
अघोरी साधु शवों के साथ ऐसा क्यों करते हैं? वजह हो जाओगे हैरान | GK Hindi General Knowledge : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कुछ ही दिनों में महाकुंभ शुरू होने जा रहा है ! हिंदू धर्म में महाकुंभ का बहुत महत्व है ! मान्यताओं के अनुसार जो भी व्यक्ति महाकुंभ में पवित्र स्नान करता है, उसके सभी पाप मिट जाते हैं ! इस बार महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है ! इसके साथ ही इस महाकुंभ में कई संत भी आएंगे !
अघोरी साधु शवों के साथ ऐसा क्यों करते हैं
इन साधु-संतों में एक वर्ग अघोरी साधुओं का भी है, इनका पहनावा इन्हें बाकी दुनिया से अलग बनाता है ! लेकिन अघोरी साधुओं का पहनावा ही नहीं बल्कि इनका रहन-सहन और जीवनशैली भी बाकी दुनिया से बिल्कुल अलग है ! कुछ अघोरी साधु शवों के साथ भी संबंध बनाते हैं ! ऐसा क्यों किया जाता है? इसके पीछे क्या वजह है? आइए आपको बताते हैं !
अघोरी साधु शवों के साथ क्यों संबंध बनाते हैं?
अघोरी साधु भगवान शिव के उपासक होते हैं ! ये हिंदू धर्म के पारंपरिक रीति-रिवाजों को नहीं मानते ! ये तंत्र साधना में लीन रहते हैं ! आपको बता दें कि भगवान शिव के पांच रूपों में से एक रूप अघोर का है. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अघोरी साधु शवों पर बैठकर साधना करते हैं. इतना ही नहीं अघोरी साधु शवों के साथ शारीरिक संबंध भी बनाते हैं. ये भी उनकी साधना का एक हिस्सा है.
अघोरी साधु इसके पीछे वजह बताते हैं कि ये शिव और शक्ति की आराधना का एक जरिया है. और ये उनकी साधना का सबसे सरल तरीका है. साधुओं का कहना है कि अगर शव के साथ शारीरिक संबंध बनाते हुए भी मन शिव की भक्ति में डूबा रहे तो इससे बड़ी कोई साधना नहीं हो सकती.
बढ़ती है अघोरियों की शक्ति
इसके अलावा अघोरी साधु शवों के साथ शारीरिक संबंध भी बनाते हैं. क्योंकि इससे उनकी शक्ति बढ़ती है. उन्हें तंत्र विद्या में और महारत हासिल होती है. आम तौर पर अगर साधुओं की बात करें तो वो ब्रह्मचर्य का पालन करते हैं. लेकिन अघोरी साधु इसके बिल्कुल उलट होते हैं. वो न सिर्फ शवों के साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं. बल्कि वो जिंदा इंसानों के साथ भी संबंध बनाते हैं. इसके अलावा वह शराब का सेवन करता है और मानव मांस भी खाता है