उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर (bulandshahr news) में राशन की कालाबाजारी और उसके दुरुपयोग के मामले में विभाग ने बड़ी कार्रवाई कर दी है। इस मामले में दोषी पाए गए विपणन निरीक्षक और ठेकेदार समेत 7 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है तो वहीं विपणन निरीक्षक, पूर्ति निरीक्षक, जिला खाद्य विपणन अधिकारी और जिले के जिलापूर्ति अधिकारी को निलम्बित कर दिया गया है। इसके साथ ही प्रशासन ने कई अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों पर भी विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद प्रदेश में भ्रष्ट अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है। वहीं पीड़ित लोगों द्वारा योगी सरकार की तारीफ की जा रही है।
जांच में हुआ भ्रष्टाचार का खुलासा
जानकारी के अनुसार बुलन्दशहर (bulandshahr news) में खाद्य निगम के गोदाम से राशन की कालाबाजारी की सूचना मिलने पर शिकायत की गई थी। इस शिकायत की जांच जिलाधिकारी द्वारा अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) की अध्यक्षता में गठित समिति कर रही थी। जांच के आधार पर पहले 26 मई को 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया था। इस कार्रवाई के बाद अपर आयुक्त की अध्यक्षता में तीन सदस्यों की दूसरी जांच टीम बनाई गई, इस टीम ने जनपद पहुंचकर गहनता से जांच की और जांच में सबसे पहले जिला खाद्य विपणन अधिकारी जेया अहमद करीम को दोषी पाया गया एवं उन्हें निलंबित कर दिया गया। एवं इसके बाद जांच आगे बढ़ती गई और अहमद करीब के साथ साथ विपणन निरीक्षक सुधीर कुमार, पूर्ति निरीक्षक विवेक श्रीवास्तव और जिलापूर्ति अधिकारी सुनील सिंह भी निलंबित कर दिए गए।
छोटे अधिकारी भी थे शामिल
इन बड़े अधिकारियों के साथ साथ इस जांच में कई विभागीय कर्मचारियों और कुछ ठेकेदारों पर भी गड़बड़ी करने के आरोप लगाए गए आपको बता दें कि कालाबाजरी के मामले में डिपो प्रभारी शालिनी पचौरी, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी इंद्रपाल सिंह, विपणन निरीक्षक गौरव कुमार व अन्य चार लोगों पर खाद्यान्न परिवहन में लापरवाही और अभिलेखों का सही रख-रखाव न करने को लेकर कार्रवाई की गई। इसके साथ ही मामले में हैंडलिंग परिवहन ठेकेदार रविंद्र सिंह, सुधीर कुमार, विपणन निरीक्षक बुलंदशहर (bulandshahr news) व अन्य 5 लोगों के विरुद्ध सरकारी राशन की कालाबाजारी और उसका दुरुपयोग करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया।