नोएडा। ग्रेटर नोएडा में कर्जदारों ने पति के साथ मिलकर घरेलू सहायिका की हत्या करा दी। मृतक महिला राजकुमारी ब्याज पर रुपए देने का काम करती थी। बताया जाता है कि राजकुमारी भी अपने पति की हत्या कराना चाहती थी। पति सहित चार और आरोपी गिरफ्तार किए हैं। ग्रेटर नोएडा के दादरी में 26 सितंबर को दादरी के सरस्वती विहार में काम के लिए निकली घरेलू सहायिका राजकुमारी की हत्या की गई थी। पुलिस ने रविवार को पति सहित चार साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा किया।
कर्जदारों ने कर्ज के रुपए हड़पने के लिए साजिश रची। पुष्पेंद्र को जानकारी मिली कि राजकुमारी उसकी हत्या करना चाहती थी। पुलिस ने मामले में रविवार को राजकुमारी के पति पुष्पेंद्र, गोहरा आलमगीरपुर हापुड़ के कपिल गुर्जर, पुष्पेंद्र के चाचा उपारलसी गांव के कुशलपाल उर्फ लूरे, जितेंद्र उर्फ जित्तू को गिरफ्तार कर लिया। राजकुमारी की सुपारी लेकर हत्या करने वाले कपिल गुर्जर के भाई अरविंद उर्फ मोनू गुर्जर और उसके साथी अनिकेत को गिरफ्तार किया। डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां ने बताया कि राजकुमारी ब्याज पर रुपए लेनदेन का काम करती थी। राजकुमारी की सात साल से जितेंद्र उर्फ जित्ते सहित अन्य से पहचान थी।
जित्ते राजकुमारी के घर आता जाता रहता था। पुष्पेंद्र राजकुमारी के संबंधों का विरोध करता था। हत्या से एक दिन पहले राजकुमारी के सिकंदराबाद के होटल में जाने की जानकारी मिली है। जहां पर राजकुमारी भी पुष्पेंद्र के शराब पीने और लोगों से कर्ज लेने से परेशान थी। इस बात को लेकर दोनों में विवाद था। बेटे का रिश्ता पक्का होने के बाद दोनों के संबंध और खराब हो गए थे। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि राजकुमारी ने जित्ते से वीडियो कॉल कर अपने पति की हत्या कर रास्ते से हटाने के लिए कहा। जितेंद्र के पास इसकी वीडियो रिकार्डिंग थी।
जितेंद्र ने ये रिकार्डिंग राजकुमारी के पति पुष्पेंद्र को सुनाई। इसके बाद पुष्पेंद्र जित्ते से मिलकर अपनी पत्नी की हत्या की योजना बनाने लगा। जित्ते को राजकुमारी ने एक लाख रुपए ब्याज पर दिया था। वह अपने रुपए वापस मांगती थी। राजकुमारी के रुपए हड़पने के लिए वह तैयार हो गया।
ढाई लाख के लिए चाचा भी शामिल
राजकुमारी ने पुष्पेंद्र के चाचा कुशलपाल को ढाई लाख रुपए और कपिल को 25 हजार रुपए ब्याज पर दिए थे। ये दोनों रुपए हड़पने के लिए वारदात की साजिश में शामिल हो गए। कपिल ने अपने चचेरे भाई अरविंद उर्फ मोनू गुर्जर को 2.30 लाख रुपए की सुपारी देकर वारदात के लिए तैयार किया। मोनू ने 13 हजार रुपए एडवांस लेकर अपने साथी अनिकेत के साथ मिलकर राजकुमारी की हत्या की।
जितेंद्र के साले ने हड़पे सुपारी के एक लाख
पुलिस का कहना है कि पुष्पेंद्र ने पहले जितेंद्र से राजकुमारी की हत्या के लिए सुपारी किलर ढूंढने के लिए कहा था। पुष्पेंद्र ने कर्ज लेकर एक लाख रुपए जितेंद्र को दिए। जितेंद्र ने अपने साले को रुपए दिए लेकिन उसने हत्या कराने के बजाय रुपए हड़प लिए।
पुष्पेंद्र ने यह एक लाख रुपए कर्ज पर लिए थे। उसे उम्मीद थी कि राजकुमारी ने अपने लॉकर में छह लाख रुपए रखे हैं। हत्या के बाद उन्हें निकाल लेगा। हालांकि लॉकर से केवल 80 हजार रुपए निकले।