तनु चौधरी ने कन्हैया के साथ मिलकर हत्या का पूरा ताना बना बुना था। शनिवार की रात पत्नी तनु ने खाने में दवा मिला दी थी। खाना खाने के बाद ही अनिल सो गया। बड़ी बेटी मानवी और नाव्या भी सो गई थी। लेकिन तनु जागती रही। रात करीब 12 बजे तनु ने कन्हैया को कॉल की और बताया कि उसका पति सो गया है। तब तक कन्हैया, आमोद और मोहित शराब पीकर नशे में हो चुके थे।

करीब एक बजे कन्हैया ने बाइक से दोनों को अनिल के मकान के पास छोड़ दिया और बाहर खड़ा होकर निगरानी करने लगा। इसी दौरान मोहित और आमोद अनिल के घर में पहुंच गए। तनु ने बेड से ही मोबाइल की फ्लैश लाइट लगा दी और दबी आवाज में कहा कि मेरे पति को खत्म कर दो। इसके बाद मोहित और आमोद ने अनिल पर ताबड़तोड़ 14 वार किए। सांसें थम जाने तक हत्यारोपी हमला करते रहे।

बेड से गेट तक आमोद का बिखरा था खून
हत्यारोपी मोहित और तनु चौधरी के गिरफ्तार किए जाने के बाद साफ हो गया कि बेड से गेट तक अनिल चौधरी का नहीं बल्कि आमोद का खून बिखरा था। हमलावर और बीच में बेटी के आ जाने के कारण आमोद के हाथ में चाकू लग गया था। भागते समय बेड से लेकर गेट तक आमोद का खून बह गया था।

मानवी के संघर्ष और हिम्मत से हत्यारे तक पहुंची पुलिस
अपने पति को रास्ते से हटाने के लिए तनु प्रेमी कन्हैया के साथ मिलकर ऐसी साजिश रची थी कि उसके पति की हत्या पहेली बनकर रह जाएगी। तनु ने खाने में नींद का कैप्सूल मिला दिया था। ताकि उसका पति और दोनों बेटियां बेहोश हो जाएं लेकिन बड़ी बेटी मानवी ने खाना नहीं आया था। जिस वक्त तनु मोबाइल की फ्लैश लाइट जाकर पति की हत्या करा रही थी।

उसी दौरान बड़ी बेटी जाग गई थी। उसने अपने पिता को बचाने के लिए संघर्ष किया था। इसी दौरान आमोद के हाथ में चाकू लगा था। उसने आमोद और मोहित को पहचान लिया था। पुलिस के आने के बाद जब मां बेटी से पूछताछ की तो पहले बेटी मानवी ने ही कहा था कि मोहित और आमोद कन्हैया के पास रहते हैं। जब कन्हैया के बारे में पूछताछ गया तो मानवी ने कहा था कि मेरी मम्मी सब जानती हैं।

कन्हैया कौन हैं। मम्मी के मुंह बोले भाई हैं। तब महिला से पूछताछ की तो उसने पहचान से इन्कार कर दिया था लेकिन बेटी के जरिये पुलिस को अहम सुराग हाथ लग गया था। बेटी ने पुलिस को कन्हैया का मकान दिखाया था। बेटी के संघर्ष के कारण एक हत्यारोपी घायल हुआ और बाद में उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद बेटी से पुलिस को जो सुराग हाथ लगे उसके जरिए हत्याकांड का खुलासा भी हो गया।

गुरु जी का आदेश पूरा किया है…
मोहित भी संभल के बहजोई थाना क्षेत्र के मोहल्ला टंकी का रहने वाला है। वह अपनी बहन का इलाज कराने के लिए कन्हैया के पास आया था। इसके बाद वह कन्हैया के संपर्क में आ गया। कन्हैया के साथ ही रहने लगा था। वह कन्हैया को अपना गुरु मानने लगा था। इसलिए उसका हर आदेश मानता था। पुलिस की गिरफ्त में आने बाद आरोपी ने कहा कि गुरुजी का आदेश था। उसने केवल गुरुजी का आदेश पूरा किया है।