Premanand Ji Maharaj: हाथरस में सत्संग में हुई भगदड़ के बाद पूरे देश में मातम का माहौल छाया हुआ है। देश के कई जाने माने बाबाओं ने अपने हाल फिलहाल के सभी कार्यक्रम रद्ध कर दिए हैं। वहीं, प्रेमानंद जी महाराज ने भी एक बड़ा फैसला ले लिया है जिसके कारण उनके भक्त काफी निराश हो गए हैं। दरअसल प्रेमानंद जी महराज ने फैसला लिया है कि वो अब भक्तों को दर्शन नहीं देंगे। हाल ही में उनके द्वारा भक्तों तक खास संदेश पहुंचाया गया है। जिसमें उन्होंने अपने इस फैसले के बारे में विस्तार से बताया है।
Premanand Ji Maharaj अब नहीं देंगे दर्शन
हाथरस में हुई घटना के बाद किशोरी जी के भक्त और वृंदावन से पूरे देश में प्रेम और सरलता भरे संदेश देने वाले प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Ji Maharaj) ने एक बड़ा फैसला सुनाया है। सोशल मीडिया पर उनके भक्तों को जानकारी दी गई है कि अब प्रेमानंद जी महाराज रात को होने वाली यात्रा के दौरान नहीं दिखेंगे। एक पत्र जारी कर इस पूरे मामले की जानकारी दी गई है। प्रेमानंद जी महाराज के सोशल मीडिया एकाउंट के द्वारा अपने अनुयायियों को इस बात की जानकारी दी गई है।
जारी किए गए पत्र में लिखा है कि हाथरस में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। ठाकुर जी के चरणों में प्रार्थना है कि भविष्य में इस तरह की कोई घटना ना घटे। इस घटना को देखते हुए सावधानी बरतते हुए महाराज जी की रात्रि 02:15 बजे से शुरू होने वाली यात्रा अगले निर्देश तक बंद की जाती है। कृपया कोई भी भक्त रात के समय दर्शन के लिए खड़ा ना हो और ना ही रास्ते में किसी प्रकार की कोई भीड़ लगाई जाए।
रात को 2 बजे देते हैं दर्शन
वृंदावन के काफी मशहूर संत प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Ji Maharaj) की अमृतवाणी सुनने के लिए देश विदेश से लोग आते हैं। हर सुबह इनके आश्रम के बाहर लोगों की भीड़ नजर आती है जो बस बाबा जी से एकांत में वार्तालाप या फिर केवल उनकी आवाज सुनना चाहते हैं। यहां पर महाराज जी के दर्शन दो तरीके से होते हैं या तो आप सुबह करीब 8 से 9 बजे के बीच उनके आश्रम पहुंचिए और टोकन लेकर दर्शन कीजीए या फिर रात को 2 बजे महाराज जी के निवास स्थान पर पहुंच जाइए क्योंकि रात को बाबा जी करीब सवा 2 बजे अपने निवास स्थान से आश्रम श्री राधाकेली कुंज तक पैदल यात्रा करते हैं इस दौरान भी भक्तों की बड़ी भीड़ पूरे रास्ते में उनके दर्शन के लिए सड़क के किनारे किनारे खड़े रहकर उनके दर्शन करते हैं। हाथरस की घटना को देखते हुए रात वाली इसी यात्रा को बंद किया गया है।
हाथरस में 121 लोगों की हुई है मौत
मंगलवार की दोपहर हाथरस में जो कुछ हुआ उसने पूरे देश को गहरे सदमें में डाल दिया। एक साथ 121 लोगों की मौत हो जाना वाकई में बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। दरअसल यहां पर भोले बाबाा उर्फ सूरजपाल का सत्संग आयोजित किया जा रहा था। इस दौरान पंडाल में करीब 2 लाख लोग मौजूद थे। बताया जाता है कि प्रवचन के बाद जब सूरपाल उनके रास्ते के लिए बनाई गई रंगोली से गुजरे तो वहां बैठे उनके अनुयायी उस रंगोली के बुरादे को लेने के लिए इतने उतवाले हो गए की वहां भगदड़ की स्थित पैदा हो गई और फिर जो गिरा उसे लोगों की भीड़ ने उठने या संभलने का मौका नहीं दिया। देखते ही देखते पूरे पंडाल में लाशें बिछ गई।