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शेयर बाजार में लगा रिवर्स गियर, जमकर तोडफोड, डूबे गये अरबों-लाखों लोग बर्बाद

शेयर बाजार में लगा रिवर्स गियर, जमकर तोडफोड, डूबे गये अरबों-लाखों लोग बर्बाद
शेयर बाजार में लगा रिवर्स गियर, जमकर तोडफोड, डूबे गये अरबों-लाखों लोग बर्बाद
The stock market went into reverse gear, there was massive vandalism, billions of rupees were lost and millions of people were ruined

Share Market: भारी बिकवाली की वजह से शुक्रवार को शेयर मार्केट बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ. सेंसेक्स में 663 अंकों की गिरावट से निवेशकों के 6 लाख करोड़ रुपये डूब गए. सेंसेक्स पर सभी सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 6.03 लाख करोड़ रुपये घटकर 437.76 लाख करोड़ रुपये हो गया.

दोपहर के कारोबार में सेंसेक्स 800 से ज्यादा अंक गिर गया. हालांकि, कारोबार के अंत तक बाजार कुछ संभला और 662 अंक की गिरावट पर आकर सिमट गया. बीएसई का सेंसेक्स कारोबार के अंत में 662.87 अंक या 0.83 प्रतिशत गिरने के बाद 79,402.29 पर बंद हुआ.

टॉप लूजर्स में टाटा मोटर्स और बजाज फाइनेंस भी
वहीं, एनएसई का निफ्टी 218.60 अंक या 0.9 प्रतिशत गिरने के बाद 24,180.80 पर आ गया. निफ्टी बैंक 743.70 अंक या 1.44 प्रतिशत गिरने के बाद 50,787.45 पर बंद हुआ. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,071.80 अंक या 1.90 प्रतिशत गिरने के बाद 55,277.95 पर बंद हुआ.

निफ्टी स्मॉल कैप 100 इंडेक्स 401.25 अंक या 2.20 प्रतिशत गिरने के बाद 17,847.90 पर बंद हुआ. सेंसेक्स पैक में इंडसइंड बैंक, एम एंड एम, एल एंड टी, एनटीपीसी, मारुति, बजाज फाइनेंस और टाटा मोटर्स टॉप लूजर्स रहे. वहीं, आईटीसी, एक्सिस बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, सन फार्मा, आईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक टॉप गेनर्स रहे.

79 कंपनियों के शेयरों में कोई बदलाव नहीं

निफ्टी पैक में इंडसइंड बैंक, बीपीसीएल, श्रीराम फाइनेंस, कोल इंडिया, एम एंड एम और एलएंडटी टॉप लूजर्स रहे. इसके अलावा, आईटीसी, एक्सिस बैंक, बीईएल, ब्रिटानिया और हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड टॉप गेनर्स की लिस्ट में रहे. बाजार का रुझान नकारात्मक रहा. बीएसई पर 3,092 शेयर्स लाल निशान और 850 हरे निशान में बंद हुए. करीब 79 शेयर में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ.

क्यों धड़ाम हुआ शेयर बाजार?

बाजार के जानकारों के अनुसार, एफआईआई ने आक्रामक तरीके से बिकवाली जारी रखी है, अकेले अक्टूबर में 97,000 करोड़ रुपये की बिकवाली की है. उन्होंने कहा, यह चल रहा बिकवाली दबाव, आय में गिरावट के साथ मिलकर बाजार के मूल्यांकन को कम कर रहा है. निवेशकों के लिए, यह धीरे-धीरे उच्च-विश्वास वाले शेयरों को जमा करने का अवसर प्रदान कर सकता है क्योंकि बाजार इस सुधार चरण से गुजर रहा है.

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