
ट्रंप 20 जनवरी को लेंगे राष्ट्रपति की शपथ
अमेरिका में एक बार फिर से डोनाल्ड ट्रंप के शासन की शुरुआत होने जा रही है. पिछले साल (2024) में चुनाव जीतने के बाद वह शपथ ग्रहण कर अमेरिका के राष्ट्रपति बन जाएंगे. कई बार ट्रंप को बढ़बोला बताया जाता है तो कई बार ऐसे राष्ट्रवादी के रूप में सामने आते हैं जो अपने देश को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखता दिखता है.
आइए जान लेते हैं अमेरिका के नए राष्ट्रपति की पांच खूबियां और खामियां क्या है? सबसे पहले खूबियों पर एक नजर…
1. खुद से बनाया पाया मुकाम
डोनाल्ड ट्रंप एक सफल बिजनेस मैन हैं. कठिन परिश्रम कर उन्होंने अपना एक मुकाम बनाया है. यहां तक की राजनीति में भी उन्होंने खुद को साबित किया है. वह सभी काम स्मार्ट तरीके से करते हैं. वह वास्तविक दुनिया में रहते हैं और मिडल क्लास को समझते हैं. वह अमेरिका और इसके शहरों को अच्छे से जानते हैं. केवल एक राजनीतिज्ञ या सेलिब्रिटी बनकर नहीं रहते.
2. राष्ट्रपति पद के लिए खुद को साबित किया
डोनाल्ड ट्रंप राजनीति में आए तो खुद को इस लायक बनाया कि राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर सकें. उनको यूं ही इस पद के लिए नहीं चुन लिया गया था, बल्कि उन्होंने अपने चुनने वालों का सामना किया और मतदाताओं द्वारा चुने गए. वास्तव में उन्होंने यह हैसियत कमाई है. डोनाल्ड ट्रंप को चांदी की थाली में राष्ट्रपति का पद नहीं मिला था.
3. मध्यस्थ के रूप में बेहतरीन भूमिका
डोनाल्ड ट्रंप एक अच्छे मध्यस्थ के रूप में सामने आते हैं. बिना कुछ बदले में दिए उन्होंने उत्तर कोरिया, चीन और रूस से छूट हासिल की थी. कई मुद्दों पर उन्होंने अरब देशों और इजराइल का समर्थन हासिल किया था पर उनके बाद आए जो बाइडन ने इसे आगे नहीं बढ़ाया, जिसका नतीजा पूरी दुनिया के सामने है.
4. मन में नहीं रखते कोई बात
ट्रंप जो कुछ भी सोचते हैं, वह कह देते हैं. मन में कोई बात नहीं रखते. वह टेलीप्राम्प्टर के पीछे खड़े होकर भाषण नहीं पढ़ते. रैली में भी वह पहले से लिखे भाषण का सहारा नहीं लेते. वह किसी भी रिपोर्टर के सवालों से भागते नहीं दिखते. वह प्रेस का सामना करते हैं और अपनी राय रखते हैं. वह राष्ट्रपति के रूप में भी जमकर काम करते रहे हैं. भले ही वह सप्ताहांत में गोल्फ खेलते दिख जाते हैं पर हमेशा उपलब्ध रहते हैं. जब भी कोई समस्या खड़ी होती है, डोनाल्ड ट्रंप एक्शन में नजर आते हैं.
5. मजबूती से साथ देते हैं ट्रंप
ट्रंप जिसके साथ खड़े होते हैं, उसका हाथ नहीं छोड़ते और पूरी दृढ़ता से खड़े रहते हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण इजराइल है. वह इजराइल को इतना मजबूत बना देना चाहते हैं, जिससे हमास का खात्मा कर मध्य पूर्व में शांति स्थापित की जा सके. वह अपने दोस्तों का अपमान नहीं करते. वह मानते हैं कि इस देश को बचाने के लिए मजबूत मिलिटरी और ट्रेनिंग की जरूरत है.
अब ट्रंप की खामियों पर एक नजर डालते हैं …
1. हद से ज्यादा सख्त नीतियां
डोनाल्ड ट्रंप जब फैसला लेते हैं तो केवल अपने देश के बारे में सोचते हैं. टैरिफ से जुड़ी नीतियों की ही बात करें तो वह इस पर काफी सख्त दिखते हैं. कई बार जता चुके हैं कि वह दूसरे देशों से आने वाले सामान पर अमेरिका में तगड़ा टैक्स लगाएंगे. उनके इस रुख से दुनिया भर की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ सकता है. वास्तव में ट्रंप की नीतियां काफी सख्त मानी जा सकती हैं, जो अर्थव्यवस्था के लिए उचित नहीं है. विशेषज्ञ मानते हैं कि अर्थव्यवस्था लचीली नीतियों से आगे बढ़ती है. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि ट्रंप की सख्त नीतियों के कारण कृषि, सेवा क्षेत्र, खुदरा, निर्माण और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में श्रमिकों की कमी हो सकती है.
2. चीन से ट्रंप की बिल्कुल नहीं पटती
डोनाल्ड ट्रंप की चीन से बिलकुल नहीं पटती. इसलिए भी उनकी चीन को लेकर नीतियां दूसरे देशों को भी प्रभावित कर देती हैं. ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने से अमेरिका और चीन के बीच व्यापार और निवेश प्रवाह घट सकता है. ट्रंप पहले भी कह चुके हैं कि वह राष्ट्रपति बनने के बाद चीन पर भारीभरकम टैरिफ लगाएंगे.
3.अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखते
खान-पान के मामले में डोनाल्ड ट्रंप लापरवाह दिखते हैं और इसको लेकर अपनी सेहत का बिलकुल ध्यान नहीं रखते. डोनाल्ड ट्रंप का खानपान उनके पहले ही कार्यकाल में चर्चा में आ गया था. उनको जंक फूड खूब पसंद है और वाइट हाउस के फूड प्रोटोकॉल से हटकर उनके लिए बाहर से भी स्नैक्स आता रहा था. आमतौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए भोजन राष्ट्रपति भवन की रसोई में ही बनता है और उसे कड़ी जांच से गुजरना पड़ता है. कई बार ट्रंप नाश्ता नहीं करते पर बीच-बीच में चिप्स, पिज्जा, बर्गर जैसी चीजें खाते रहते हैं.
4. नस्लीय समस्याओं से मुंह मोड़ा
डोनाल्ड ट्रंप के बारे में यह भी कहा जाता है कि उनके पहले कार्यकाल में घोटालों और विवादों की भरमार रही. कहा गया कि ट्रंप ने अमेरिका में नस्लीय असमानताओं का सामना नहीं किया. वह श्वेत लोगों की शिकायतों पर ज्यादा जोर देते रहे.
5. पोर्न स्टार को संबंध छिपाने के लिए दिए पैसे
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के इकलौते ऐसे राष्ट्रपति हैं, जिन्हें सजा मिली है. अपने वकील के जरिए यौन संबंध छिपाने के लिए ट्रंप पर एक पोर्न स्टार को पैसे देने का आरोप लगा था. इस मामले में वह कोर्ट में दोषी भी पाए गए थे. हालांकि, अब इस हश मनी केस में ट्रंप को बड़ी राहत मिल गई है. मैनहट्टन कोर्ट ने उनको बिना शर्त छोड़ दिया है. दोषी होने पर भी वह जेल और जुर्माने से बच गए हैं.