चाचा को दरवाजे पर देख दौड़ी भतीजी, टूटे-फूटे घर में ले गई अंदर, फिर जो हुआ पुलिस भी सहम गई!

Kanpur News : कानपुर के घाटमपुर के जवाहरनगर में बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है. सूरत में एक फैक्टरी में काम करने वाला अंकित गांव लौटा था. वह अपने घर के दरवाजे पर खड़ा था. इसी बीच पड़ोस में रहने वाली भतीज…और पढ़ें

चाचा को दरवाजे पर देख दौड़ी भतीजी, टूटे-फूटे घर में ले गई अंदर, फिर जो हुआ पुलिस भी सहम गई!

कानपुर. कानपुर में सजेती क्षेत्र के डुहरू गांव के खंडहरनुमा घर में दिन पहले एक कपल के शव मिलेने से सनसनी फैल गई थी. शव की शिनाख्त घाटमपुर निवासी सोनी और अंकित के रूप में हुई. दोनों के बीच चाचा-भतीजी का रिश्ता था. प्रेमी युगल के परिजनों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाकर खूब हंगामा किया. युवती की शादी 15 फरवरी को होनी थी लेकिन वह शादी के दिन ही घर छोड़कर भाग गई थी. 5 दिन बाद युवती का शव प्रेमी के साथ मिला. युवती का अपने रिश्ते में चाचा लगने वाले अंकित से अफेयर चल रहा था. दोनों शादी करना चाहते थे. एक ही गांव के होने के चलते युवती के परिजन इस रिश्ते के खिलाफ थे.

घाटमपुर के जवाहरनगर में रहने वाले पुत्तन उर्फ उत्तम संखवार ने बताया कि उसकी बेटी सोनी उम्र 21 साल की शादी 15 फरवरी को होनी थी लेकिन वह 14 फरवरी को दोपहर साढ़े 12 बजे घर से ब्यूटी पार्लर जाने के लिए निकल गई. फिर लौटकर नहीं आई. सोनी के परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए अंकित और उनके परिवार के लोगों पर उसे अगवा करने का आरोप लाया. पुलिस ने अंकित के पिता और परिवार के अन्य लोगों को हिरासत में लिया. पूछताछ की लेकिन सोनी का कहीं पता नहीं चला. इसी बीच सोनी के परिजनों ने लड़के वालों को जानकारी दी और शादी कैसिंल कराई. इधर, अंकित भी गायब मिला.

पुलिस को यह समझने में जरा भी देर नहीं लगी कि अंकित और सोनी एक साथ घर से भागे हैं. बुधवार शाम घाटमपुर से कई किलोमीटर दूर सजेती के एक टूटे मकान में दोनों के शव मिले. पुलिस ने दोनों शवों का पंचनामा करवाया और बॉडी पोस्टमार्टम को भेज दी.

सूरत में काम करता था अंकित, 10 फरवरी को आया था घर मृतक अंकित की बहन सरोजनी ने बताया कि उसका भाई सूरत में एक फैक्टरी में नौकरी करता था. दोनों परिवारों को प्रेम-प्रसंग की जानकारी थी. अंकित सोनी की शादी के पहले 10 फरवरी को अचानक घर आया. मां फूलमती को उसका अचानक घर आना खटक गया था. सूरत से घर पहुंचते ही वह बाहर जाने की जिद करने लगा तो मां ने उसे कसम देकर रोका था. मां ने उसे सोनी के घर न जाने की भी हिदायत दी थी.

अंकित के परिजनों ने लगाए आरोप अंकित के परिजनों ने सोनी के परिजनों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका बेटा अंकित गांव नहीं आना चाहता था. सूरत में नौकरी कररा था. सोनी की मां ने ही अंकित को वहां से बुलवाया था. वह बेटी की शादी कराना चाहती थी, लेकिन परिवार के लोग राजी नहीं थे. सोनी की मां ने शादी से पहले पांच हजार रुपये अंकित के खाते में भेजकर उसे गांव बुलाया था.

इधर, डीसीपी महेश कुमार का कहना है दोनों के बीच चाचा-भतीजी का रिश्ता था. दोनों शादी से एक दिन पहले घर से भागे थे. हर पहलू से मामले की जांच जारी है. घर वालों ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है.