियों से मिलने के लिए मदरसे पहुंचे। जहां पर बेटियों ने इशारे में बताया कि मदरसे में गलत काम हो रहा है। जिसके बाद मदरसा संचालक और अन्य ने उन्हें बेटियों से नहीं मिलने दिया। उन्हें ले जाने को कहा तो साफ मना कर दिया। जिस पर परिजनों ने करनाल जाकर अन्य परिवार के सदस्यों को पूरे मामले की जानकारी दी। जिस पर किशोरी के पिता और छह अन्य लोग मदरसा पहुंचे व बेटियों को ले जाने की मांग मदरसा संचालक से की। आरोप है कि संचालक और अन्य ने बेटियों को भेजने से इनकार कर दिया। जिस पर परिजनों ने काफी देर तक हंगामा किया और परिवार में शादी होने की बात कहते हुए तीनों बेटियों को करनाल ले गए। घर पहुंचकर किशोरियों ने मदरसा संचालक की करतूतों के बारे में जानकारी दी।
एक महिला और युवती कर रही थी मौलाना की मदद
पीड़िता ने बताया कि मदरसे में रहने वाली एक महिला और युवती मौलाना की मदद करती थी। बहनों को भी मामले के बारे में पता लग गया था। जिस पर मौलाना ने उन्हें भी धमकी दी कि किसी को बताया तो उन्हें व उसके परिवार को मार दिया जाएगा। यही नहीं उसकी चचेरी बहनों को एक घंटे तक बाथरूम में बंद रखा गया।
अभी तक सदमे से नहीं उबर पाई पीड़िता
किशोरी कई दिन बीतने के बाद भी सदमे से नहीं उबर पाई है। कहा कि उसके साथ जो हरकत की गई है अन्य के साथ नहीं होनी चाहिए। दहाड़े मार-मार कर रोने लगी। परिवार के सदस्यों ने बताया कि घटना के बाद से सही से खाना भी नहीं खा पा रही है।
चाहे जान चली जाए मगर सजा दिलाकर ही रहूंगा
पीड़िता के पिता ने रोते हुए कहा कि उसे नहीं पता था कि जिस मदरसे में वह बेटी को तालीम देने के लिए भेज रहा है, उसमें ही उसे हवस का शिकार बना दिया जाएगा। चाहता था कि बेटी की शादी हो तो ये कहा जा सके कि बेटी हिंदी के साथ साथ कुरान भी पढ़ी हुई है। मौलाना ने हमारी जिंदगी ही बर्बाद कर दी है। चाहे जान क्यों न चली जाए मगर मौलाना को सजा दिलाकर ही रहूंगा। मौलाना की संपत्ति जांच और मदरसे पर तत्काल सील लगाने की गुहार लगाई है।
जमीअत हिमायतुल इस्लाम पीड़ित परिवार के साथ
जमीअत हिमायतुल इस्लाम के अध्यक्ष कारी अबरार जमाल ने कहा कि मदरसे में दुष्कर्म का मामला शर्मनाक है। आरोपी मदरसा संचालक के खिलाफ जल्द सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उनका संगठन पीड़ित परिवार के साथ है। धार्मिक स्थलों पर इस तरह के दुष्कर्म बहुत ही घिनौनी हरकत है। ऐसे लोगों की ही वजह से इस्लाम बदनाम होता है।