पुराने ज़माने में कई तरह के सिक्कों का चलन था। भारत में पहले सिक्को को पैसा नहीं कहा जाता था बल्कि आना कहा जाता था जैसे 1 आना, 2 आना। 4 आने का मतलब होता था 25 पैसे, 8 आने का 50 पैसे और इसी तरह 16 आने का मतलब हुआ 1 रुपया।
पहले 1950 से 1957 के बीच आनो का चलन था फिर इसके बाद पैसों की शुरुआत की गई थी। उस ज़माने में 1 पैसा, 2 पैसे, 5 पैसे, 10 पैसे, 20, 25, 50 और फिर आता था 1 रुपया, इन सबके सिक्के होते थे। आज भी हम अपने घर के बड़े बुजुर्गों के पास इन पैसों को देख सकते है।
जैसे-जैसे ज़माना बदलता गया, धीरे-धीरे इन सिक्कों का चलन बंद हो गया। भारत में आज भी कई ऐसे लोग हैं, जो इन सिक्कों को संभाल कर रखे हुए हैं। आपको हर किसी के पास कोई न कोई पुराना सिक्का देखने को मिल ही जाएगा।
तो जिनके पास भी ऐसे पुराने सिक्के पड़े हैं उनके लिए एक बड़ी खुशखबरी है। हम बात कर रहे हैं आज़ादी के बाद साल 1957 से लेकर 1957 के बीच मे बने 10 पैसों के सिक्को की।अगर आपके पास भी ऐसे सिक्के पड़े तो आप भी इनके बदले हज़ारों रुपए कमा सकते हैं।
ऐसे 10 पैसों के सिक्के आठ कोने वाले होते थे, जिस पर लिखा होता था ‘रुपए का दसवां भाग’, उसके नीचे ’10 नए पैसे’ लिखा होता था और उसके नीचे लिखा होता था जिस साल में उनको बनाया गया है। इनका वजन लगभग पांच ग्राम होता हैं और इनको कॉपर-निकल से बनाया गया था।
सिक्के के दूसरी तरफ अशोक स्तंभ बनाया हुआ है और उसके बाई ओर हिंदी में भारत एवं दाई ओर अंग्रेजी में इंडिया लिखा हुआ है। ये सिक्के 10 पैसे के सबसे पहले सिक्के होने के कारण काफी ज्यादा डिमांड में है।
बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्हें पुराने सिक्को को कलेक्ट करने का शौक होता हैं। ऐसे लोग मन चाही कीमत देकर भी ऐसे सिक्को को खरीद सकते हैं। अगर आपके पास भी ऐसे सिक्के हैं तो आपको इन्हें बेचने के लिए कहीं जाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। आप घर बैठे ऑनलाइन इन्हें बेच सकते हैं।
आज कल ऐसी बहुत सारी वेबसाइट हैं जिनके द्वारा आप अपने पुराने सिक्कों को बेच कर मालामाल हो सकते हैं। कुछ के नाम है कॉइन बाजार, ओएलएक्स (olx) और क्विकर।