HU News : New Jaipur Metro: जयपुर। Rajasthan की राजधानी जयपुर में लोग जाम की समस्या से जल्द ही निजात पाएंगें. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मेट्रो को शहर की लाइफलाइन के रूप में विकसित करने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। वहीं हालिया बजट में राज्य सरकार ने मेट्रो विस्तार को प्राथमिकता दी है। फेज-2 का कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद है, वहीं फेज-3 के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने की घोषणा की गई है।
जयपुर मेट्रो अधिकारियों के अनुसार, शहर में 100 किलोमीटर तक मेट्रो नेटवर्क विकसित करने की योजना पर काम चल रहा है। वर्तमान में मेट्रो 12.03 किलोमीटर तक सीमित है, लेकिन आगामी परियोजनाएं धरातल पर उतरने के बाद शहर की परिवहन व्यवस्था में बड़ा बदलाव आएगा। इससे न केवल सड़क पर यातायात का दबाव कम होगा, बल्कि पुराने और नए शहर के बीच की दूरी भी घटेगी।
मेट्रो विस्तार से घटेगा सड़क जाम
राजधानी की वर्तमान परिवहन व्यवस्था पर दबाव लगातार बढ़ रहा है। मेट्रो फिलहाल मानसरोवर से बड़ी चौपड़ (12.03 किमी) तक सीमित है, जिससे बड़ी आबादी इस सुविधा से वंचित है। सरकार की योजना आने वाले वर्षों में मेट्रो का विस्तार कर जयपुर को एक संगठित और सुव्यवस्थित ट्रांसपोर्ट सिस्टम देने की है।
यहां मिलेगी राहत
-फेज-1 सी और डी के पूरा होने से अजमेर रोड का दिल्ली हाईवे और आगरा हाईवे से जुड़ाव हो जाएगा।
-फेज-2 के आने से टोंक रोड पर यातायात दबाव कम होगा, कलक्ट्रेट सर्कल पर भी ट्रैफिक जाम की समस्या दूर होगी।
-फेज-3 आने से जगतपुरा, पृथ्वीराज नगर-उत्तर, झोटवाड़ा और वैशाली नगर में रहने वाले लाखों लोगों को राहत मिलेगी।
मेट्रो का मौजूदा नेटवर्क
-फेज-1ए (मानसरोवर से चांदपोल) 9.63 किमी
-फेज-1बी (चांदपोल से बड़ी चौपड़) 2.4 किमी
निर्माणाधीन रूट
फेज-1सी (बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर) 2.85 किमी
इसका भविष्य तय नहीं
-फेज-1डी (मानसरोवर से 200 फीट चौराहा) 1.35 किमी
(इस रूट का काम फिलहाल बंद है। सरकार के स्तर पर निर्णय बाकी है कि काम कब शुरू किया जाएगा।)
भविष्य की योजनाएं
-फेज-2: सीतापुरा से अंबाबाड़ी, विद्याधर नगर होते हुए टोड़ी मोड़ तक (करीब 40 किमी.)
(इस रूट को आगे सीतापुरा से चाकसू और टोड़ी मोड़ से चौमूं तक बढ़ाने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।)
-फेज-3: जगतपुरा से वैशाली नगर (करीब 25.30 किमी.)
बड़ी आबादी को होगा फायदा
जगतपुरा के लिए महल रोड, खोह नागोरियान, खातीपुरा रेलवे स्टेशन जैसे विकल्पों पर विचार हो रहा है। वहीं, वैशाली नगर के लिए सी-जोन बायपास (200 फीट बायपास) पर संभावनाएं तलाशी जा रही हैं, जिससे पृथ्वीराज नगर-उत्तर और झोटवाड़ा की बड़ी आबादी को लाभ मिल सकेगा।
-वैभग गालरिया, सीएमडी, जयपुर मेट्रो