

पानीपत। हरियाणा के रहने वाले ओलिंपियन नीरज चोपड़ा ने शादी कर ली है। परिजनों के मुताबिक यह शादी 14 से 16 जनवरी को सोलन के एक होटल में हुई। इस डेस्टिनेशन वेडिंग में 40-50 खास मेहमान शामिल थे।
नीरज ने रविवार रात करीब साढ़े 9 बजे शादी के बारे में बताकर सबको चौंका दिया। हालांकि नीरज और हिमानी की शादी हो सकती है, इसके संकेत करीब 5 महीने पहले ही मिल गए थे। दरअसल, रेडिट नाम की एक वेबसाइट पर यूजर ने इस बारे में दावा किया था।
जब यूजर से पूछा गया कि हिमानी कौन है तो उसने बताया था- ” हिमानी टेनिस कोच मीना मोर की बेटी हैं। वे भी खेल कम्युनिटी में पॉपुलर चेहरा हैं। हिमानी भी नेशनल और इंटरनेशनल लेवल की प्लेयर है। वह US में ट्रेनिंग ले रही हैं। उसने यह बात अपने टेनिस क्लब में सुनी।”
रेडिट वेबसाइट पर यूजर ने यह जानकारी दी थी।
बता दें कि नीरज की इस इंटिमेट वेडिंग में शामिल मेहमानों ने भी शादी को लेकर कोई फोटो सोशल मीडिया पर नहीं डाला। उन्हें स्पेशल कहा गया था कि इसको लेकर मना किया गया था। नीरज की शादी की जानकारी पड़ोसियों को भी नहीं थी।
नीरज ने रविवार रात सोशल मीडिया अकाउंट्स पर शादी की तस्वीरें शेयर कीं, तब सबको इसका पता चला। अब वह हनीमून के लिए अपनी पत्नी के साथ विदेश चले गए हैं। भारत लौटने के बाद रिसेप्शन पार्टी होगी। उनकी पत्नी हिमानी मोर सोनीपत के लड़सौली गांव की रहने वाली हैं। वह टेनिस प्लेयर हैं।
नीरज ने लिखा- ‘जीवन के नए अध्याय की शुरुआत अपने परिवार के साथ की।’ परिवार ने शादी के बारे में किसी को सूचना नहीं दी थी। नीरज की पोस्ट के बाद रिश्तेदार और पड़ोसी रात को ही उनके पानीपत स्थित खंडरा गांव में उनके घर पहुंचे और बधाइयों का दौर शुरू हो गया।
नीरज चोपड़ा की मां सरोज देवी शादी की रस्में निभाती हुईं।
नीरज की पत्नी हिमानी मोर के पिता चांद राम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से करीब 2 महीने पहले ही रिटायर हुए हैं। हिमानी के पिता ने गांव में खेल स्टेडियम बनाया हुआ है। वह यहां खिलाड़ियों को सर्कल कबड्डी खिलाते हैं।
चाचा बोले- लड़का और लड़की के परिवार के सदस्य शामिल हुए नीरज के चाचा सुरेंद्र चोपड़ा ने दैनिक भास्कर को बताया कि शादी का कार्यक्रम बहुत ही गुपचुप तरीके से रखा गया था। शादी में सिर्फ लड़का और लड़की के परिवार के सदस्य शामिल हुए। गांव और रिश्तेदारी में भी किसी को शादी के बारे में नहीं पता था। यह शादी 17 जनवरी को हुई।
नीरज चोपड़ा अपने पिता सतीश चोपड़ा और मां सरोज देवी के साथ।
पानीपत के रहने वाले, मोटा कहकर चिढ़ाते थे लोग नीरज का जन्म 24 दिसंबर 1997 को खंडरा गांव में हुआ। उन्होंने चंडीगढ़ के दयानंद एंग्लो वैदिक कॉलेज से ग्रेजुएशन की। बचपन में नीरज बहुत मोटे थे और इसके लिए उन्हें चिढ़ाया भी जाता था। इसके बाद पिता सतीश चोपड़ा ने नीरज को जिम भेजना शुरू किया।
नीरज की प्रतिभा को सबसे पहले मशहूर भाला फेंक खिलाड़ी जयवीर चौधरी ने पहचाना और वह नीरज के पहले कोच बने। उसके बाद नीरज ने पंचकूला के ताऊ देवीलाल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में ट्रेनिंग ली। वहां उन्होंने 55 मीटर की थ्रो रेंज हासिल की।
वर्ष 2012 में नीरज लखनऊ में हुई जूनियर चैंपियनशिप में हिस्सा लेने गए और वहां 68.40 मीटर दूर भाला फेंककर रिकॉर्ड बना डाला। उसके बाद नीरज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। दक्षिण एशियाई खेलों में नीरज के प्रदर्शन के बाद इंडियन आर्मी ने उन्हें राजपूताना राइफल्स में जूनियर कमीशंड ऑफिसर का पद ऑफर किया।
इसके बाद उन्हें नायब सूबेदार का पद दिया गया। वर्ष 2016 में नीरज चोपड़ा को औपचारिक रूप से आर्मी में जेसीओ के रूप में शामिल किया गया और ट्रेनिंग के लिए छुट्टी दी गई।