जामुन मौसमी फलो का रूप है जो की अम्लीय प्रक्रति का होता है लेकिन स्वाद में मीठा होता है। जामुन में ग्लूकोज़, फ्रुक्टोज़ की भरपूर मात्रा पाई जाती है और साथ ही सभी जरूरी लवन होते है जिनकी जरूरत शरीर को रहती है। ये महिलाओं की समस्या में भी काम आता है।
जामुन के फायदे: दस्त की शिकायत होने पर जामुन में काला या सेंधा नमक डालकर खाना फायदेमंद होता है। खुनी दस्तो की रोकथाम के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
पथरी होने पर भी जामुन का सेवन करना फायदेमंद होता है। इसके लिए दही के साथ जामुन का सेवन करने से धीरे धीरे पथरी कटती चली जाती है।
सफ़ेद पानी की समस्या में भी जामुन का सेवन बेहतर होता है। इसके लिए जामुन को उबालकर इसक काढ़ा बना ले और इसका सेवन रोजाना सुबह शाम करने से लाभ मिलता है।
मुहं से आ रही बदबू को दूर करने के लिए जमणु एक बेहतर उपाय है। जामुन किसी माउथ फ्रेशनर से कम नही है। इसके रोजाना सेवन से मुहं से बदबू आनी बंद हो जाती है।जामुन मौसमी फलो का रूप है जो की अम्लीय प्रक्रति का होता है लेकिन स्वाद में मीठा होता है। जामुन में ग्लूकोज़, फ्रुक्टोज़ की भरपूर मात्रा पाई जाती है और साथ ही सभी जरूरी लवन होते है जिनकी जरूरत शरीर को रहती है। ये महिलाओं की समस्या में भी काम आता है। जामुन के फायदे:
दस्त की शिकायत होने पर जामुन में काला या सेंधा नमक डालकर खाना फायदेमंद होता है। खुनी दस्तो की रोकथाम के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
पथरी होने पर भी जामुन का सेवन करना फायदेमंद होता है। इसके लिए दही के साथ जामुन का सेवन करने से धीरे धीरे पथरी कटती चली जाती है।
सफ़ेद पानी की समस्या में भी जामुन का सेवन बेहतर होता है। इसके लिए जामुन को उबालकर इसक काढ़ा बना ले और इसका सेवन रोजाना सुबह शाम करने से लाभ मिलता है।
मुहं से आ रही बदबू को दूर करने के लिए जमणु एक बेहतर उपाय है। जामुन किसी माउथ फ्रेशनर से कम नही है। इसके रोजाना सेवन से मुहं से बदबू आनी बंद हो जाती है।