फिर कुछ तो इतने नेगेटिव सोच के होते हैं जो दूसरों को भी अपनी नकारात्मक बातों में उलझाकर लक्ष्य से भटका देते हैं। हालांकि जो लोग दूसरों की निगेटिव बातों में भी पॉजिटिविटी खोज लेते हैं वह जीवन में अधिक सफल होते हैं। चलिए इस बात को एक कहानी से समझते हैं।

नामुमकिन लक्ष्य को राजा ने ऐसे किया हासिल

एक राजा अपने सैनिकों के साथ यात्रा पर जा रहा था। रास्ते में कई जंगल व नदियां आए लेकिन राजा ने सेना सहित उन्हें पार कर लिया। हालांकि फिर उसके सामने एक खतरनाक पहाड़ आ गया। इसे देखकर ही लग रहा था कि इस पर चढ़ाई करना मुमकिन नहीं है। नतिजन सेना का उत्साह ठंडा पड़ गया।

हालांकि राजा सेना का उत्साह बढ़ाते हुए उन्हें पहाड़ पर चढ़ने की आज्ञा देने लगा। यह सब वहाँ मौजूद एक बूढ़ी महिला देख रही थी। वह राजा के पास आई और बोली ‘क्यों अपनी सेना को मौत के मुंह में भेज रहे हो। ऐसी पहाड़ी पर चढ़ना मुमकिन नहीं है। बेमतलब तुम और तुम्हारी सेना मारी जाएगी।’

मौत की पहाड़ी पर चढ़ने लगा राजा, बुढ़िया ने बहुत मना किया लेकिन वह नहीं माना, जाने फिर क्या हुआ

बूढ़ी महिला की बातें सुन राजा हार मांने या गुस्सा होने की बजाय और जोश में आ गया। वह प्रेरित हुआ। यहां तक कि अपना हीरो का हार उतारकर बुढ़िया को दे दिया। वह बोला “आप ने तो मेरा जोश दुगुना कर दिया। मैं आपकी बातों से बहुत प्रेरित हुआ। यदि मैं मर गया तो कोई बात नहीं, लेकन यदि जिंदा बचा तो मेरा नाम तो इतिहास में अमर हो जाएगा।”

अब राजा ने दुगुने जोश से सेना को पहाड़ पर चढ़ने का आदेश दिया। सभी को दिल से प्रेरित किया। राजा की सकारात्मक बातें सुन सैनिक भी जोश में आए और राजा के मार्गदर्शन में उन्होंने पहाड़ी सुरक्षित पार कर ली। इस तरह राजा का नाम इतिहास में मौत की पहाड़ी को पार करने के लिए अमर हो गया।

कहानी की सीख

राजा ने बुढ़िया की नकारात्मक बातों में भी सकारात्मकता ढूंढ ली। ठीक इसी प्रकार आप भी नेगेटिव सिचूऐशन में भी पॉजिटिव सोच रखो। हमेशा सकारात्मक रहना सही अप्रोच होती है। कोई कितना भी नेगेटिव बाते करे, लेकिन आप अपने लक्ष्य से भटके नहीं। इससे आप अपने लक्ष्य को जल्दी हासिल कर पाएंगे। इसे भी जरूर पढ़ें –