सैफ मामले में सनसनीखेज खुलासाः हमलावर से मैच नहीं हुए फिंगरप्रिंट, फिर किसने मारे चाकू

Sensational revelation in Saif's case: Fingerprints did not match with the attacker, then who stabbed himSensational revelation in Saif's case: Fingerprints did not match with the attacker, then who stabbed him

Finger Prints of Saif Ali Khan Attacker: बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर हुए हमले के आरोप में गिरफ्तार किए गए शरीफुल इस्लाम को लेकर आवाजें उठ रही हैं कि ये वो हमलावर नहीं है जो सीसीटीवी कैमरे में सीढ़ियों पर आता जाता दिखाई दे रहा है. अब इस दिशा में मुंबई पुलिस को राज्य आपराधिक जांच विभाग (CID) ने बड़ा झटका दिया है. CID ने गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल इस्लाम शहजाद के फिंगरप्रिंट नमूनों पर नेगेटिव रिपोर्ट पेश की है.

मेल नहीं खा रहे फिंगर प्रिंट
मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच की लगभग 40 टीमों के ज़रिए 72 घंटे की तलाशी के बाद शरीफुल को गिरफ्तार किया गया. हालांकि सैफ अली खान के घर से लिए गए 19 फिंगरप्रिंट के नमूने आरोपी के फिंगरप्रिंट से मेल नहीं खाते हैं, जिससे गंभीर सवाल उठते हैं कि क्या गलत व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. सोशल मीडिया पर पहले से ही ऐसे दावों की भरमार है.

पुलिस पर उठे बड़े सवाल
मिड डे की एक रिपोर्ट के मुताबिक शरीफुल की सभी दस उंगलियों के निशान CID के फिंगरप्रिंट ब्यूरो को भेजे गए थे. CID ने अब सिस्टम-जनरेटेड रिपोर्ट के माध्यम से पुष्टि की है कि क्राइम वाली जगह पर मौजूद 19 फिंगरप्रिंट में से कोई भी आरोपी के फिंगरप्रिंट से मेल नहीं खाता है. यह रिपोर्ट शुक्रवार को पुणे में सीआईडी ​​अधीक्षक को भेजी गई. यह घटनाक्रम न सिर्फ जांच पर संदेह पैदा करता है, बल्कि मुंबई पुलिस पर अपने निष्कर्षों पर फिर से विचार करने और बढ़ती सार्वजनिक जांच का सामना करने का दबाव भी डालता है.

जिस टीम ने गिरफ्तार उसके पास पूरी जानकारी भी नहीं थी
रिपोर्ट में सूत्रों के के हवाले कहा गया कि शरीफुल इस्लाम शहजाद को पिछले रविवार को मुंबई पुलिस के पूर्वी इलाके की एक टीम ने ठाणे से गिरफ्तार किया था, जिसका नेतृत्व जोन 6 के डीसीपी नवनाथ धवले कर रहे थे. हालांकि जोन 6 की टीम के पास कथित तौर पर मामले के बारे में सीमित जानकारी थी, क्योंकि यह मुख्य रूप से जोन 9 की टीम के ज़रिए संभाला जा रहा था. जोन 06 की टीम को उस जगह पर भेजा गया था, क्योंकि वे आरोपी की जगह और संदिग्ध सेल नंबर के मुताबिक उसके करीब थे.

CCTV फुटेज से मैच नहीं खाता चेहरा
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को बांद्रा पुलिस को सौंप दिया गया, जो जोन 09 के अंतर्गत आता है. अगली सुबह जोन 09 के डीसीपी दीक्षित गेदम ने मीडिया को बताया कि गिरफ्तार किया गया व्यक्ति बांग्लादेशी नागरिक है और हमले में शामिल था. सूत्रों ने यह भी बताया कि पश्चिमी रेलवे के ज़रिए तैयार की गई चेहरे की पहचान रिपोर्ट की जांच की जा रही है. सैफ अली खान की बिल्डिंग से संदिग्ध व्यक्ति के बाहर निकलने की सीसीटीवी फुटेज बेहद धुंधली थी और अधिकारी उपलब्ध तकनीक का उपयोग करके तस्वीर को बेहतर नहीं बना सके.

मिड-डे ने फिंगरप्रिंट रिपोर्ट के बारे में टिप्पणी और स्पष्टीकरण के लिए सीआईडी ​​और मुंबई पुलिस के सीनियर अफसरों से संपर्क किया, लेकिन रिपोर्ट छपने के समय तक कोई जवाब नहीं मिल सका.

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