प्रधानमंत्री मोदी के आपातकाल वाले तंज पर भडक़े मल्लिकार्जुन खडग़े
आम चुनाव के बाद आयोजित संसद सत्र के पहले दिन आपातकाल बनाम अघोषित आपातकाल की चर्चा छिड़ी रही। पीएम नरेंद्र मोदी ने सदन में जाते हुए मीडिया से बातचीत में 1975 में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की ओर से लगाए गए आपातकाल का जिक्र किया था। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने उन्हें जवाब दिया है। खडग़े ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 50 साल पहले के आपातकाल का जिक्र किया, लेकिन पिछले 10 वर्षों के उस ‘अघोषित आपातकाल’ को भूल गए जिसका जनता ने इस लोकसभा चुनाव में अंत कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि देश को उम्मीद थी कि संसद सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नीट एवं अन्य परीक्षाओं में ‘पेपर लीक’ जैसे महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर बोलेंगे, लेकिन उन्होंने मौन साध लिया। खडग़े ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी अपने रस्मी संबोधन में सोमवार को जरूरत से ज़्यादा बोले। इसे कहते हैं, रस्सी जल गई, बल नहीं गया।
देश को आशा थी कि मोदी जी महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर कुछ बोलेंगे। नीट व अन्य भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक के बारे में युवाओं के प्रति कुछ सहानुभूति दिखाएंगे, पर उन्होंने अपनी सरकार की धांधली व भ्रष्टाचार के बारे में कोई जिम्मेदारी नहीं ली। हाल ही में हुई पश्चिम बंगाल की रेल दुर्घटना के बारे में भी मोदी जी मौन साधे रहे। खडग़े ने दावा किया कि मणिपुर पिछले 13 महीनों से हिंसा की चपेट में है, पर मोदी जी न वहां गए और न ही उन्होंने अपने भाषण में ताजा हिंसा के बारे में कोई चिंता व्यक्त की है।
हाथ पकडक़र उम्मेदाराम बेनीवाल ने पहुंचाए संसद तक
कांग्रेस का अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा रहा है कि उन्हें हाथ पकडक़र संसद पहुंचाया जा रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद कहा जा रहा है कि मल्लिकार्जुन की तबीयत सही नहीं है। खडग़े को संसद पहुंचाने के लिए बाड़मेर-जैसेलमेर के सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने उनका हाथ पकड़ा था। उम्मेदाराम ने खुद भी इस वीडियो को शेयर किया है। वीडियो आने के बाद कहा जा रहा है कि मल्लिकार्जुन चल नहीं पा रहे हैं। उनकी तबीयत ठीक नहीं है।