उत्तर प्रदेश के इस जिले में सात साल बाद सर्किल रेट में 15-25% की वृद्धि की गई है। नए सर्किल रेट लागू होने से स्टांप ड्यूटी बढ़ेगी और जमीन की कीमतों में इजाफा होगा। औद्योगिक, कृषि और आवासीय भूमि के लिए अलग-अलग दरें तय की गई हैं। जिलाधिकारी द्वारा 17 आपत्तियों का निस्तारण कर नए सर्किल रेट लागू कर दिए गए हैं।

उत्तर प्रदेश के इस जिले में सात वर्षों के लंबे अंतराल के बाद सर्किल रेट में बढ़ोतरी की जा रही है। प्रस्तावित नए सर्किल रेटों पर आईं 17 आपत्तियों का निस्तारण कर दिया गया है, जिसके बाद नए दरें लागू होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। जानकारी के अनुसार, शहर और आस-पास के क्षेत्रों में सर्किल रेट में 15 से 25 प्रतिशत तक की वृद्धि की जाएगी। इस फैसले से जमीन की खरीद-फरोख्त की दरें बढ़ेंगी और साथ ही स्टांप ड्यूटी में भी वृद्धि होगी।
नए सर्किल रेट लागू होने की प्रक्रिया
शुक्रवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में समिति ने प्रस्तावित सर्किल रेटों पर आई आपत्तियों का निस्तारण कर दिया। इसके बाद पांचों तहसीलों में नए सर्किल रेट लागू किए जाएंगे, जिनमें चांदबेहटा, महोलिया शिवपार, धियर महोलिया, नघेटा, हरदोई देहात, नानकगंज, राम नगर, नया गांव मुबारकपुर, अनंग बेहटा समेत अन्य क्षेत्रों की भूमि को शामिल किया गया है।
स्टांप विभाग के लक्ष्य पर प्रभाव
सात वर्षों से जिले में सर्किल रेट नहीं बढ़ने से पुरानी दरों पर ही ज़मीन की खरीद-फरोख्त हो रही थी, जिससे स्टांप विभाग का लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पा रहा था। इसी को ध्यान में रखते हुए शासन ने सर्किल रेट बढ़ाने का निर्णय लिया। 22 जनवरी को जारी किए गए नए सर्किल रेट में शहर और आसपास की ग्राम सभाओं सहित सभी क्षेत्रों की दरों में संशोधन किया गया है।
भूमि के प्रकार के आधार पर सर्किल रेट निर्धारण
सर्किल रेट का निर्धारण भूमि की चौहद्दी के आधार पर किया गया है। कृषि भूमि यदि सड़क किनारे है तो उसका सर्किल रेट अलग रहेगा, वहीं आवासीय भूमि के लिए पास की सड़क की चौड़ाई के अनुसार रेट तय किए गए हैं।
- यदि किसी भूमि के पास एक से अधिक मार्ग हैं, तो सर्किल रेट 20 प्रतिशत अधिक होगा।
- पार्क के पास स्थित भूमि का मूल्यांकन 10 प्रतिशत अधिक होगा।
- अगर भूमि के पास पार्क और सड़क दोनों हैं, तो सर्किल रेट में 30 प्रतिशत वृद्धि होगी।
- तीन मंजिला इमारत होने पर प्रत्येक तल का अलग-अलग मूल्यांकन किया जाएगा।
- राजमार्ग, प्रांतीय सड़क, जनपदीय सड़क के लिए अलग-अलग दरें निर्धारित की गई हैं।
नए सर्किल रेट से प्रभावित क्षेत्र
शहर के अर्द्ध नगरीय क्षेत्रों जैसे ग्राम आशा, अस्योली, ककवाही, कोर्रिया, कासरावां, खेतुई, तत्योरा, तास खेड़ा, नया गांव हबीबपुर, फर्दापुर, बहलोली, सघई बेहटा, रारा, राजेपुर, लालपुर, शाहाबुद्दीनपुर, मुरलीगंज सहित कई क्षेत्रों में नई दरें लागू की जाएंगी। सदर तहसील के अलावा संडीला, शाहाबाद, बिलग्राम और सवायजपुर के लिए भी सर्किल रेट संशोधित किए गए हैं।
औद्योगिक और व्यावसायिक भूमि पर असर
- औद्योगिक क्षेत्र की भूमि का मूल्यांकन 25 प्रतिशत बढ़ी हुई दरों से किया जाएगा।
- आबादी के बाहर की भूमि की दरें दूरी के आधार पर तय की जाएंगी।
- आबादी के दोनों ओर की भूमि का मूल्यांकन 40 प्रतिशत वृद्धि के साथ किया जाएगा।
- सड़क किनारे की भूमि का आकलन 25 प्रतिशत की वृद्धि के साथ किया जाएगा।
- शाहाबाद क्षेत्र में भी दरों में बदलाव किया गया है।
नए सर्किल रेट पर आपत्तियों का निस्तारण
22 जनवरी को जारी सर्किल रेट की सूची पर 17 आपत्तियां दर्ज की गई थीं, जिन्हें जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने निस्तारित कर दिया है। अब जिले के सभी क्षेत्रों में नए सर्किल रेट प्रभावी होंगे, जिससे भूमि की खरीद-फरोख्त में नई दिशा मिलेगी।