ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी Hyundai की भारतीय यूनिट हुंडई मोटर्स इंडिया देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ (India’s Largest IPO) लाने जा रही है. ऑटो कंपनी ने सेबी (SEBI) से मंजूरी के बाद अब अपने इश्यू की लॉन्च डेट का ऐलान कर दिया है और अगले हफ्ते से निवेशकों को इसमें पैसे लगाने का मौका मिलेगा.
कंपनी का प्लान IPO के जरिए भारतीय शेयर बाजार से 27870.16 करोड़ रुपये जुटाने का है और इस साइज के साथ कोरियाई कंपनी एलआईसी (LIC) का रिकॉर्ड तोड़ने जा रही है. आइए जानते हैं इसके प्राइसबैंड से लेकर लॉट साइज तक के बारे में विस्तार से…
15 अक्टूबर को ओपन होगा IPO
हुंडई मोटर्स इंडिया का आईपीओ अगले हफ्ते 15 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन होगा और इसमें निवेशक 17 अक्टूबर तक पैसे लगा सकेंगे. अलॉटमेंट प्रोसेस के लिए 18 अक्टूबर, तो रिफंड प्रोसेस के लिए कंपनी ने 21 अक्टूबर की तारीख तय की है. इसके अलावा इसी तारीख पर बोली लगाने वालों के Demat Accounts में शेयर भी क्रेडिट कर दिए जाएंगे. अगर लिस्टिंग की बात करें, तो इसके लिए संभावित तारीख 22 अक्टूबर तक की गई है.
इतना बड़ा साइज… टूटेगा LIC का रिकॉर्ड
भारतीय आईपीओ मार्केट के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा इश्यू लाने का रिकॉर्ड LIC के नाम पर है, लेकिन ये Hyundai Motors India IPO लॉन्च होने के साथ ही अगले हफ्ते की 15 तारीख को टूट जाएगा. जी हां साल 2022 में एलआईसी ने अपने आईपीओ ओपन किया था और 21,000 करोड़ रुपये के साइज के साथ ये देश के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा इश्यू था. लेकिन हुंडई मोटर्स इंडिया के आईपीओ का आकार इससे भी बड़ा 27,879.16 करोड़ रुपये है. इस इश्यू के जरिए कंपनी 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 142,194,700 शेयर बिक्री के लिए पेश करेगी.
कंपनी कर दिया प्राइसबैंड का ऐलान
अब सबसे जरूरी बात कि आखिर Hyundai IPO Price Band कितना है और निवेशक इसमें कम से कम कितना इन्वेस्ट कर सकते हैं. तो बता दें कि कंपनी की ओर से इसका ऐलान कर दिया गया है. हुंडई मोटर्स आईपीओ के लिए कंपनी ने 1865-1960 रुपये का प्राइसबैंड तय किया है. इसके अलावा लॉट साइज 7 शेयरों का होगा और अपर प्राइसबैंड के हिसाब से कैलकुलेशन करें, तो निवेशकों को कंपनी के मुनाफे में पार्टनर बनने के लिए कम से कम 13,720 रुपये का निवेश करना होगा.
पूरी तरह से OFS होगा आईपीओ
हुंडई मोटर्स इंडिया ने SEBI के पास जमा कराए गए ड्राफ्ट रेड हियरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) में पहले ही साफ कर दिया था कि Hyundai नए शेयर नहीं जारी करेगी. साउथ कोरियाई मूल की कंपनी पूर्ण स्वामित्व वाली यूनिट में अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा ‘ऑफर फॉर सेल’ के माध्यम से रिटेल और अन्य निवेशकों को बेचेगी, यानी हुंडई मोटर्स का आईपीओ पूरी तरह से OFS इश्यू होगा.
दो दशक बाद ऑटोमेकर कंपनी का IPO
पैसेंजर व्हीकल सेल्स वॉल्यूम के आधार पर Hyundai Motors India कंपनी वित्त वर्ष 2024 में मारुति सुजूकी के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है. मारुति सुजूकी का मार्केट कैप 48 अरब डॉलर के करीब है. मारुति सुजुकी का आईपीओ 2003 में आया था. ऐसे में 20 साल बाद भारत में किसी ऑटो मेकर कंपनी का आईपीओ आ रहा है और इसका साइज देश में अब तक पेश किए गए सबसे बड़ी आईपीओ से भी ज्यादा है. वहीं आईपीओ के जरिए हुंडई मोटर इंडिया 18 से 20 अरब डॉलर के बीच वैल्यूएशन पाने का लक्ष्य लेकर चल रही है.