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व्हिस्की या रूम में एनर्जी ड्रिंक मिलाने से पहले पढ़ लें ये खबर, स्वाद स्वाद में हो जाएगी दिक्कत..

व्हिस्की या रूम में एनर्जी ड्रिंक मिलाने से पहले पढ़ लें ये खबर, स्वाद स्वाद में हो जाएगी दिक्कत..
व्हिस्की या रूम में एनर्जी ड्रिंक मिलाने से पहले पढ़ लें ये खबर, स्वाद स्वाद में हो जाएगी दिक्कत..

आज बहुत सारे लोग शराब पीते हैं, कोई भी पार्टी हो, शादी हो, या कोई और जश्न हो, बिना शराब के उसे अधूरा माना जाता है, बहुत सारे लोग शराब में पानी मिला कर, कोल्ड ड्रिंक मिला कर पेट हैं तो वहीं कुछ लोग शराब में एनर्जी ड्रिंक भी मिलाते हैं | शराब में एनर्जी ड्रिंक मिला कर पीने से पहले आप ये खबर पढ़ लें | आइये जानते हैं इसके बारे में 

New Delhi : फूड और वाइन के साथ दुनिया भर में लगातार प्रयोग होते रहे हैं. इसका ही नतीजा है कि आज एल्कॉहलिक ड्रिंक्स की इतनी लंबी फेहरिस्त मौजूद है कि किसी एक शख्स के लिए इन सबको चख भर लेना भी मुमकिन नजर नहीं आता. अब तो ऐसे ड्रिंक्स की भरमार है, जिनमें कई किस्म की शराब मिक्स की जाती हैं. वहीं, हार्ड लिकर यानी व्हिस्की, वोदका, रम, जिन आदि के शौकीन भी अपनी ड्रिंक्स में पानी के अलावा सोडा, कोक, एनर्जी ड्रिंक से लेकर बीयर तक मिलाकर पीना पसंद करते हैं. वाइन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि एल्कॉहल की मिक्सिंग एक अच्छा आइडिया नहीं है. नया साल नजदीक है, ऐसे में यह ध्यान रखना जरूरी है कि ऐसा कोई भी एक्सपेरिमेंट किसी के जश्न का मूड पूरी तरह खराब न कर दे. एल्कॉहलिक ड्रिंक्स में विभिन्न प्रकार की चीजें मिलाने का क्या नुकसान है, आइए समझने की कोशिश करते हैं.   

अक्सर पार्टियों के दौरान हमें यह सुनने को मिलता है कि फलां शख्स ने कई अलग-अलग तरह की शराब पी ली, जिसके बाद उसे उल्टियां होने लगीं. या किसी ने बीयर के बाद व्हिस्की और वोदका पी ली और उसकी तबीयत खराब हो गई. यहां यह समझने की जरूरत है कि उल्टियां होने या तबीयत बिगड़ने के लिए कई किस्म की शराब नहीं, बल्कि ज्यादा शराब पीना या ज्यादा नशा हो जाना वजह है. ऐसी कोई साइंटिफिक रिसर्च भी नहीं, जो सीधे-सीधे यह साबित कर सके कि कई किस्म की एल्कॉहल को मिलाने पर वो नुकसान करती है. अगर मिक्सिंग करना नुकसानदायक होता तो दुनिया में कॉकटेल्स का अस्तित्व ही नहीं होता क्योंकि कई किस्म की शराब और तरल पदार्थों को मिलाकर ही कॉकटेल्स तैयार होते हैं. दरअसल, शराब में मिक्सिंग के बाद ऐसी परिस्थितियां पैदा होती हैं, जिसके बाद लोगों को तेजी से नशा होता है और कई बार हालात बेकाबू हो जाते हैं. 

मिक्स किए हुए ड्रिंक पिएं या नहीं
दुनिया भर के वाइन एक्सपर्ट किसी भी एल्कॉहल को उसके मूल स्वरूप में ही कंज्यूम करने की सलाह देते हैं. हालांकि, एल्कॉहलिक प्रोडक्ट्स की कड़वाहट से बचने के लिए लोग इसमें अपनी मनपसंद चीजें मिलाते हैं. मसलन- रम, वोदका या व्हिस्की में लोग कोल्ड ड्रिंक, सोडा, जूस और यहां तक एनर्जी ड्रिंक तक मिलाते हैं. तो मिक्स किए हुए ड्रिंक पिएं या नहीं? इस सवाल का जवाब यही है कि अगर लंबे अंतराल पर ऐसा किया जाता है तो इसका कोई खास नुकसान नहीं है. हालांकि, अगर ऐसे ड्रिंक्स को लगातार पिया जाए तो यह खतरनाक है. जहां तक कॉकटेल्स का सवाल है, इनमें भी कई तरह की शराब मिलाई जाती हैं, लेकिन इनमें जूस और कई दूसरी चीजें भी मिली होती हैं, जो ड्रिंक को बैलेंस करती हैं. वहीं, कॉकटेल्स रोजाना पी पाना व्यवहारिक भी नहीं लगता क्योंकि इनको बनाने में काफी चीजों और दक्षता की जरूरत होती है. जहां तक सोडा, कोल्ड ड्रिंक, एनर्जी ड्रिंक्स मिलाकर शराब पीने की बात है, ऐसा लगातार करना बेहद नुकसानदायक हो सकता है.     

शराब में कोक-सोडा क्यों खतरनाक 
अब समझने की कोशिश करते हैं कि एल्कॉहल में सोडा मिलाने पर क्या होता है? भारत में सोडा आसानी से उपलब्ध है, यह सस्ता है और इसमें मिला हुआ कार्बन डाई ऑक्साइड अल्कॉहल को बुलबुले वाला खूबसूरत टेक्स्चर देता है. और तो और, यह कार्बन डाई आक्साइड हमारे खून में घुलकर हमें नशे का तुरंत एहसास कराता है. सोडे को शरीर बेहद आसानी से ग्रहण कर लेता है. शराब पीते ही हमारे खून में सोडे का कॉर्बन डाई ऑक्साइड बेहद तेजी से घुलमिल जाता है. इसलिए हमें नशा भी तेजी से होता है. हालांकि, सोडे में फास्फोरिक एसिड भी होता है, जो शरीर में मौजूद कैल्शियम का क्षरण करता है और बाद में यह कैल्शियम यूरीन के रास्ते शरीर से बाहर निकलता जाता है. कैल्शियम के इस तरह घुलकर शरीर से निकल जाने से हमारी हड्डियां वक्त के साथ नर्म पड़ते हुए कमजोर होने लगती हैं. यह भी दावा है कि लंबे वक्त में एसिडिटी या हेयरफॉल की समस्या भी आती है. 

कोल्ड ड्रिंक मिलाना भी कम नुकसानदायक नहीं 
कोल्ड ड्रिंक में सोडे के अलावा चीनी बहुत ज्यादा मात्रा में होती है. यह हमारे खून में शुगर के लेवल को बहुत ज्यादा बढ़ा देता है. इसके अलावा, शुगर की वजह से हमारे शरीर द्वारा एल्कॉहल को सोखने की प्रक्रिया धीमी पड़ने लगती है. एक स्टडी के मुताबिक, बिना कुछ मिलाए शराब पीने वालों के मुकाबले में सॉफ्ट ड्रिंक मिलाकर पीने वालों में ब्लड एल्कॉहल कॉन्सनट्रेशन 18 प्रतिशत ज्यादा पाई गई. इन कोल्ड ड्रिंक्स में कैफीन भी काफी होती है. एल्कॉहल और कैफीन विपरीत ढंग से काम करती हैं. एल्कॉहल जहां लोगों को सुस्त बनाती है, वहीं कैफीन सुस्ती को खत्म करते हुए नींद भगाने में मदद करती है. ऐसे में कैफीन और शराब, दोनों एक साथ शरीर में जाना बेहद नुकसानदायक है. जानकार मानते हैं कि नियमित तौर पर कोल्ड ड्रिंक के साथ शराब पीने वालों को डीहाईड्रेशन और हैंगओवर की समस्याएं भी हो सकती हैं.

शराब संग एनर्जी ड्रिंक को कहिए ना
कुछ युवाओं को अपनी शराब में एनर्जी ड्रिंक मिलाकर पीना बेहद रास आता है. हालांकि, यह प्रयोग भी कम खतरे से खाली नहीं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एनर्जी ड्रिंक शराब की वजह से होने वाले नशे के एहसास को कम कर देता है. यानी एनर्जी ड्रिंक के साथ शराब पीने पर कोई शख्स अपेक्षाकृत ज्यादा वक्त बाद नशा महसूस करेगा. हालांकि, एल्कॉहल की वजह से उनके सोचने समझने की शक्ति कुंद पड़ती जाती है. ऐसे में नशा महसूस किए बिना नशे में आ जाने की यह आभासी स्थिति कई बार खतरनाक साबित हो सकती हैं और हादसों को दावत दे सकती है. एक बड़ा खतरा और भी है. शराब और एनर्जी ड्रिंक की प्रवृत्ति एक दूसरे के उलट है. शराब जहां लोगों को सुस्त बनाती है, वहीं एनर्जी ड्रिंक में मिला कैफीन चुस्ती से भर देता है. यानी एक सुलाने वाली चीज और दूसरी थप्पड़ मारकर जगाने जैसी कोई चीज. बताने की जरूरत नहीं कि ऐसी स्थिति सेहत के लिए कितनी नुकसानदायक है. 

व्हिस्की में बीयर मिलाना भूल जाएं 
ऐसा करने वालों की तादाद सीमित है. मेडिकल एक्सपर्ट मानते हैं कि व्हिस्की ही नहीं, किसी भी अन्य किसी भी हार्ड स्पिरिट (रम, वोदका, जिन) के साथ बीयर मिलाकर पीना खतरनाक है. दरअसल, बीयर में मिला कार्बन डाई ऑक्साइड व्हिस्की के जरिए जब पीने वाले के खून में घुलता है तो नशे का एहसास तेजी से होने लगता है. व्हिस्की में बीयर मिलाकर पीना यानी तेजी से नशा होकर ब्लैकआउट होने का खतरा. अगर दोनों ड्रिंक पीनी ही हो तो वाइन एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि पहले स्ट्रॉन्ग एल्कॉहल जैसे व्हिस्की, रम, वोदका आदि के एक दो पीनी चाहिए. पार्टी लंबी खिंचे तो बाद में बीयर पर स्विच कर सकते हैं. नशे का एहसास होने के बाद लोग आम तौर पर और तेजी से ड्रिंक करते हैं. ऐसे में बीयर तेजी से भी पीने पर नशा धीमा होगा क्योंकि हार्ड स्पिरिट के मुकाबले इसमें एल्कॉहल की मात्रा काफी कम होती है.

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