
माघ माह प्रदोष व्रत 2025
Magh Month Pradosh Vrat 2025: हिंदू धर्म में माघ माह का अधिक महत्व माना जाता है. यह महीना हिंदू कैलेंडर का ग्यारहवां महीना होता है. माघ माह की शुरुआत मकर संक्रांति के दिन यानी 14 जनवरी से हो गई है. वहीं, इस माह का समापन अगले महीने 12 फरवरी को होगा. माघ माह के दौरान कई महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे. हर महीने की तरह ही माघ माह में भी दो बार प्रदोष व्रत रखा जाएगा. यह व्रत महादेव और मां पार्वती को प्रसन्न करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन विधिपूर्वक भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना करने से सभी परेशानियों से छुटकारा मिलता है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है. ऐसे में आइए आपको इस लेख में बताएंगे कि माघ माह में प्रदोष व्रत कब-कब रखा जाएगा?
माघ माह के प्रदोष व्रत
माघ माह के दोनों पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है. पंचांग के अनुसार, माघ माह में एक सोम प्रदोष व्रत रखा जाएगा और एक रवि प्रदोष व्रत रखा जाएगा.
माघ माह में सोम प्रदोष व्रत कब है? (Magh Som Pradosh vrat)
पंचांग के अनुसार, माघ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी की शुरुआत 26 जनवरी को रात में 8 बजकर 54 मिनट से होगी. वहीं, इस त्रयोदशी तिथि का समापन 27 जनवरी को रात को 8 बजकर 34 मिनट पर होगा. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, प्रदोष व्रत 27 जनवरी को किया जाएगा. इस दिन सोमवार पड़ रहा है, जिस कारण इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जाएगा.
- पूजा का समय- 27 जनवरी शाम 5 बजकर 56 मिनट से लेकर 8 बजकर मिनट तक.
माघ माह में रवि प्रदोष व्रत कब है? (Magh Ravi Pradosh vrat)
पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 9 फरवरी को रात में 7 बजकर 25 मिनट से शुरू होगी. वहीं, इस तिथि का समापन 10 फरवरी को शाम 6 बजकर 57 मिनट पर होगा. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, प्रदोष व्रत 9 फरवरी को रखा जाएगा. इस दिन रविवार पड़ने के कारण इसे रवि प्रदोष व्रत कहा जाएगा.
- पूजा का समय – 9 फरवरी रात 7 बजकर 25 मिनट से लेकर 8 बजकर 42 मिनट तक.
इन बातों का रखें ध्यान
- प्रदोष व्रत के दिन किसी से वाद-विवाद न करें.
- प्रदोष व्रत के दिन काले रंग के कपड़े न पहनें.
- प्रदोष व्रत के नियमों का पालन करें.
- प्रदोष व्रत के दिन विशेष चीजों का दान करें.
- प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव का अभिषेक करें.
- प्रदोष व्रत के दिन घर और मंदिर की सफाई का ध्यान रखें.
- प्रदोष व्रत के दिन पूजा के दौरान मंत्रो का जाप करें.