Salary Hike : 8वें वेतन आयोग के लागू होते ही इतना बढ़ेगा फिटमेंट फैक्टर, सैलरी में आएगा बंपर उछाल

Salary Hike : 8वें वेतन आयोग के लागू होते ही इतना बढ़ेगा फिटमेंट फैक्टर, सैलरी में आएगा बंपर उछाल

Himachali Khabar – (8th pay commission update) केंद्र सरकार द्वारा कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी फिटमेंट फैक्टर को आधार बनाकर की जाती है। फिटमेंट फैक्टर के बढ़ाए जाने पर कर्मचारियों के वेतन सहित अन्य भत्तों में भी उछाल देखने को मिलता है। 8वें वेतन आयोग (salary hike in 8th CPC) से कर्मचारियों को कई उम्मीदें है। 

ऐसे में सरकार भी कर्मचारियों के लिए कई बड़े फैसले लेने वाली है। इसमें से ही एक फैसला फिटमेंट फैक्टर को लेकर होने वाला है। केंद्र सरकार 8वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों फिटमेंट फैक्टर (fitment factor in 8th CPC) किस हिसाब से दिया जाएगा, जानिए पूरी डिटेल इस खबर में।

 

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जानिये कैसे बढ़ाई जाती है सैलरी-

केंद्र सरकार द्वारा नए वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों की वेतन में बढ़ोतरी फिटमेंट फैक्टर के ही आधार पर की जाती है। फिटमेंट फैक्टर (fitment factor update news) एक ऐसा गुणक है, जिसकी मदद से सरकारी कर्मचारियों के वेतन और पेंशन को बढाने की गणना की जाती है। इसे मुद्रास्फीति, कर्मचारियों की जरूरतों और सरकार (central govt. employees) की वित्तीय क्षमता को देखकर ही तय किया जाता है। 

महंगाई दरों पर दिया जाता है ध्यान-

वेतन आयोग के तहत इस बात को जानने की कोशिश की जाती है कि महंगाई कितनी बढ़ी है और उसका कर्मचारियों (karamchariyo ke liye update) की जीवनशैली पर क्या प्रभाव पड़ रहा है। जैसे कि उनके लिए घरेलू बजट को संभालने के अलावा गाड़ी जैसी सुविधा पाना कितना मुश्किल हुआ है।

इन खर्चों पर भी होता है फोकस-

वेतन आयोग (new pay revision) के तहत नई सैलरी की सिफारिशों को तैयार करते हुए कर्मचारियों के रोजमर्रा के खर्चाें को ध्यान में रखा जाता है। इसमें चावल, गेहूं, दाल, सब्जी, दूध, चीनी, तेल, ईंधन, बिजली, पानी के बिल, मनोरंजन, त्योहारों और शादी जैसे खर्चों को शामिल किया गया है।

सरकार की बजटीय स्थिति भी रखती है मायने-

वेतन आयोग को तैयार करते समय इस बात का भी ध्यान दिया जाता है कि देश की वित्तीय स्थिति कैसी है। अगर देश की इकोनॉमी ग्रोथ अच्छी है तो ऐसे में वेतन और DA (DA hike) आदि ज्यादा बढ़ सकता है। 

कर्मचारियों के प्रदर्शन पर भी फोकस-

वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों के कामकाजी प्रदर्शन पर भी ध्यान दिया जाता है। अगर कर्मचारियों (update for govt. employees) का ओवरऑल परफॉर्मेंस अच्छा रहा हो तो ऐसे में उसका असर वेतन आयोग की सिफारिशों पर भी देखने को मिल जाता है।

बाजार पर भी रखी जाती है नजर-

वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों की सैलरी (salary hike) को बढ़ाने की सिफारिश करते वक्त इस बात का भी ध्यान दिया जाता है कि प्राइवेट कंपनियां अपने कर्मचारियों को कितना सैलरी पैकेज दे रही हैं। इसके साथ ही केंद्रीय कर्मचारियों के लिए प्रतिस्पर्धी वेतन को तय किया जाता है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए ही कर्मचारियों के वेतन को बढ़ाया जाता है। 

8वें CPC के तहत कर्मचारियों को मिलेगी इतनी सैलरी-

8वें वेतन आयोग (8CPC kab lagu hoga) के तहत कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर को 2.57 से बढ़ाकर 2.60 से लेकर 2.85 के बीच किया जा सकता है। अगर फिटमेंट फैक्टर बढ़ा दिया जाता है तो इसकी वजह से कर्मचरियों के वेतन (salary in 8th pay commission) में 25 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी की जा सकती है। इसकी वजह से कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन 40,000 रुपये से भी ज्यादा मिल सकता है। इसमें भत्ते और परफॉर्मेंस पे को भी शामिल किया गया है। पेंशनभोगियों (update for pensioners) को भी उसी अनुपात से फायदा दिया जाएगा।

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7वें CPC के तहत कर्मचारियों को मिल रही है इतनी सैलरी-

6वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों को न्यूनतम सैलरी (salary in 7th CPC) 7 हजार रुपये प्रति माह दी जा रही थी, इसके बाद 7वें वेतन आयोग के तहत इसे बढ़ाकर 18 हजार रुपये कर दिया गया था। इसका मतलब है कि 7वें वेतन आयोग (7th pay commission) के तहत कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर 2.57 गुना से ज्यादा था। इसकी वजह से केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में 14.2 फीसदी तक का उछाल देखने को मिला था।

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