अयोध्‍या में आज तिल रखने भर की जगह नहीं, रामलला के दर्शन को उमड़ा भक्‍तों का रेला….

वाराणसी। Huge Crowd of Devotees gathered in Ayodhya: महाकुम्भ-2025 शुरू होने के साथ रामनगरी भी श्रद्धालुओं की भीड़ का एक नया इतिहास लिख रही है। आज वहां भक्‍तों का ऐसा रेला उमड़ा है कि तिल भर रखने को जगह नहीं है। प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्‍या पहुंच रहे हैं। इससे नगर में आम जनजीवन से जुड़ी व्यवस्थाएं बेपटरी हो गई हैं। पिछले दो दिन से प्रतिदिन चार लाख से अधिक रामभक्त केवल राममंदिर में दर्शन करने को पहुंच रहे थे। आज एक बार फिर भक्‍तों की भारी भीड़ उमड़ी है। हालात यह हो गए हैं कि व्यवसाइयों का […]
अयोध्‍या में आज तिल रखने भर की जगह नहीं, रामलला के दर्शन को उमड़ा भक्‍तों का रेला….अयोध्‍या में आज तिल रखने भर की जगह नहीं, रामलला के दर्शन को उमड़ा भक्‍तों का रेला….

वाराणसी। Huge Crowd of Devotees gathered in Ayodhya: महाकुम्भ-2025 शुरू होने के साथ रामनगरी भी श्रद्धालुओं की भीड़ का एक नया इतिहास लिख रही है। आज वहां भक्‍तों का ऐसा रेला उमड़ा है कि तिल भर रखने को जगह नहीं है। प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्‍या पहुंच रहे हैं। इससे नगर में आम जनजीवन से जुड़ी व्यवस्थाएं बेपटरी हो गई हैं। पिछले दो दिन से प्रतिदिन चार लाख से अधिक रामभक्त केवल राममंदिर में दर्शन करने को पहुंच रहे थे। आज एक बार फिर भक्‍तों की भारी भीड़ उमड़ी है। हालात यह हो गए हैं कि व्यवसाइयों का सामान नगर में न पंहुच पाने के कारण उनका स्टाक भी धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ भीड़ अधिक होने से निकास मार्ग के गेट नंबर 11 से श्री राम अस्पताल और रेलवे स्टेशन मार्ग पर सैकड़ों की संख्या में छोटे व्यापारियों का मार्ग के डिवाइडर और फुटपाथ पर कब्जा हो गया है।

भीड़ अधिक होने के कारण दिन प्रतिदिन सुरक्षा व्यवस्थाओं को सख्त किया जा रहा है। रविवार को रामपथ के कई जगहों पर नई बंदिशें शुरू कर दी गई हैं। यात्रियों को भी कई किलोमीटर अतिरिक्त चलाया जा रहा है। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं थक कर पस्त हो रहे हैं। आवागमन के नाम पर उन्हें लूटा जा रहा है। ई-रिक्शा और बाइक चालक कुछ मीटर तक ले जाने की एवज में मोटी रकम ले रहे हैं।

राम मंदिर के शेडॺूल में दोबारा अघोषित परिवर्तन किया गया

प्रयागराज के महाकुंभ के साथ-साथ रविवार को अवकाश का दिन होने के चलते अयोध्‍या में बड़ी संख्‍या में श्रद्धालु उमड़े थे। सोमवार को भी यह भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। इसके कारण पुलिस प्रशासन की ओर से विशेष प्रतिबंधों के साथ पैदल दर्शनार्थियों के रूट डायवर्जन का दायरा बढ़ा दिया गया है। राम मंदिर के शेड्यूल में दोबारा अघोषित परिवर्तन हो गया है। पुलिस प्रशासन के निर्देश पर रविवार को सुबह 6 बजे के बजाय सुबह 5 बजे रामलला की श्रृंगार आरती की गयी। श्रृंगार आरती के समय में बदलाव का निर्देश देर रात दिया गया था जिसके अनुसार सुबह तैयारी की लेकिन रविवार को दूरदर्शन पर सजीव प्रसारण संभव नहीं हो पाया बल्कि रिकार्डिंग के बाद 19.41 मिनट का वीडियो प्रसारित किया गया।

इसके पहले दर्शनार्थियों की भारी भीड़ के कारण रामलला का दर्शन शनिवार को मध्यरात्रि तक चलता रहा जबकि शयन आरती रात दस बजे ही हो गयी लेकिन लाइन में आए सभी श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के लिए मंदिर को खुला रखा गया। उधर सुबह श्रृंगार आरती के साथ शुरू दर्शन का क्रम रविवार को भी देर रात तक चलता रहा। इस बीच राजभोग आरती के समय पुन: 15 मिनट के बजाय महज पांच मिनट के लिए ही पर्दा लगाया गया। इसी तरह से उत्थापन व संध्या आरती व शयन आरती के समय भी पांच-पांच मिनट के लिए पर्दा लगाया गया। उधर भारी भीड़ के कारण वीआईपी आरती पास नहीं जारी किया गया लेकिन सुगम व विशिष्ट दर्शन के पास के आधार पर दर्शन में कोई अवरोध नहीं रहा।

श्रीरामजन्म भूमि परिसर के पुलिस अधीक्षक सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने बताया कि भीड़ काफी होने के कारण अनवरत दर्शन का क्रम तब तक जारी रखा गया। उन्होंने बताया कि शयन के निर्धारित समय के बाद ही प्रवेश को रोक दिया गया था। इसके बाद जितने श्रद्धालु कतार में थे, उन सभी को दर्शन कराया गया। उन्होंने बताया कि भीड़ के कारण यहां भोर से ही लंबी लाइन लग जा रही। इसके चलते श्रृंगार आरती के समय में बदलाव किया गया।

भीड़ संभालने को रूट डायवर्जन का दायरा बढ़ाया गया
भारी भीड़ के कारण श्रद्धालु तो हैरान हो ही रहे हैं उनके साथ अयोध्या वासी और पुलिसवाले भी हैरान हैं। पुलिस अफसरों को भीड़ को संभालने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। उधर श्रद्धालु करीब पांच किलोमीटर से अधिक लंबी दूरी तय करने के बाद भी थकने की बजाए रामलला का दर्शन पाने के लिए आतुर हैं।

भीड़ के कारण कोई अप्रिय स्थिति न पैदा होने पाए, इसलिए पुलिस प्रशासन ने पैदल श्रद्धालुओं के रुट डायवर्जन का दायरा बढ़ा दिया है। रविवार को हाल यह रहा कि बाईपास से पैदल आ रहे श्रद्धालुओं को फटिक शिला आश्रम की ओर मोड़ दिया जा रहा है। यहां से चौधरी चरण सिंह और संत तुलसीदास घाट होकर श्रद्धालु लता चौक पहुंच रहे हैं और फिर उन्हें दर्शन के लिए दाहिने तरफ की लाइन जो कि लता चौक से ही शुरू होती है, में भेज दिया जा रहा है। इसी तरह से टेढ़ी बाजार से पैदल दुराही कुंआ की ओर भेजे जा रहे श्रद्धालुओं को श्वेताम्बर जैन मंदिर के आगे बैरीकेडिंग लगाकर राजघाट की ओर मोड़ दिया जा रहा है। यहां से श्रद्धालु मांझी नगर होते हुए ऋणमोचन घाट और फिर आधे अशर्फी भवन व आधे गोला बाजार की ओर भेज दिए जा रहे हैं। अशर्फी भवन चौराहे से राम पथ की ओर जाने वाली भीड़ को दोबारा मत्त गजेन्द्र से मधुसुदन विद्या मंदिर इंटर कालेज होते हुए नया घाट भेज दिया जा रहा है। इस बीच में श्रद्धालु दूसरी गलियों में भटक कर इधर-उधर हो रहे हैं।

इसके अतिरिक्त पुलिस प्रशासन ने टेढ़ी बाजार से अशर्फी भवन की ओर आने वाले रास्ते को भी पूरी तरह से बंद कर दिया है। अशर्फी भवन से टेढ़ी बाजार की ओर आने वाले श्रद्धालुओं व स्थानीय नागरिकों को भी कटरा पुलिस चौकी से मीरापुर बुलंदी होते हुए परिक्रमा पथ पर भेजा जा रहा है। इस डायवर्जन के कारण सर्वाधिक परेशानी स्थानीय नागरिकों को हो रही है। पुलिस अफसरों का कहना है कि भीड़ की लगातार मानीटरिंग की जा रही है और भीड़ का दबाव कम होने पर बैरियर को हटाकर यातायात को सामान्य बनाने की कोशिश हो रही है।

बुजुर्गों ने कहा इतने दिन लगातार पहले नहीं देखी कभी भीड़
नगर के बुजुर्गों के मुताबिक लगातार इतने दिनों तक भीड़ का आवागमन उन्होंने अपने पूरे जीवन में नहीं देखा है। वर्ष के प्रमुख चार मेलों में भीड़ होती थी लेकिन लगातार नहीं प्रमुख दिनों में लाखों श्रद्धालु स्नान कर लौट जाते थे। किसी भी मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ रात में आती थी और देखते- देखते दोपहर तक पूरा नगर खाली होने लगता था लेकिन अब भीड़ के जाने और आने का सिलसिला लगातार जारी है।