ट्रंप के राष्ट्रपति बनते ही शेयर बाजार खूनमखून, सेंसेक्स-निफ्टी में भारी गिरावट-कई लाख करोड स्वाह

As soon as Trump became the President, the stock market was bleeding, Sensex and Nifty fell drastically - several lakh crores were lostAs soon as Trump became the President, the stock market was bleeding, Sensex and Nifty fell drastically - several lakh crores were lost

नई दिल्ली। शेयर मार्केट एक्सपर्ट आशंका जता रहे थे कि डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद दुनियाभर के बाजारों में बड़ी हलचल देखने को मिल सकती है। भारतीय बाजार में कुछ ऐसा ही देखने को मिला। सेंसेक्स और निफ्टी में करीब 1 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि, अभी राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने चीन और बाकी देशों पर सख्त टैरिफ लगाने जैसा कोई एलान नहीं किया। लेकिन इसकी आशंका लगातार बनी हुई है।

शेयर बाजार का शुरुआती हाल
भारतीय शेयर बाजार ने सतर्क शुरुआत की। सुबह दोनों सूचकांक लगभग सपाट कारोबार कर रहे थे। सुबह 9:18 बजे तक निफ्टी 50 0.25 फीसदी ऊपर था, जबकि 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 0.09 फीसदी ऊपर था। प्री-ओपन के समय, एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स इंडेक्स 188 अंक या 0.24 फीसदी बढ़कर 77,261 पर था, जबकि एनएसई निफ्टी 50 76 अंक या 0.33 फीसदी बढ़कर 23,421 पर था।

हालांकि, करीब 10:30 बजे 812.40 अंक यानी 1.05 फीसदी गिरावट के साथ 76,261.04 पर ट्रेड कर रहा था। वहीं, 189.20 यानी 0.81 फीसदी की गिरावट के साथ 23,155.55 अंकों पर गया था।

बाजार पर नजर रखने वालों के मुताबिक, ट्रंप 2.0 ने अपने संभावित आर्थिक फैसलों पर ज्यादा स्पष्टता के बिना शुरुआत की है। कनाडा और मैक्सिको पर संभावित 25 प्रतिशत टैरिफ के संकेत से पता चलता है कि टैरिफ वृद्धि नीति को धीरे-धीरे लागू किया जाएगा। मुद्रा बाजार ने डॉलर सूचकांक में 108.43 की कटौती करके प्रतिक्रिया व्यक्त की है और 10 वर्षीय बॉन्ड यील्ड घटकर 4.54 प्रतिशत हो गई है। यह “अफवाहों पर खरीदें और समाचार पर बेचें” का क्लासिक मामला है।

यह संभावना है कि टैरिफ वृद्धि में और देरी से डॉलर कमजोर होगा और बॉन्ड यील्ड में कमी आएगी। एक्सपर्ट का कहना है, “अगर ऐसा होता है, तो यह भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए अच्छा होगा।” एनएसई पर 12 में से सात सेक्टरों में तेजी रही, जिसमें निफ्टी आईटी और निफ्टी फार्मा मंगलवार को सबसे ज्यादा चढ़े। शुरुआती कारोबार में निफ्टी रियल्टी और पीएसयू बैंक में सबसे ज्यादा गिरावट आई।

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 20 जनवरी को 4,336 करोड़ रुपये के इक्विटी बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 4,322 करोड़ रुपये के इक्विटी खरीदे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *