Magh Gupt Navratri 2025: कल से होगी गुप्त नवरात्रि की शुरुआत, यहां देखें घट स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि की पूरी जानकारी

Magh Gupt Navratri 2025: कल से होगी गुप्त नवरात्रि की शुरुआत, यहां देखें घट स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि की पूरी जानकारी

कल से होगी गुप्त नवरात्रि की शुरुआत, यहां देखें घट स्थापना का मुहूर्त

Gupt Navratri ghatasthapana shubh muhurat: हिंदू धर्म में नवरात्रि को बहुत ही खास माना जाता है. नवरात्रि का व्रत साल में चार बार रखा जाता है, जिसमें से दो बार प्रत्यक्ष और दो बार गुप्त नवरात्रि आती हैं. जहां प्रत्यक्ष नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है वहीं गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की गुप्त रूप से पूजा की जाती है. यही वजह है कि माघ में आने वाले नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहा जाता है.

माघ के गुप्त नवरात्रि घटस्थापना शुभ मुहूर्त | Magh Gupt Navratri 2025 Ghatasthapana Shubh Muhurat

गुप्त नवरात्रि की पूजा की शुरुआत घट स्थापना के साथ की जाती है. पंचांग के अनुसार, गुप्त नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का शुभ मुहूर्त की शुरुआत 30 जनवरी सुबह 9 बजकर 25 मिनट से लेकर 10 बजकर 46 मिनट तक है. ऐसे में भक्तों को घटस्थापना के लिए कुल 1 घंटे 21 मिनट का समय मिलेगा. इसके अलावा घट स्थापना का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से लेकर 12 बजकर 56 मिनट तक रहेगा. यहां भक्तों को 43 मिनट का समय मिलेगा.

- तुलसी के गमले की मिट्टी से कर लें ये उपाय, होगा पैसा ही पैसा!

गुप्त नवरात्रि पूजा विधि | Magh Gupt Navratri Puja Vidhi

गुप्त नवरात्रि के दिन घट स्थापना और पूजा करने के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए. इसके बाद पूजा स्थल को अच्छे से साफ कर लेना चाहिए. फिर माता रानी की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए. कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त का खास ध्यान रखें. पूजा के समय देसी घी का दीपक जलाना चाहिए. गुड़हल के फूलों की माला मां को अर्पित करनी चाहिए. मां को सिदूर अर्पित करना चाहिए. पंचामृत, नारियल चुनरी, फल मिठाई आदि का भोग लगाना चाहिए. आरती करके मां की पूजा का समापन करना चाहिए. गुफ्त नवरात्रि में तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए.

गुप्त नवरात्र का महत्व|Magh Gupt Navratri Significance

धार्मिक मान्यता के अनुसार, गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की 10 महाविद्या प्रकट हुईं थी. माघ गुप्त नवरात्रि के दौरान देवी शक्ति के 32 अलग-अलग नामों का जाप, दुर्गा सप्तशती , देवी महात्म्य और श्रीमद्-देवी भागवत जैसे धार्मिक ग्रंथों का पाठ करने से सभी परेशानियां दूर होती है और जीवन में सुख शांति आती है. मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि में गई साधना जन्मकुंडली के समस्त दोषों को दूर करने वाली और धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष देने वाली होती है.

-कब और कहां लगेगा अगला महाकुंभ? जान लें महत्व और इतिहास

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *