Jio के 5.5G सर्विस लॉन्च कर दी है। अभी तक भारत के
लोग 5G के जरिए हाई स्पीड डेटा का यूज कर पा रहे थे। अब जियो के इस नए 5.5G
नेटवर्क से लोगों को इंटरनेट की और भी बेहतरीन स्पीड मिलेगी। यह 5G का
एडवांस वर्जन है। इसमें 5G की तुलना में हाई स्पीड, कम लेटेंसी मिलेगी।
5.5G नेटवर्क यूजर्स को 1Gbps की स्पीड पर इंटरनेट का यूज कर पाएंगे। इसकी
पहली झलक हाल ही में लॉन्च हुई OnePlus 13 Series की लॉन्चिंग के दौरान
मिली। फिलहाल, इस नेटवर्क का यूज OnePlus 13 Series के यूजर्स कर पाएंगे।
आइये, बारे में डिटेल में जानते हैं।
क्या है 5.5G (What is 5.5G?)
OnePlus
के साथ मिलकर Jio ने देश में चल रहे 5G रोलआउट के हिस्से के रूप में 5.5G
नेटवर्क पेश किया है। बता दें कि 5G पहले से ही ग्लोबल स्तर पर मोबाइल
कनेक्टिविटी में क्रांति ला रही है। 5.5G इस तकनीक का एक एडवांस वर्जन है,
जो कंपोनेंट कैरियर एग्रीगेशन (3CC) पर बेस्ड है। यह तकनीक डिवाइस को एक ही
समय में कई नेटवर्क सेल से कनेक्ट करने की सुविधा देती है, जिससे तेज
डाउनलोड स्पीड, बेहतर कवरेज सुनिश्चित होती है।
5.5G का कॉन्सेप्ट मौजूदा 5G इंफ्रास्ट्रक्चर पर बेस्ड है, जो इसे 5G का
अधिक विश्वसनीय और एडवांस वर्जन बनाती है। जियो देश का पहला टेलीकॉम
ऑपरेटर है, जिसने 5G टेक्नोलॉजी के इस एडवांस वर्जन को तैनात किया है, जो
इसे विशेष रूप से स्टैंडअलोन SA 5G नेटवर्क पर पेश करता है।
इस नेटवर्क पर यूजर्स 10 Gbps की अधिकतम डाउनलोड लिंक रेट और 1 Gbps की
अपलिंक रेट पा सकते हैं। आसान भाषा में कहें तो 5.5G नेटवर्क पर यूजर्स को
इंटरनेट की बेहतर स्पीड मिलेगी। साथ ही, अंडरग्राउंट पार्किंग या भीड-भाड़
वाली जगहों पर भी इंटरनेट की अच्छी स्पीड होगी।
टेस्टिंग के दौरान मिली इतनी स्पीड
जियो के अलावा दुनिया भर के ऑपरेटर 5.5G की टेस्टिंग कर रहे हैं। जैन
कुवेत ने टेस्टिंग के दौरान 10 gbps की स्पीड पाई और बुल्गारिया में
विवाकॉस ने भी इसी तरह की सूचना दी है।
5.5G और 5G के बीच क्या है अंतर
अगर 5G
और 5.5G के बीच अंतर की बात करें तो ट्रेडिशनल 5G डिवाइस को एक बार में एक
ही सेल टावर से कनेक्ट करने की सुविधा देता है। वहीं, 5.5G टावरों सहित
विभिन्न नेटवर्क सेल से एक साथ कई कनेक्शन बनाता है। इससे नेटवर्क का अच्छी
तरह से यूज किया जा सकता है। साथ ही, इस कारण डेटा ट्रांसफर स्पीड और
मोबाइल परफॉर्मेंस में महत्वपूर्ण सुधार होता है।