उत्तर प्रदेश : सोशल मीडिया पर दोस्ती के कई किस्से सुनने को मिलते हैं, जहां लोग एक-दूसरे से मिलते हैं और दोस्ती की बुनियाद रखी जाती है। लेकिन कभी-कभी ये दोस्ती धोखाधड़ी का रूप ले लेती है।
ऐसा ही एक मामला यूपी के बांदा जिले से सामने आया है, जो इस बात का एक दुखद उदाहरण पेश करता है।इस मामले की मुख्य पात्र एक लड़की है, जिसका नाम शहजादी है। शहजादी की सोशल मीडिया पर आगरा निवासी उजैर से दोस्ती हो गई। आपको बता दें कि जब शहजादी केवल 8 साल की थी, तो एक दुर्घटना के कारण उसका चेहरा बुरी तरह से जल गया था। इसके बाद से शहजादी इसी चेहरे के साथ बड़े हो रही थी और इसके इलाज के लिए निरंतर संघर्ष कर रही थी।
उजैर ने झांसा देकर शहजादी को फसाया जब शहजादी की दोस्ती उजैर से हुई, तो उजैर ने उसे विश्वास दिलाया कि अगर वह दुबई जाकर इलाज करवाएगी, तो उसका चेहरा पूरी तरह से ठीक हो जाएगा। इस विश्वास के साथ, शहजादी ने उजैर के झांसे में आकर दुबई जाने का निर्णय लिया, लेकिन उसे यह नहीं पता था कि दुबई में उसे बड़े संकट का सामना करना पड़ेगा। दुबई पहुंचने के बाद, शहजादी की स्थिति और भी गंभीर हो गई। वह अब दुबई की जेल में कैद है। उसके पिता को एक दिन फोन आया जिसमें बताया गया कि उसकी बेटी को 20 सितंबर के बाद किसी भी दिन फांसी की सजा हो सकती है। इस खबर ने लड़की के माता-पिता को बुरी तरह से झकझोर दिया है। वे सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उनकी बेटी दिव्यांग है और उसे किसी भी हाल में बचाया जाए और स्वदेश वापस लाया जाए।
माता-पिता ने सरकरा से लगाई गुहार शहजादी के माता-पिता का दिल दहला देने वाली इस स्थिति में उनकी पीड़ा और चिंता का अंदाजा लगाया जा सकता है। वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं ताकि उनकी बेटी को इस कठिनाई से उबारकर घर वापस लाया जा सके। इस दुखद घटना ने यह साबित कर दिया है कि सोशल मीडिया पर रिश्तों में सतर्कता बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है और किसी के झांसे में आकर बिना जांच-पड़ताल किए किसी भी प्रकार के निर्णय लेना कितना खतरनाक हो सकता है।
शहजादी रोटी बैक में काम करती थी वहीं इस मामले पर यूपी के बांदा जिले के मटौंध थाना क्षेत्र के गांव गोयरा मुगली निवासी शहजादी के पिता ने अपनी बेटी के मामले पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शहजादी, जो सामाजिक संस्था रोटी बैंक में काम करती थी, ने फेसबुक के जरिए आगरा के निवासी उजैर से संपर्क किया था। उजैर ने शहजादी को भरोसा दिलाया कि उसके बुआ-फूफा अबु धाबी में रहते हैं, और वहां जाकर उसका इलाज करवाया जा सकता है। इस आश्वासन के चलते शहजादी ने उजैर के रिश्तेदारों के पास जाने का निर्णय लिया।
दुबई जाने के बाद स्थिति और बिगड़ गई शहजादी के पिता ने बताया कि उजैर ने उसे अबु धाबी भेजने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन वहाँ पहुंचने के बाद स्थिति तेजी से बिगड़ गई। उनके अनुसार, शहजादी के खिलाफ एक झूठे आरोप का मामला सामने आया। उजैर के रिश्तेदारों के 4 महीने के बच्चे को इंजेक्शन लगाए जाने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ी और बच्चे की मौत हो गई। इस घटना का आरोप शहजादी पर लगाया गया है। पिता का कहना है कि बच्चे की मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया और बिना पोस्टमार्टम के ही शव को दफना दिया गया।
माता- पिता का सरकार से गुहार… पिता ने आरोप लगाया कि शहजादी को मारपीट करके यह दस्तखत करवाए गए कि उसने ही बच्चे की हत्या की है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि इस मामले की पूरी तरह से जांच की जाए ताकि सच सामने आ सके और दूध का दूध, पानी का पानी हो सके। शहजादी के पिता का कहना है कि उनकी बेटी बेकसूर है और उन्हें न्याय की उम्मीद है। वे भावुक होते हुए बताते हैं कि जब से उन्हें इस मामले की जानकारी मिली है, उनका जीना मुश्किल हो गया है। उन्होंने रोते हुए कहा कि क्या इस देश की बेटी को इंसाफ नहीं मिलेगा और क्या वह ऐसे ही फांसी की सजा की कगार पर रहेगी। शहजादी की मां का भी रो-रोकर बुरा हाल है। वे बस यही कह रही हैं कि उनकी बेटी को बचाया जाए और उसे बेकसूर साबित किया जाए। शहजादी के माता-पिता की यह अपील है कि उनकी बेटी की स्थिति पर ध्यान दिया जाए और उसे न्याय दिलाया जाए।
उजैर ने नादिया को दंपत्ति के हाथों बेच दिया उजैर ने शहजादी को दुबई बुलाया और इलाज करवाने के नाम पर उसे वहां के दंपति फैज और नादिया के हाथों बेच दिया। दुबई पहुंचने पर शहजादी को जो स्थिति का सामना करना पड़ा, वह अत्यंत दुखद और अपमानजनक था। वहां शहजादी को घरेलू नौकर की तरह काम करने पर मजबूर किया गया। फैज और उसकी पत्नी ने शहजादी को केवल काम करने ही नहीं, बल्कि शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का भी शिकार बनाया। यह दंपति शहजादी को लगातार टॉर्चर करते रहे, जिससे उसकी स्थिति और भी खराब हो गई। फैज और नादिया ने न केवल उसे शारीरिक यातनाएं दीं, बल्कि मानसिक दबाव भी बनाया, जिससे उसकी हालत बहुत ही दयनीय हो गई।
कोर्ट ने शहजादी को मौत की सजा सुनाई दुबई की अदालत ने चार महीने पहले शहजादी को बच्चे की हत्या के आरोप में मौत की सजा सुनाई है। यह आरोप पूरी तरह से शहजादी के खिलाफ लगे हुए हैं, और उसके माता-पिता की चिंता और भी बढ़ गई है। शहजादी के माता-पिता ने इस जटिल मामले में न्याय की गुहार लगाते हुए बांदा सीजेएम कोर्ट में उजैर और दुबई में रहने वाले दंपति फैज और नादिया के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। उनके आरोपों के अनुसार, उजैर और दंपति ने शहजादी को धोखे से दुबई भेजा और उसे घरेलू नौकर की तरह बेच दिया। इसके अलावा, उन्होंने शहजादी को टॉर्चर किया और शहजादी की गिरफ्तारी के बाद उसे बच्चे की हत्या के झूठे आरोप में फंसाया।
CJM ने FIR दर्ज का आदेश दिया परिजनों की गुहार पर, बांदा सीजेएम भगवान दास गुप्ता ने आरोपी उजैर और दुबई में रह रहे दंपति फैज और नादिया के खिलाफ मानव तस्करी और धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों के तहत पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने इन आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयासों को भी निर्देशित किया। पुलिस इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया है। इसे भी जरूर पढ़ें –