आज कल जिस तरह की हमारी जीवन शेली हो चली अहै उसके चलते थकान का बन जा भौत ही आम बात है । सामन्या थकान हम सभी को रहती है । कभी काम की वजह से कभी किसी और वजह से । पर यह थकान हमारे नींद पूरी कर लेने पर बिलकुल खत्म हो जाती है और हम ठीक हो जाते हैं ।
पर यदि आपको हमेशा थकान बनी ही रहती है , कुछ किए बिना भी आपको थकान का अनुभव रहता है तो आपको सावधान होने की बहुत ज्यादा जरूरत है ।
अगर आप ऐल्कॉहॉल का सेवन नहीं भी करते हैं लेकिन आपका वजन अधिक है या फिर आप डायबीटीज के मरीज हैं, तो सावधान हो जाइए। अगर समय रहते इलाज नहीं करवाया गया तो यह बीमारी लिवर सिरॉसिस में बदल सकती है जिससे लिवर डैमेज होने और यहां तक की लिवर कैंसर का भी खतरा रहता है।
क्या है नॉन एल्कोहोलिक स्टीटोहेपेटाइटिस ?
नॉन ऐल्कोहॉलिक स्टीटोहेपेटाइटिस में लिवर की सूजन और लिवर में फैट जमा होने के कारण होने वाली क्षति है। यह लिवर रोग का हिस्सा है। अगर आपका फैटी लिवर है और आपके लिवर में वसा के निर्माण होता है, तो जरूरी नहीं कि आपमें उससे कोई समस्या या उसके कोई लक्षण दिखें। जबकि कुछ लोगों में लिवर में फैट बढ़ने के कारण लिवर में सूजन हो जाती है, लिवर सेल्स को क्षति पहुंचती है। लिवर में क्षति के कारण आपका लिवर सही से काम नहीं करता।
ऐसे में ना करें इन चीजों का सेवन :-
नॉन ऐल्कोहॉलिक स्टीटोहेपेटाइटिस फैटी लिवर डिजीज से बचाव के लिए आप हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ के सेवन से बचें। सफेद रोटी, सफेद चावल और आलू के अलावा हाई-ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों में चीनी, आटा, कुकीज, क्रैकर्स और कुछ फल जैसे- केला, अंगूर, और किशमिश भी शामिल है।