लखनऊ। यूपी बजट सत्र के दौरान सीएम योगी के कठमुल्ला और उर्दू वाले बयान पर बवाल जारी है। विपक्ष सीएम को उनके बयान को लेकर घेर रही है। इसी बीच मेरठ से सपा विधायक हाजी रफीक अंसारी ने सीएम योगी के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। सदन में बोलते हुए सपा MLA हाजी रफीक अंसारी ने कहा कि मुसलमान ने ना रोज़ी मांगा है और ना रोटी मांगा है। वो बस इज़्ज़त से दो वक़्त की रोटी कमा कर अपने बच्चों का पेट भरना चाहता है।
मुसलमानों को लाठी मिल रहा
फिर भी मुसलमानों लाठी मिली है। उन्हें पुलिस की गोली मिली है। घर गिराने के लिए बुलडोज़र मिला है।मुसलमान सब्र करके बैठा है और उसका ये सब्र आपको खाक में मिला देगा। आप हमारे मुल्लाओं को कठमुल्ला कहते हैं। ये भूल गए हैं कि कराची तक अंग्रजों ने इन्हीं उलमाओं को फांसी पर लटका दिया। आज मुसलमान को ये गद्दार कहते हैं। ये हिन्दू-मुसलमान को लड़ाना चाहते हैं। ये भाईचारा खत्म करना चाहते हैं। मुसलमान आज खौफ में जी रहे हैं। मां डरती रहती है कि कही बेटा बाहर ही न रह जाए।
मेरठ शहर से सपा MLA हाजी रफीक अंसारी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को “उर्दू और कठमुल्ला” पर विधानसभा में जवाब दिया।
— هارون خان (@iamharunkhan)
क्या बोले थे योगी
बता दें कि सीएम योगी सदन में सपा पर आरोप लगाया था कि वो अन्य भाषाओं की तुलना में उर्दू को तरजीह देते हैं।सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की विभिन्न बोलियों भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी को इस सदन में सम्मान मिल रहा है और हमारी सरकार इन सभी के लिए अलग-अलग अकादमियां बनाने की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ा रही है। अगर कोई हिंदी में धाराप्रवाह नहीं बोल सकता है, तो उसे भोजपुरी, अवधी, ब्रज या बुंदेलखंडी में भी अपनी बात रखने का अधिकार मिलना चाहिए। यह क्या बात हुई कि कोई भोजपुरी या अवधी न बोले और उर्दू की वकालत करे? यह बहुत विचित्र बात है।
कठमुल्लापन यहां नहीं चलेगा
सीएम योगी ने आगे कहा कि सपाइयों का चरित्र इतना दोहरा हो गया है कि वे अपने बच्चों को अंग्रेजी पब्लिक स्कूल में भेजेंगे और दूसरों के बच्चों को गांव में उर्दू पढ़ने की सलाह देंगे। उनके बच्चें को मौलवी बनाना चाहते हैं क्या? सपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को अंग्रेजी स्कूल में भेजोगे और बाकियों को उर्दू पढ़ाकर मौलवी बनाना है इनको। ये देश को कठमुल्लापन से चलाना चाहते हैं, जो कि नहीं चलने वाला है। बता दें कि नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा था कि फ्लोर लैंग्वेज में अंग्रेजी के बदले उर्दू कर दिया जाए जिस पर सीएम योगी भड़क गये और साफ कह दिया कि कठमुल्लापन नहीं चलेगा।