
Mahakumbh 2025 Last Amrit Snan
Mahakumbh 2025 Last Amrit Snan: प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है. देश के कोने कोने से साधु संत इस महाकुंभ में पहुंचे हुए हैं. श्रद्धालु भी लगातार महाकुंभ में पहुंच रहे हैं. महाकुंभ में मकर संक्रांति का अमृत स्नान हो चुका है. महाकुंभ में अब दूसरा अमृत स्नान मौनी अमावस्या पर किया जाएगा. मौनी अमावस्या का अमृत स्नान 29 जनवरी को किया जाएगा, लेकिन आज हम बात करेंगे महाकुंभ के अंतिम अमृत स्नान की.
अंतिम अमृत स्नान बेहद विशेष
दरअसल, महाकुंभ में होने वाले अंतिम अमृत स्नान को बेहद विशेष माना जा रहा है. महाकुंभ में होने अंतिम अमृत स्नान पर कई शुभ योगों का निर्माण होने वाला है. महाकुंभ का अंतिम अमृत स्नान महाशिवरात्रि पर किया जाएगा. ऐसे ें आइए जानते हैं कि इस साल महाशिवरात्रि कब पड़ रही है. साथ ही इस दिन कौन से शुभ योगों का निर्माण होने वाला है.
कब है महाशिवरात्रि?
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार महाशिवरात्रि की तिथि की शुरुआत 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 8 मिनट पर होगी. वहीं इस तिथि का समापन 27 फरवरी को सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर हो जाएगा. ऐसे में इस साल महाशिवरात्रि 26 फरवरी को मनाई जाएगी. 26 फरवरी को ही महाशिवरात्रि पर ही महाकुंभ में अंतिम अमृत स्नान किया जाएगा. महाशिवरात्रि पर शिव योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग जैसे दुर्लभ योग का निर्माण होने वाला है. इन्हीं योगों में महाकुंभ का अंतिम अमृत स्नान किया जाएगा.
शुभ योगों का महत्व
शिव योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग बहुत शुभ होते हैं. मान्यताओं के अनुसार, शिव योग के दौरान किए गए कार्य शुभ और फलदायक होते हैं. शिव योग में तीर्थ स्नान और दान बहुत पुण्यकारी हो जाता है. शिव योग के दौरान तीर्थ स्नान और दान करने से कई गुना पुण्य फल प्राप्त होते हैं.
वहीं, सर्वार्थ सिद्धि योग सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाला बताया जाता है. सर्वार्थ सिद्धि योग के दौरान गंगा स्नान और संगम पर पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है. रवि योग को शुभ कार्यों को सफल बनाने वाला माना जाता है. इस योग के दौरान किए गए संगम स्नान से सौभाग्य और समृद्धि आती है.
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Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है.