उत्तर प्रदेश के जौनपुर में ताइक्वांडो खिलाड़ी की घर के बाहर गला काटकर हत्या कर दी गई। वो बाहर खडा था उसी वक्त हत्यारों ने उसका गला रेत दिया। हत्या के बाद शरीर दो टुकड़ों में बंट गया।
बेटे का कटा सिर अपनी गोद में लेकर देर तक उसकी मां बिलखती रही। हत्या के बाद गांव में भयानक तनाव है। जिसके बाद पूरे गांव में फोर्स तैनात किया गया है।
गोद में सिर रख बिलखती रही मां : बताया जा रहा है कि यह हत्या जमीन विवाद की वजह से की गई है। दो पक्षों के बीच मामूली विवाद हुआ था, जिसमें दूसरे पक्ष के लोगों ने ताइक्वांडो खिलाड़ी अनुराग यादव का तलवार से गला काट दिया। सिर धड़ से अलग होते ही परिवार में कोहराम मच गया। मां बेटे का सिर सीने ले लगाकर बिलखती रही। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे डीएम-एसपी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। डीएम ने इस घटना की अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व से मजिस्ट्रियल जांच कर तीन दिनों में रिपोर्ट तलब की है।
ताइक्वांडो खिलाड़ी था अनुराग : मृतक अनुराग ताइक्वांडो खिलाड़ी के साथ ही इंटर कालेज का छात्र था। वह अपने माता-पिता का एकलौता बेटा था। अनुराग ने कुछ दिन पहले चंदौली में इंडो-नेपाल इंटरनेशनल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में कांस्य पदक और नोएडा में ओपन नेशनल में सिल्वर मेडल जीता था।
40 साल पुराना है विवाद : दरअसल, पूरी घटना जौनपुर के गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कबीरुद्दीनपुर गांव की है। अनुराग यादव के परिवार का पड़ोसी से लगभग 40 वर्षों से जमीनी विवाद चल रहा था। आरोप है कि बुधवार की सुबह मामूली कहासुनी के बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने तलवार से अनुराग के गले पर वार कर दिया। जिससे घटनास्थल पर ही अनुराग का शरीर दो हिस्सों में बंट गया। सिर धड़ से अलग होते ही जमीन खून से लहुलुहान हो गई। वारदात को अंजाम देने बाद आरोपी फरार हो गए।
प्रशासन ने दिया न्याय का भरोसा : घटना की जानकारी मिलते ही जौनपुर के डीएम डॉ दिनेश चंद्र सिंह और एसपी डॉ अजय पाल शर्मा ने घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया। डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। अपर जिलाधिकारी भू-राजस्व तीन दिनों में पूरे घटना की मजिस्ट्रियल जांच करके रिपोर्ट सौंपेंगे। हालांकि तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस और पीएसी बल तैनात कर दिया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही हैं।
अनुराग यादव हत्याकांड में डीएम ने एक्शन लेते हुए लेखपाल जगदीश यादव को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा तत्कालीन राजस्व निरीक्षक मुन्नीलाल के खिलाफ कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेज दी गई है। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।