Himachali Khabar – भारतीय रिजर्व बैंक यानी (RBI) भारत की मौद्रिक नीतियों का संचालन करता है, जिसमें नोट और कॉइन्स की छपाई से लेकर जारी करने तक सभी काम शामिल है। बता दें कि देश में कितने नए नोट छापे जाएंगे और किन नोटों को चलन से बाहर किया जाएगा यह फैसला अकेला आरबीआई नहीं करता है।
आरबीआई (RBI) और केंद्र सरकार मिलकर यह फैसला लेते हैं। ऐसे होता है नोट छापने से पहले ऐसे ली जाती है मंजूरी। नोट छापने के लिए मंजूरी लेने का प्रोसेस दो स्टेज में पूरा किया जाता है। पहले स्टेज में रिजर्व बैंक केंद्र सरकार को नोट छापने के लिए एक अर्जी भेजती है। इसके बाद सरकार की तरफ से आरबीआई के ही वरिष्ठ अर्थशास्त्रियों के एक बोर्ड से इस बारे में विचार विमर्श किया जाता है। इसके बाद रिजर्व बैंक को नोट छापने की मंजूरी दे दी जाती है।
जब भी किसी नोट को सर्कुलेशन से बाहर करना होता है आरबीआई (RBI Update) फैसला करता है। इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से एक खबर वायरल हो रही है कि आरबीआई 5 रुपये के सिक्के को बंद (5 rupee coin discontinued) कर दिया है। चलिए नीचे
खबर में जानते हैं इसके पीछे की पूरी सच्चाई –
मौजूदा समय में देश में 1 रुपये से लेकर 20 रुपये तक के सिक्के चलन में है। मार्केट में दो तरह के 5 रुपये के सिक्के (5 rupee coins) आते हैं। एक पीतल (ब्रास) से बना होता है, जबकि दूसरा मोटे धातु का सिक्का है। क्या आपने कभी नोटिस किया है कि इन दिनों मार्केट में 5 रुपये के मोटे धातु से बने सिक्कों का चलन काफी कम हो गया है या यूं कह लीजिए कि बिल्कुल भी नजरें ही नहीं आते हैं। दरअसल, इसके पीछे का कारण यह है कि सरकार और RBI ने 5 रुपये के मोटे धातु वाले सिक्कों (5 rupee coins News) का प्रोडक्शन बंद कर दिया है।
क्यों बंद किया गया 5 रुपये का सिक्का?
बता दें कि मोटे धातु वाले 5 रुपये के सिक्के (5 rupee coins) के बंद होने के पीछे का कारण इसे बनाने में आने वाला खर्चा है। इन सिक्कों में उपयोग होने वाली धातु को गलाकर रेजर ब्लेड जैसे प्रोडक्ट बनाए जा सकते थे। पिछले दिनों एक ऐसा ही मामला सामने भी आया था, जिसमें मोटे धातु वाले पांच रुपये के सिक्कों को गलाकर रेजर ब्लेड (razor blade) बनाया जा रहा था
दरअसल, एक 5 रुपये के सिक्के से 4 से 5 ब्लेड बनाकर 10 रुपये में बेचे जा रहे थे। यानी सिक्के की धातु का मूल्य उसके वास्तविक मूल्य से ज्यादा था। इसके अलावा इन मोटे सिक्कों का बांग्लादेश में अवैध रूप से तस्करी का भी एक बड़ा कारण था। यह तस्करी भारत में इन सिक्कों (coin smuggling) के प्रचलन को काफी कम कर रही थी।
आरबीआई ने जारी किए नए 5 के सिक्के –
इन समस्याओं से निपटने के लिए सरकार और आरबीआई (RBI) ने एक अहम कदम उठाया है। RBI ने मोटे धातु वाले 5 रुपये के सिक्के का डिजाइन (5 rupee coin design) और मेटल में बदलाव किया है। नए सिक्के पतले बनाए गए और उनमें सस्ती धातुओं को मिलाया गया। ताकि इन सिक्कों को गलाकर ब्लेड न बनाए जा सकें। आरबीआई और सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम का मकस्द सिक्के की तस्करी को रोकना था। फिलहाल, बाजार में नए और सिर्फ ब्रास के 5 रुपये के सिक्के (5 rupee new coins) ही चलन में है।