यूपी पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक डीएनए टेस्ट (DNA Test) की रिपोर्ट में आरोपी की पहचान हो गई है और उसकी गिरफ्तारी के लिए टीम बना दी गई है.
जानिए पूरा मामला
दिल को झकझोर देने वाली यह घटना साल 1994 की है. इस मामले की कहानी एकदम फिल्मी है. जहां 26 साल के बेटे ने 28 साल पहले अपनी मां के साथ हुए गैंग रेप के दोषियों को सजा दिलवाने के लिए जो लड़ाई शुरू की थी उसमें उसे कामयाबी मिली है.
दरअसल वारदात के समय 12 साल की पीड़िता अपनी बहन और बहनोई के घर पर रहती थी. दोनों सरकारी नौकरी में थे. एक दिन मौका पाकर पड़ोस के नकी हसन और गुड्डू ने उसके साथ गैंग रेप किया और वो प्रेग्नेंट हो गई.
जब पीड़िता ने बेटे को जन्म दिया तो उन्होंने अपने दूर के परिचित को वो बच्चा दे दिया. वहीं लड़की शादी के लायक हुई तो बहन-बहनोई ने उसकी शादी गाजीपुर में करवा दी.
बेटे ने लगाया मां का पता
उधर बेटा जब 26 साल का हुआ तो उसने अपने असली मां-बाप का पता लगाना शुरू किया. आखिरकार उसने 26 साल बाद लखनऊ में अपनी मां को खोज निकाला और अपने पिता के बारे में पूछताछ की.
जब उसे पता चला कि उसकी मां का गैंग रेप हुआ था तो वह बेचैन हो गया. उसने अपनी मां को इंसाफ दिलाने के लिए 1 साल पहले थाना सदर बाजार में लकी हसन और गुड्डू के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए दोनों आरोपियों और गैंगरेप से पैदा हुए बेटे का डीएनए कराया तो दोनों का डीएनए मैच कर गया.
पति ने दिया था तलाक
असली घटना सामने आने के बाद पीड़िता के पति ने भी उसे तलाक दे दिया था. शिकायत दर्ज कराने वाला बेटा और पीड़ित मां इस वक्त लखनऊ में रह रहे हैं. उधर डीएनए मैच होने के बाद दोनों आरोपी फरार हैं. पुलिस का कहना है कि जल्द ही दोनों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी.