
अमेरिका में शपथ के महज 31 दिन बाद ही राष्ट्रपति हैरिसन की हो गई थी मौत.
कुछ ही घंटों में डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेकर इतिहास रचने वाले हैं. भारतीय समयानुसार, रात 10:30 बजे, ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे. यह समारोह खासतौर पर चर्चा में है, क्योंकि यह परंपरागत तरीके से कैपिटल हिल के बाहर खुले मैदान में नहीं, बल्कि अंदर स्थित रोटुंडा हॉल में होगा.
शपथ ग्रहण समारोह का स्थान बदलने का कारण वाशिंगटन डीसी में पड़ रही कड़ाके की ठंड है. प्रशासन ने सुरक्षा और स्वास्थ्य कारणों से लोगों को घर के भीतर रहने की सलाह दी है. दिलचस्प बात यह है कि कैपिटल रोटुंडा में शपथ ग्रहण का आयोजन 40 साल बाद होने जा रहा है. इससे पहले, 1985 में, तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने भी ठंड के चलते इसी स्थान पर शपथ ली थी.
1985 में क्या हुआ था?
1985 में, रोनाल्ड रीगन ने भी अपनी दूसरी बार शपथ ग्रहण करते हुए एक असामान्य कदम उठाया था. कड़कड़ाती ठंड ने रीगन को अपनी इनॉगरेशन सेरेमनी को कैपिटल रोटुंडा के अंदर ले जाने पर मजबूर कर दिया. उस दिन तापमान -14 डिग्री सेल्सियस ( 7 डिग्री फ़ारेनहाइट) तक गिर गया था, जो सोमवार के पूर्वानुमान से भी कम था.
रीगन के इस फैसले ने इतिहास में उन्हें उस अकेले राष्ट्रपति के रूप में दर्ज कर दिया, जिन्होंने अपनी शपथ ग्रहण इस प्रतिष्ठित रोटुंडा में की. हालांकि, अन्य राष्ट्रपतियों ने कैपिटल के अंदर विभिन्न जगहों पर शपथ ली है, जैसे कि सीनेट चेंबर, लेकिन बाहर खुले में शपथ लेने की परंपरा धीरे-धीरे मानक बन गई.
कई अहम पलों का गवाह है कैपिटल रोटुंडा
कैपिटल रोटुंडा अमेरिकी इतिहास में एक खास जगह रखता है. यह यूएस कैपिटल का दिल माना जाता है और यहां कई ऐतिहासिक पल दर्ज हुए हैं, जैसे महत्वपूर्ण राज्य समारोह और महान हस्तियों को अंतिम विदाई. रोटुंडा की खूबसूरत नियो-क्लासिकल वास्तुकला अमेरिका के आदर्शों को दर्शाती है और देश के बड़े आयोजनों के लिए एक बेहतरीन पृष्ठभूमि बनाती है.
आमतौर पर राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह कैपिटल की सीढ़ियों पर खुले में होते हैं. 1981 के बाद से यह परंपरा कैपिटल के वेस्ट फ्रंट पर निभाई जाती रही है. वेस्ट फ्रंट का नज़ारा बेहद खास होता है, जहां से नेशनल मॉल, वॉशिंगटन मॉन्यूमेंट और लिंकन मेमोरियल की शानदार झलक मिलती है. यही कारण है कि यह जगह इन भव्य आयोजनों के लिए खास पसंद किया जाता है, मगर कड़ाके ठंड की वजह से कैपिटल रोटुंडा में समारोह के लिए व्यवस्था की गई है.
कैपिटल रोटुंडा: लोकतंत्र का प्रतीक
अमेरिकी कैपिटल रोटुंडा का डिज़ाइन 1793 में डॉ. विलियम थॉर्नटन ने तैयार किया था. यह भव्य संरचना लोकतंत्र के आदर्शों का प्रतीक है. इसकी विशाल गुंबददार छत, प्राचीन रोम के पैंथियन जैसे मंदिरों की याद दिलाती है. 1824 में चार्ल्स बुलफिंच की देखरेख में इस रोटुंडा का निर्माण पूरा हुआ.
रोटुंडा में ऊंची गुंबददार छत और शानदार संगमरमर के फर्श इसकी खूबसूरती को चार चांद लगाते हैं. इसके घुमावदार बलुआ पत्थर की दीवारों पर डोरिक शैली के पिलास्टर (स्तंभ) सजे हुए हैं, और ऊपर एक फ्रिज़ (कला पट्टी) पर जैतून की शाखाओं के साथ माला बनी है, जो उस दौर की शास्त्रीय प्रेरणा को दर्शाती है.
रोटुंडा की सबसे खास बात इसकी विशाल गुंबद है, जो फर्श से 48 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. 1855 से 1866 के बीच, आर्किटेक्ट थॉमस यू वॉल्टर ने रोटुंडा को विस्तार दिया और वर्तमान गुंबद को जोड़ा. यह गुंबद फायरप्रूफ कास्ट आयरन (लोहे) से बना है, जो इसे खास मजबूती और सुंदरता देता है.