
Mahakumbh 2025 : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, इस महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु रोजाना…
Mahakumbh 2025 : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, इस महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु रोजाना आस्था की डूबकी लगाने पहुंच रहे हैं। मात्र 13 दिन में इस महाकुंभ में 11 करोड़ से अधिक लोग पहुंच चुके हैं। इस महाकुंभ में सबसे ज्यादा यह देखने को मिल रहा है कि कोई ना कोई सोशल मीडिया पर सेलेब्रेटी की तरह एकाएक छा जाता है। इस महाकुंभ में सबसे पहले हर्षा रिछारिया को लेकर खूब चर्चा हुई। इसके बाद माला बेचने वाली लड़की मोनालिसा सुर्खियों में रहीं। उनकी फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुईं। अब एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने को लेकर चर्चा है, जिस पर साधु-संतों ने नाराजगी जताई है। जगद्गुरु हिमांगी ने तो सुप्रीम कोर्ट तक जाने की बात की है।
महामंडलेश्वर बनाए जाने को लेकर महाकुंभ में विवाद हुआ खड़ा
अचानक एक पूर्व हिरोइन को महामंडलेश्वर बनाए जाने को लेकर महाकुंभ में संत समाज में नाराजगी देखी जा रही है। किन्नर अखाड़े में ममता कुलकर्णी को गोपनीय तरीके से अचानक महामंडलेश्वर बनाए जाने को लेकर महाकुंभ में विवाद खड़ा हो गया है। महाकुंभ में धर्मगुरुओं ने इस पर सख्त नाराजगी जताई है। संत समाज का कहना है कि इस कार्य में धर्म-परंपरा की अनदेखी की गई है। शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि ममता कुलकर्णी पर गंभीर आरोप लग चुके हैं। बिना इसकी जांच किए और परंपरा का पालन किए बिना महामंडलेश्वर जैसे पद पर उन्हें बैठा देना सनातन धर्म का मजाक है। इस तरह तो लोगों का सनातन की इस परंपरा से विश्वास ही उठ जाएगा। वैसे भी जो कार्य भी किया जाए वह धर्म सम्मत होना चाहिए। Mahakumbh 2025
गैर किन्नर महामंडलेश्वर कैसे बन सकती है
किन्नर समाज में जो भी उनका महामंडलेश्वर होगा वह तो उसी समाज से होना चाहिए, जब कि ममता कुलकर्णी के मामले में इसका पालन नहीं किया गया। किन्नर समाज के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर आरोप लगाया गया है कि वह सनातन धर्म को ठेस पहुंचा रहे हैं। ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाने पर किन्नर समाज में भी गहरी नाराजगी है। महिला अखाड़े की किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी ने इसे बेहद गंभीर मामला बताते हुए इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है। हिमांगी सखी ने कहा कि किन्नर अखाड़ा तो किन्नर समाज के लिए बना था, ऐसे में गैर किन्नर कैसे उस अखाड़े से किन्नर महामंडलेश्वर बन सकती हैं।
जगद्गुरु हिमांगी कोेर्ट में देंगी चुनौती
जगद्गुरु हिमांगी सखी ने कहा कि किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को यह बताना होगा कि क्या ममता कुलकर्णी भी किन्नर हैं। यह भी जवाब देना होगा कि ममता का पूर्ण मुंडन कराए बिना कैसे उनका पिंडदान स्वीकार्य है। किन्नर अखाड़े के इस फैसले से सनातन धर्म की भावनाएं आहत हुई हैं और वह इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेंगी। किन्नर समाज का महामंडलेश्वर गैर किन्नर कैसे बन सकता है। इस तरह की परंपरा से तो इस समाज में गैर किन्नरों का भी प्रवेश हो जाएगा। जो किन्नर समाज के कभी भी हित में नहीं होगा।