सीतामढ़ी: बिहार के एक प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) का झगड़ा अपनी पत्नी से चल रहा है। सीतामढ़ी के नानपुर बीडीओ मोहम्मद आबिद हुसैन का पत्नी से विवाद बना हुआ है। दोनों के बीच अब तक मामला नहीं सुलझ सका है। बेतिया महिला थाने में दोनों के बीच समझौता भी हुआ था। साथ में रहने की बातें हुई थी, लेकिन थाने से बाहर आते ही सब धरा का धरा रह गया। फिलहाल बीडीओ और उनकी पत्नी अलग-अलग ही है। खास बात ये कि बेतिया थाने में समझौते के बाद बीडीओ मो. हुसैन ने कहा था कि उन्होंने अपनी पत्नी नासरीन बेगम पर एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी, उसे वापस ले लेंगे। उन्होंने पत्नी पर लगाए गए आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया था।
क्या है यह पूरा मामला
बीडीओ मो. आबिद हुसैन 20 जुलाई को ही नानपुर प्रखंड में कार्यभार संभाले हैं। बीडीओ रोहतास जिले के नासरीगंज के मूल निवासी हैं। उन्होंने पत्नी के खिलाफ 7 अगस्त 2023 को नानपुर में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें वैशाली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के करनेज गांव निवासी और साढ़ू निजाम के साथ भाग जाने का आरोप पत्नी पर लगाया था। आवेश में बीडीओ ने साढ़ू का अपनी पत्नी से अवैध संबंध भी करार दिया था।
बीडीओ पर मारपीट का आरोप
साढ़ू के साथ उनकी पत्नी नासरिन 5 अगस्त 23 का बीडीओ आवास से चली गई थी। उन्होंने पत्नी और साढ़ू पर भद्दी-भद्दी गालियां देने का आरोप लगाया था। मारपीट करने का भी इल्जाम मढ़ा था। प्राथमिकी के मुताबिक दोनों ने जाते-जाते बीडीओ हुसैन को दहेज अधिनियम और प्रताड़ना के मामले में मुकदमा कर जेल भेजवा देने की धमकी दी थी। अगस्त में ये मामला काफी सुर्खियों में था। सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ था। पत्नी की कथित बेवफाई से बीडीओ हुसैन अब भी आहत हैं और उससे उबरे नहीं हैं।
चार दिन बाद पत्नी ने कराई प्राथमिकी
बहनोई संग नानपुर से जाने और बीडीओ के प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद ठीक चौथे पत्नी ऐक्टिव हुई। 11 अगस्त 23 को नासरीन ने बेतिया महिला थाना में बीडीओ पर दहेज प्रताड़ना की प्राथमिकी दर्ज करा दी। बाद में इसको लेकर उसी थाने में दोनों के बीच समझौता हुआ था कि साथ रहेंगे। बीडीओ ने मीडियाकर्मियों को खुलकर बताया था कि नानपुर थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी को वापस ले लेंगे। साथ ही स्वीकार किया था कि अपने बचाव में झूठा आरोप लगाया था।
बीडीओ को अब भी पत्नी का इंतजार
बीडीओ मो. आबिद हुसैन ने बताया कि पत्नी नासरीन बेगम फिलहाल साथ में नहीं रह रही है। वो मायके में है। दो-तीन बाद वे बेतिया जाने वाले हैं, जहां समझौते के मुद्दे पर बात होनी है। बात बन जाने पर प्राथमिकी वापस लेने पर विचार करेंगे।