UP Railways : यूपी में है देश का सबसे लंबा रेलवे प्लेटफॉर्म, दूर-दूर तक नहीं मिलता लोगों को छोर

UP Railways : यूपी में है देश का सबसे लंबा रेलवे प्लेटफॉर्म, दूर-दूर तक नहीं मिलता लोगों को छोर

Himachali Khabar : (Longest Railway Platform )भारतीय रेलवे को विश्व के दूसरे सबसे बड़े नेटवर्क में गिना जाता है, जो अपने अंदर इतनी खूबियों को समेटे हुए है, जिसे सुन आपका भी सीना गर्व में चौड़ा हो जाएगा। जैसा कि आप जानते हैं, भारतीय रेलवे ने अपने नाम कई खिताब हासिल किए हुए हैं, उन्हीं में से एक है दुनिया का सबसे लंबा रेलवे प्लेटफॉर्म, जो यूपी के गोरखपुर जंक्शन पर स्थित है।

इस प्लेटफॉर्म की लंबाई 1366.4 मीटर यानि करीबन डेढ़ किमी है। ये प्लेटफॉर्म इतना लंबा है कि दूसरे छोर तक जाते-जाते आपके पैरों में दर्द थो जाएगा, लेकिन प्लेटफॉर्म खत्म होने का नाम नहीं लेगा। चलिए इस स्टेशन के बारे में थोड़ा और जानते हैं।

दुनिया का सबसे लंबा प्लेटफॉर्म (World Longest Railway Platform)यूपी के गोरखपुर जंक्शन पर स्थित है। ये जंक्शन नार्थ-ईस्टर्न रेलवे के अंदर आता है। इस प्लेटफॉर्म के पुनर्निर्माण का काम अक्टूबर 2013 में पूरा किया गया था, जिसके बाद इसका नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया जा चुका है। इस रेलवे के जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर 2 की लंबाई 366.4 मीटर है। बता दें, दुनिया में इससे ज्यादा लंबाई वाला प्लेटफॉर्म आपको कहीं और नहीं मिलेगा। 

​जंक्शन ने तोड़ दिया खड़गपुर का भी रिकॉर्ड -​

इससे पहले सबसे लंबे प्लेटफॉर्म का रिकॉर्ड भारत के नाम पर था। ये प्लेटफॉर्म पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में स्थित था, जिसकी लंबाई 1072.5 मीटर थी। हालांकि पुनर्निर्माण के बाद गोरखपुर जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर-1 और 2 की लंबाई इससे ज्यादा हो चुकी है। इसके बाद से इसे दुनिया के सबसे लंबे प्लेटफॉर्म के रूप में जाना जाता है। 

​रोजाना गुजरती हैं 170 ट्रेनें -​

एक रिपोर्ट के अनुसार गोरखपुर जंक्शन के इस प्लेटफॉर्म की लंबाई इतनी है कि यहां 26 डिब्बों वाली 2 ट्रेनों को एक साथ खड़ा कर सकते हैं। इस जंक्शन पर रोज बड़ी संख्या में ट्रेनों की आवाजाही भी रहती है। करीबन 170 ट्रेनें रोज इस जंक्शन से गुजरती हैं। बता दें, स्थानीय लोगों को खुद यकीन नहीं हुआ था कि जिस रेलवे प्लेटफॉर्म से वो रोज आना जाना करते हैं, वो दुनिया के सबसे लंबे प्लेटफॉर्म के रूप में जाना जाता है।

​गोरखपुर रेलवे स्टेशन -​(Gorakhpur Railway Station)

यही नहीं ऐसा कहा जाता है कि इस रेलवे स्टेशन का निर्माण 136 साल पहले हुआ था, और उस समय यहां यात्रियों के लिए एक वेटिंग रूम हुआ करता था। वहीं अंग्रेजों के लिए यहां अलग से वीआईपी रूम थे, जिसमें किसी और को जाने की अनुमति नहीं हुआ करती थी। उस समय स्टेशन की इमारत एक मंजिला हुआ करती थी और केवल 6 कमरे ही हुआ करते थे।

 

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