आगरा के पदम प्राइड (सिकंदरा) निवासी शिवांगिनी ने अपनी नौकरानी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शक जताया कि नौकरानी साजिश के तहत गलत काम कर रही थी। उन्हें खाने में नशे की दवा के साथ धीमा जहर दे रही थी, जिससे वो नींद में रहने लगीं। भूख लगना बंद हो गया। पता चलने पर पूछताछ की तो काम पर आना बंद कर दिया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया है।
शिवांगिनी के पति आलोक कुमार एक विभाग में अधिकारी हैं। दो बच्चे हैं। पुलिस को बताया कि घर में तकरीबन 5 साल से आवास विकास की पदमा खाना बना रही थीं। वह पिछले कुछ दिन से बीमार रह रही थीं। उन्होंने चिकित्सक से दवा ले ली। मगर, ठीक नहीं हुईं। पिछले 1 महीने से ज्यादा दिक्कत हो गई। ज्यादातर समय नींद में रहने लगीं। भूख लगना बंद हो गया। कुछ भी खाते ही उल्टी हो जाती। पेट दर्द और चक्कर आने लगे। हाथ-पैरों में कंपन रहने लगा। दवा लेने पर भी कोई फायदा नहीं हो रहा था।
मां के आने पर हुआ शक
वांगिनी की देखभाल के लिए उनकी मां लखनऊ से आई थीं। वह नौकरानी की हरकत पर नजर रख रही थीं। एक दिन शक होने पर नौकरानी से पूछा कि खाने में क्या मिलाकर देती है। इस पर वो घबरा गई। बिना बताए घर से चली गई। इस पर उसे फोन किया। पुलिस से शिकायत के लिए कहा। मगर, उसने फोन काट दिया। अब बात नहीं कर रही है। उन्हें शक है कि नौकरानी साजिश के तहत उन्हें खाने में धीमा जहर दे रही थी। ऐसा हत्या करने के लिए किया जा रहा था। इसके पीछे कोई रंजिश हो सकती है। नौकरानी को सिर्फ मोहरा बनाया गया है। साजिश किसी और ने की होगी।
पुलिस जुटा रही साक्ष्य
डीसीपी सिटी सूरज राय के मुताबिक, नौकरानी का सत्यापन नहीं कराया गया था। शिकायतकर्ता ने पति और बच्चों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने की बात कही है। मेडिकल रिपोर्ट भी ली जाएंगी। उनकी परिवार के लोगों से विवाद की बात सामने आई है। इस पर नौकरानी और परिवार के लोगों की कॉल डिटेल निकाली जाएगी। अगर, किसी तरह की बातचीत हुई होगी तो सभी से पूछताछ होगी।
नौकरों का सत्यापन जरूर कराएं
शहर में पहले भी नौकरानी की गलत हरकत का मामला सामने आ चुका है। सदर क्षेत्र में एक नौकरानी खाने में कूड़ा मिलाती थी। उसकी हरकत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। इस पर मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की गई थी। डीसीपी सिटी सूरज राय का कहना है कि घरों में किसी न किसी रूप में काम के लिए रखे गए महिला-पुरुष का पुलिस सत्यापन जरूर कराना चाहिए। इसके लिए थाना स्तर पर व्यवस्था पहले से की हुई है। इसे भी जरूर पढ़ें –