भदोही में भाजपा की तरफ से चेयरमैन का चुनाव लड़ चुकी एक भाजपा नेत्री अपने ही घर किराए पर रहने वाले सिपाही के साथ लापता हो गई हैं। भाजपा नेत्री के दो बच्चे हैं। एक बीस साल की बेटी है और दूसरा सात साल का बेटा है। बेटे को भी भाजपा नेत्री अपने साथ ले गई है। पति भी भाजपा के नेता हैं। पति ने आरोप लगाया कि घर से ढाई करोड़ के जेवर और नगदी लेकर उसकी पत्नी सिपाही के साथ भागी है। पति ने सिपाही पर अपनी पत्नी को फंसाने का आरोप लगाया है। पति ने यह भी कहा कि मेरी पत्नी 45 साल की है और सिपाही 30 साल का है। दोनों का कोई मेल नहीं है। केवल पैसों के लिए पत्नी को लेकर गया है। उसकी हत्या भी कर सकता है। पति की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच की बात कह रही है।
गोपीगंज नगर के निवासी भाजपा नेता ने पुलिस की दी तहरीर में बताया है कि लगभग एक साल पहले गोंडा निवासी सिपाही विनय तिवारी उर्फ राज तिवारी उनके घर में किराए पर रहता था। उसी दौरान उनकी पत्नी को सिपाही ने अपने जाल में फंसा लिया। पत्नी की कुछ गलत तस्वीरें और फोटो खींचकर ब्लैकमेल करने लगा और कहा कि अगर मुंह खोला तो तुम सबको फंसा देंगे। जब इसकी जानकारी हुई तो किरायदार को अपने घर से निकाल दिया था। इधर अपनी पत्नी को भी बहुत समझाने-बुझाने का प्रयास किया लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।
सिपाही को घर से निकालने के बाद वह हम लोगों से रंजिश रखने लगा और षडयंत्र रचने लगा। उसी रंजिश में 28 अगस्त को उसने मेरी पत्नी को बहकाया और वह उसके साथ चली गई। उस समय घर में कोई नहीं था। इसका फायदा उठाते हुए पत्नी ने जाते समय घर से लगभग दो करोड़ का जेवर और घर में रखे हुए चार लाख रुपये नगद और अन्य सामान भी गाड़ी में लादकर ले गई। मेरे सात साल के बच्चे को भी अपने साथ ले गई है। दोनों को खोजने का बहुत प्रयास किया लेकिन पता नहीं चला।
भाजपा नेता ने यह भी कहा कि मेरी पत्नी की उम्र 45 साल और सिपाही विनय तिवारी की उम्र लगभग 30 साल है। दोनों का कोई मेल नहीं है। सिपाही विनय तिवारी केवल पैसे के खातिर मेरी पत्नी को पहले ब्लैकमेल करके पैसे लेते रहा और अब पैसो के खातिर पत्नी और बच्चे को लेकर गायब हो गया है। अंदेशा है कि सारे पैसे को लूटकर पत्नी और बच्चे की हत्या कर देगा
भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि इस पूरे घटना में यहां के कुछ स्थानीय लोग मिले हुए हैं। इससे पूर्व जब सिपाही विनय तिवारी किराए पर रहता था तो घर में कई बार गलत काम करते हुए पकड़ा गया था। इसकी सूचना थाने में भी दी थी। थाने की मदद से ही बाहर निकाला गया था।