शादी से पहले क्यों लगाते हैं मेहंदी?

शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन को मेहंदी क्यों लगाते हैं? 99 फीसदी लोगों को नहीं पता होगा असली कारण

लेकिन क्या आप ने कभी सोचा है कि आखिर शादी के पहले मेहंदी क्यों लगाई जाती है? दिलचस्प बात ये है कि हिंदू धर्म से शादी हो या मुस्लिम रिवाजों से निकाह पड़ा जाए, इन दोनों ही टाइप की शादियों में दूल्हा और दुल्हन मेहंदी जरूर लगाते हैं।

ऐसे में आज हम आपको शादी के पहले मेहंदी लगाने की परंपरा का असली कारण बताने जा रहे हैं। वैसे इसका कारण सिर्फ परंपरा से ही नहीं बल्कि विज्ञान से भी जुड़ा हुआ है।

पारंपरिक वजह

कई धर्मों में मेहंदी को पवित्र माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मेहंदी लगाने के बाद उसका रंग जितना गहरा चढ़ता है, पति-पत्नी के बीच प्यार भी उतना सच्चा और अच्छा रहता है। इसलिए शादी के समय मेहंदी लगाते समय हर कोई अच्छी क्वालिटी की मेहंदी ही लाता है। ताकि इसका रंग हाथों में अच्छा चढ़े। इसके अलावा मेहंदी का रंग जितना अधिक दिनों तक चढ़ा रहता है, कपल उतना ही ज्यादा भाग्यशाली रहता है।

वैज्ञानिक कारण

शादी के पहले मेहंदी लगाने का वैज्ञानिक कारण भी होता है। मेहंदी शरीर को ठंडक देने का काम करती है। शादी के पहले अक्सर दूल्हा और दुल्हन घबरा जाते हैं। वे बहुत नर्वस हो जाते हैं। दिमाग में कई तरह के टेंशन चलते रहते हैं।

ऐसे में उनके दिमाग और शरीर को शांत करने के लिए शादी के पहले उनके हाथों में मेहंदी लगाई जाती है। इससे उनका मन और तन दोनों शांत और स्थिर रहता है।

इन देशों में भी है है मेहंदी लगाने का रिवाज

मेहंदी सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी लगाई जाती है। हिंदू धर्म के अल्वा मुस्लिम मजहब में भी मेहंदी को पवित्र माना आगया है। कहते हैं पैगम्बर मुहम्मद ने अपनी दाढ़ी में मेहंदी लगाई थी।

इस कारण आज भी कई मुस्लिम अपनी दाढ़ी में मेहंदी लगाते हैं। वहीं सिर में भी बहुत से लोग मेहंदी लगाते हैं। सिर में मेहंदी लगाने के भी ढेर सारे फायदे होते हैं। जैसे स्कैल्प हेल्थी बनता है, बाल मजबूत होते हैं, डैंड्रफ नहीं होता इत्यादि।

उम्मीद करते हैं कि आपको ये जानकारी पसंद आई होगी। अब अगली बार कोई आप से शादी में मेहंदी लगाने की वजह पूछे तो इसे ये ढेर सारा ज्ञान देकर इंप्रेस कर देना। इसे भी जरूर पढ़ें –