21 दिनों तक जिसने कर लिया इस पौधे का सेवन…नपुंसकता को जड़ से कर देगा खत्म, इतने दिनों में मिल जाएगी बाप बनने की ख़ुशी!

21 दिनों तक जिसने कर लिया इस पौधे का सेवन…नपुंसकता को जड़ से कर देगा खत्म, इतने दिनों में मिल जाएगी बाप बनने की ख़ुशी! (Himachali Khabar) Health Benefits of Satyanashi Plant: आयुर्वेद में पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए अनेक जड़ी-बूटियों का उल्लेख मिलता है लेकिन सत्यानाशी का स्थान उनमें विशेष है। इस अद्भुत पौधे को आयुर्वेद ने न केवल एक औषधि बल्कि पुरुषों के लिए वरदान माना है। इसकी जड़ों और पत्तियों से निकाला गया रस शारीरिक कमज़ोरी और नपुंसकता जैसी समस्याओं का सरलता से समाधान कर सकता है। पतंजलि के आयुर्वेदाचार्य भुवनेश पांडे के अनुसार यह पौधा वृद्धावस्था में भी जवानी जैसा जोश और शक्ति प्रदान करने की क्षमता रखता है।


सत्यानाशी की पहचान

सत्यानाशी पौधा रेतीली और सूखी जमीन पर आसानी से उगता है। इसे पहचानना बेहद सरल है:

  1. पत्तियां और फूल: इसके पौधे पर कांटे अधिक होते हैं और इसके फूल पीले रंग के होते हैं।
  2. बीज और दूध: फूलों के अंदर काले रंग के बीज पाए जाते हैं। पत्तियों को तोड़ने पर पीले रंग का दूध निकलता है जिसे स्वर्णक्षीरी भी कहा जाता है।

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सेवन के फायदे

  1. शारीरिक कमज़ोरी का निवारण: सत्यानाशी के रस या चूर्ण के नियमित सेवन से महज़ 30 दिनों में शारीरिक कमज़ोरी समाप्त हो जाती है। इसका असर इतना प्रभावी है कि 60 वर्ष के बुजुर्ग भी युवा जैसी ऊर्जा महसूस करते हैं।
  2. नपुंसकता का इलाज: यह पौधा शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में सहायक है। भुवनेश पांडे के अनुसार इसके सेवन से 21 दिनों के भीतर नपुंसकता जैसी समस्याओं का निवारण संभव है।
  3. थकान और बुढ़ापे का समाधान: बुढ़ापे में होने वाली थकान और कमजोरी को दूर करने के लिए यह एक अत्यंत प्रभावी औषधि है।

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सेवन के दो तरीके

  1. रस का सेवन:
    • सत्यानाशी की जड़ों और पत्तियों को पीसकर रस निकालें।
    • इस रस को प्रतिदिन 20 मिलीलीटर की मात्रा में सेवन करें।
  2. चूर्ण का सेवन:
    • पत्तियों को सुखाकर चूर्ण बना लें।
    • प्रतिदिन सुबह और शाम एक चम्मच चूर्ण को पानी या दूध के साथ लें।

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सावधानियां

  • मात्रा का ध्यान: सेवन की मात्रा निर्धारित से अधिक न लें।
  • चिकित्सकीय परामर्श: किसी भी औषधि का सेवन करने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।
  • गर्भवती महिलाएं और बच्चे: इसका सेवन इन वर्गों के लिए निषिद्ध है।

सत्यानाशी आयुर्वेद का एक ऐसा चमत्कारी पौधा है जो न केवल नपुंसकता जैसी गंभीर समस्या का समाधान करता है बल्कि वृद्धावस्था में भी जीवन को उत्साह और ऊर्जा से भर देता है। इसकी सही पहचान उचित मात्रा और नियमित सेवन से व्यक्ति अपने स्वास्थ्य में अद्वितीय सुधार महसूस कर सकता है। यह प्रकृति का वरदान है जिसे सही तरीके से अपनाने पर अनेक स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।

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Disclaimer: इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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