Ajab GazabHealthIndia

शरीर में खाया-पीया नहीं लगता, तो शुरू करें इन दो चीज़ो का सेवन, होगा ऐसा चमत्कार नहीं करोगे यकीन

शरीर में खाया-पीया नहीं लगता, तो शुरू करें इन दो चीज़ो का सेवन, होगा ऐसा चमत्कार नहीं करोगे यकीन

आपका शरीर अगर दुबला है तो आपको की तरह की परेशानियो से गुजरना पड़ता होगा। कभी कभी तो आपको अपने दुबले शरीर के वजह से शर्मिंदगी भी उठानी पड़ती होगी। ज्यादातर लोगो को आपने वजन काम करने की बात करते देखा होगा। लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो वजन बढ़ाने की बात करते हैं। ये वे लोग हैं जिन्हे भूख बहुत कम लगती है। इसलिए उनका वजन कम है या जो लोग जरूरत से ज्यादा पतले हैं।

वजन बढ़ाने के लिए बाजार में कई तरह की दवाईयां आती हैं। लेकिन वजन बढ़ाने के लिए किसी प्रकार की दवाई का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इससे उल्टा फायदे की बजाय नुक्सान हो जाता है। प्राक़तिक आयुर्वेदिक विधि का ही प्रयोग करना चाहिए. वजन बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक नुस्खों को अपनाने से किसी तरह को कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। आज आपको बताएंगे कि कुछ तरीके अपनाकर आप अपना दुबला पतला शरीर स्वस्थ कर सकते है।

शरीर में खाया-पीया नहीं लगता, तो शुरू करें इन दो चीज़ो का सेवन, होगा ऐसा चमत्कार नहीं करोगे यकीन

आज की इस दुनिया में हर कोई किसी न किसी चीज़ को लेकर परेशान है, उसी तरह कुछ लोग अपने बढ़ते वजन से परेशान है तो वही कुछ लोग अपने दुबलेपन से परेशान है। लेकिन आज का हमारा विषय दुबले शरीर को मोटा बनाने को लेकर है, कुछ मोटा होने के लिए दवाओं का भी इस्तेमाल करने लग जाते है, जो बिल्कुल ही गलत है, जिसके नुकसान भी होते है। इस तरह की दवाओं का सेवन आपके लिए घातक साबित हो सकती है, इसलिए आज हम आपको प्राकृतिक तरीको से वजन बढ़ाने के बारे में बताने जा रहे है।

कभी- कभी हमारे शरीर को खाना इसलिए भी नही लगता क्योंकि पेट मे कीड़े होते ये शरीरिक विकास में बाधा पहुँचाते है, इसलिए आज की पोस्ट में हम आपको वजन बढ़ाने से लेकर पेट के कीड़े मारने के उपाय भी बतायेंगे जिससे आपका शारिरिक विकास तो होगा ही और वजन भी बढेगा।

वजन बढ़ाने के आसान उपाय :

मुलेठी : जिन लोगों का पाचन तंत्र कमजोर होता है, उन्हे वजन बढ़ाने में परेशानी होती है, ऐसे में मुलेठी का प्रयोग सबसे उत्तम माना गया है। मुलेठी शरीर की पाचन क्रिया को मजबूत करने का काम करता है।

अशवगंधा और मक्खन : आधा चम्मच अशवगंधा चूर्ण और थोड़ा-सा मक्खन 1 गिलास गुनगुने दूध में मिला कर रात में सोने से कुछ पहले पिएं। इसके हर रोज सेवन से ही आपको अपने शरीर में बदलाव महसूस होने लगेगा। एक महीने के भीतर ही आपका दुबलापन समाप्त हो जाएगा।

अश्वगंधा और सतावरी : अश्वगंधा है फायदेमंद आपने देखा होगा कि कई लोग और आयुर्वेद के जानकार अश्वगंधा को कई तरह से उपयोग करने के बारे में बताते है। आयुर्वेद में अश्वगंधा और सतावरी के उपयोग से वजन बढाने का उल्लेख मिलता है। 3 ग्राम दोनों का चूर्ण रोज सुबह और रात को दूध के साथ प्रयोग करें। ऐसा करने से आपका दुबलापन कम हो जाएगा

किशमिश : किशमिश खाने के फायदे आपको अपने शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए और इससे दुबलापन हटाने के लिए किशमिश का सहारा भी लेना है। 50 ग्राम किशमिश रात को पानी में भिगो दे। सुबह भली प्रकार चबा चबा कर खाएं। दो तीन माह के प्रयोग से वजन बढेगा। आपको बता दें कि किशमिश में कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है।

अखरोट : अखरोट का करें सेवन अगर आपको अखरोट खाना अच्छा लगता है तो आपके लिए ये बहुत अच्छी बाता है। अखरोट खाने आपका फैट जरूर बढ़ेगा। ये फैट को बढ़ाने के लिए अच्छी डायट है।

केला और दूध : केला और दूध का करें सेवन अगर आप ये चाहते है कि आपका वजन जल्दी से बढ़ जाए तो आपको केले और दूध का सेवन करना चाहिए। आपको बता दें कि अगर आप केला खाते है तो आपका पाचनतंत्र अच्छा हो जाता है। इसके लिए आपको सबसे पहले सुबह उठकर आधा लीटर दूध में पांच केलो को अच्छी तरह से मिक्स करके एक मिल्कशेक तैयार करना होगा। इसे आप सुबह में पी लें। इससे आपको दिन भर के लिए काफी कैलोरी मिल जाएगी। दोपहर में आपको खाने के बाद दो केला खाना होगा। इससे आपके शरीर में फैट भी बढ़ेगा और फाइबर और प्रोटीन भी शरीर को सही मात्रा में मिलेगा। शाम में आपको थोड़ी एक्सरसाइज करने की जरुरत पड़ेगी। एक्सरसाइज के बाद आपको दो केले एक गिलास दूध में मिलकर पीने होंगे। ऐसा एक महीने तक लगातार करने से आपका वजन काफी तेज़ी से बढ़ने लगेगा और एक महीने में आपको मनमुताबिक परिणाम दिखने लगेंगे।

पेट और आँतो में कीड़े के लिए घरेलू नुस्खे :  
1. नींबू : 

नींबू के बीजों को पीसकर चूर्ण बना लें, इस चूर्ण थोड़ी-सी मात्रा में गर्म पानी के साथ 7 दिन तक सेवन करने से कीड़ें मर जाते हैं।

बिजौरा नींबू के सूखे छिलकों का काढ़ा बनाकर पीने से पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं।

नींबू के रस को सेवन करने से आंतों के अन्दर टायफायड (मियादी बुखार), अतिसार (दस्त), हैंजा (विशूचिका) आदि में लाभ मिलता है

नींबू का रस का सेवन करने से पेट के कीड़े मर जाते है और आमवात की शिकायत कम होती है।

10 मिलीलीटर नींबू के पत्तों का रस और 10 ग्राम शहद मिलाकर 15-20 बार 1 दिन में पीने से पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं।

2. गाजर : 

गाजर का रस 125 मिलीलीटर रोज खाली पेट 14 दिन तक सेवन करने से पेट के कीड़ें मरकर मल के द्वारा बाहर निकल जाते हैं।

कच्ची गाजर को 7 दिनों तक खाने से भी पेट के कीड़ों से छुटकारा मिलता है।

गाजर का 125 मिलीलीटर रस खाली पेट पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।

3. लहसुन : 

लहसुन और गुड़ को बराबर मात्रा में लेकर खाने से पेट के कीड़ें मर जाते हैं।

लहसुन की चटनी बनाकर उसमें थोड़ा-सा सेंधा नमक को मिलाकर सुबह और शाम खाने से पेट के कीड़ों से राहत मिलती है।

पेट में कीड़े होने पर 5 कली लहसुन की शहद या मुनक्का के साथ रोज दिन में 3 बार खानें से पेट के कीड़े मर जाते है।

यह प्रयोग 2 से 3 महिनों तक करें अवश्य लाभ मिलेगा।

लहसुन की एक फली को पपीते के सूखे हुए थोड़े-से बीजों को पीसकर चटनी बनाकर मरीज को खिलाने से पेट के कीड़े मरकर मल के द्वारा बाहर निकल जाते हैं।

1 पुती (एक फली) लहसुन को देशी घी में भुनकर, आधा चम्मच अजवायन का चूर्ण और 10 ग्राम पुराने गुड़ को मिलाकर दिन में 4 बार खाने से पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं।

4. शहतूत :

शहतूत के पेड़ की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं।

100 ग्राम शहतूत को खाने से पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं।

शहतूत 20 ग्राम और 20 ग्राम खट्टे अनार के छिलके को उबालकर पीने से पेट के कीड़ें नष्ट हो जाते हैं।

शहतूत के पेड़ की जड़ को पानी में उबालकर सेवन करने से आंतों के कीड़े समाप्त होते हैं।

5. आंवला :

आधा चम्मच आंवले का रस 2 से 3 दिन तक पिलाने से पेट के कीड़ों में आराम देता है।

ताजे आंवले का लगभग 60 मिलीलीटर रस को 5 दिन तक पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।

6. अनार : 

अनार की जड़ की छाल 50 ग्राम को 250 मिलीलीटर पानी में उबाल लें, जब पानी 100 मिलीलीटर की मात्रा में बच जाऐ, तब इस बने काढे़ को दिन में 3-4 दिन बार पीने से पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं।

3 ग्राम अनार के छिलकों का चूर्ण दही या छाछ के साथ सेवन करें। अनार की जड़ की छाल 50 ग्राम को 250 मिलीलीटर पानी में उबाल लें, जब पानी 100 मिलीलीटर की मात्रा में बच जाऐ, तब इस बने काढे़ को दिन में 3-4 दिन बार पीने से पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं।

3 ग्राम अनार के छिलकों का चूर्ण दही या छाछ के साथ सेवन करें।

7. अजवायन : 

सूखी अजवायन को पीसकर प्राप्त हुए चूर्ण को 1 से 2 ग्राम को खुराक के रूप में छाछ के साथ पीने से पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं।

4 ग्राम अजवायन के बारीक चूर्ण को 1 गिलास छाछ के साथ पीने या अजवायन के तेल की लगभग 7 बूंदों को प्रयोग करने से लाभ होता है।

4 से 5 बूंद अजवायन के रस को पानी में डालकर सेवन करने से आराम मिलता है।

2 चुटकी अजवायन को गुड़ के साथ प्रयोग करें पेट के कीड़ों में लाभ मिलेगा।

8. पपीता : 

पपीते के 5-7 बीजों को ताजे पानी के साथ 5 दिन तक सेवन करने से पेट में कीड़ो के कारण होने वाला दर्द कीड़ों के मरने के साथ मिट जाता है।

पपीता के बीजों को पीसकर चूर्ण बनाकर दो चुटकी खुराक के रूप में दिन में 3 बार पानी के साथ पीने से लाभ होता है।

पपीते के 10 बीजों को पानी में पीसकर चौथाई कप पानी में मिलाकर पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। ऐसा प्रयोग लगातार 7 दिन तक करें।

10 से 15 पपीते के बीज को पानी में पीसकर 7 दिनों तक खाने से लाभ होता हैं।

9. नीम : 

नीम के पेड़ की छाल को उतारकर बारीक पीसकर चूर्ण बना लें, इस बनें चूर्ण की 2 ग्राम को खुराक के रूप में हींग और शहद के साथ सेवन करने से पेट के कीड़ें समाप्त हो जाते हैं।

नीम के पेड़ की छाल, इन्द्रजौ और बायबिडंग के चूर्ण को 2 ग्राम, भुनी हींग 250 ग्राम को शहद के साथ मिलाकर दिन में सुबह और शाम सेवन करने से आंतों के कीड़ों मल के द्वारा बाहर निकल जाते हैं।

सब्जी या बैंगन के साथ नीम के 8-10 पत्तों को छौंक कर खाने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।

एक मुट्टी पत्तों का काढ़ा बनाकर 20 मिलीलीटर की मात्रा में खाली पेट 3 दिन तक पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।

10. कालीमिर्च : 

कालीमिर्च के 10 दानें और 25 ग्राम पुदीना को पीसकर 1 गिलास पानी में मिलाकर 4 दिन तक रोज पीने से लाभ होता हैं। पिसी हुई कालीमिर्च एक ग्राम को छाछ के साथ पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। इसे भी जरूर पढ़ें –

himachalikhabar
the authorhimachalikhabar

Leave a Reply