आप सभी को पता ही है कि भारतीय घरों के किचन में तेजपत्ता जरूर मौजूद रहता है इतना ही नहीं बताते चलें कि तेजपत्ता मसाले के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा आपको ये भी बततो चलें कि इसका प्रयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी होता है सूखे हुए अच्छे तेज़ पत्ते का प्रयोग खाने को सुगन्धित बनाने के लिए होता है।आपने अगर कभी गौर किया होगा तो देखा होगा कि ऐसे पकवान जिसे बनने में एक लम्बा समय लगता है, तेज़ पत्ते का प्रयोग किया जाता है।
एक बार व्यंजन तैयार हो जाने पर परोसने के पहले तेज़ पत्ते को निकाल दिया जाता है। तेज़ पत्ते से आने वाली सुगंध इसके स्वाद से अधिक महत्वपूर्ण होती है। तेज़ पत्ते के कई स्वस्थ सम्बंधित लाभ है। प्राचीन काल से ही इसका प्रयोग लीवर, आंत और किडनी के इलाज में होता रहा है। कई बार इसका इस्तेमाल मधुमक्खि के काट लेने पर ज़ख्म के स्थान पर किया जाता है। इन दिनों कई लोग इसका इस्तेमाल कई छोटी बड़ी रोगों के निवारण के लिए कर रहे हैं।
इतना ही नहीं लेकिन क्या आप जानते हैं कि तेज पत्ते के और भी फायदे हैं। जी हां दरअसल हाल ही में रूस में हुए एक सर्वे के अनुसार पता चला है कि तेज पत्ते का प्रयोग तनाव दूर करने में किया जा सकता है। तेज पत्ता एरोमैटिक होता है। जी हां जिस तरह से हम स्पा आदि में रिलैक्स होने के लिए एरोमा थेरेपी का इस्तेमाल करते हें तेज पत्ते के जरिए आप उसका आनंद और फायदा अपने घर के कमरे में उठा सकते हैं।
इसके अलावा ये भी बता दें कि तेज पत्ते को एक बर्तन में डालें और जला दें और अब इसे ऐसे ही कमरे में रख दें। क्योंकि ऐसा करने से करीब 15 मिनट के लिए, कमरे को बाहर से बंद कर दें। कुछ देर बाद जब आप कमरा खोलेंगे तो कमरे में एक रिलैक्सिंग खुशूब फैली हुई है। ये काफी सुकून भरा है, कुछ देर कमरे में रिलैक्स होकर बैठेंगे तो आपको सुकून मिलेगा।
इतना ही नहीं ये भी बता दें कि तेजपत्ते का प्रयोग खासकर दवाओं को बनाने में भी किया जाता है, खास तौर पर भारतीय औषधियां। तेज पत्ता गरम मसालों का एक अहम अंग है। इसका प्रयोग हमेशा से आयुर्वेद में किया जाता रहा है। कई तरह की बीमारियों में तेज पत्ता फायदेमंद साबित होता है। वहीं अगर आप तेजपत्ते के पाउडर रोज सुबह पानी के साथ लेने से डायबिटीज दूर होती है। दिन में तीन बार ये लेना चाहिए।
आपको बताते चलें कि तेज पत्ते का प्रयोग दिमाग को तेज करने में भी होता है जी हां बता दें कि इससे याददाश्त तेज होती है। कुछ भी याद करने में कठिनाई नहीं आती। इसे रोजाना के खाने में प्रयोग करना चाहिए। इसे खाते रहने वाले शख्स को अल्जाइमर जैसी दिमाग से जुड़ी बीमारी होने की संभावना ना के बराबर होती है। बुढ़ापे में भी याद्दाश्त को लेकर समस्या नहीं आती है। इसके अलावा तेज पत्ता महिलाओं के लिए भी बहुत उपयोगी है।