नई दिल्ली : हम सब बेसब्री से इंतजार कर रहे है की भारत जल्द ही बड़ी अर्थव्यवस्था बने। यह बात भारत में जर्मनी के राजदूत फिलिप एकरमैन ने शुक्रवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में NXT कॉन्क्लेव 2025 में बोलते हुए कहा। भारत की जनसंख्या 140 करोड़ है इससे यह साबित होता हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ी रही है।
लक्ष स्वाभाविक रूप से पूरा होगा
भारत 2030 तक दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी इस पर एकरमैन ने कहा कि यह लक्ष स्वाभाविक रूप से पूरा होगा। मुझे इस बात से कोई आश्चर्य नहीं होगा अगर भारत जर्मनी से आगे निकल जाए। एक बढ़ती और मजबूत अर्थव्यवस्था का सही अर्थ यह है कि यह साझेदारी और भागीदारी के साथ-साथ चलती है।
राजदूत ने आगे कहा कि जर्मन व्यवसाय भारत के साथ काम करने में रुचि दिखा रहे हैं, उन्होंने कहा कि जितना अधिक भारतीय उद्योग बढ़ेगा, उतना ही भारतीय निजी क्षेत्र वैश्विक बनेगा और द्विपक्षीय व्यापार संबंधों के लिए यह उतना ही बेहतर होगा। एकरमैन ने यह भी कहा कि हाल ही में संपन्न जर्मन चुनाव में एक रूढ़िवादी निकाय की जीत के साथ, यूरोपीय राष्ट्र “गठबंधन निर्माण के पहले चरण में है”।
संबंधों में बदलाव नहीं
जर्मनी में आने वाली सरकार से भारत-जर्मनी के संबंधों में कोई बदलाव नहीं होगा। NXT कॉन्क्लेव में राजदूत फिलिप एकरमैन ने कहा कि चांसलर-चुनाव फ्रेडरिक मैट्ज भारत के साथ ” बहुत ही समर्पित, मैत्रीपूर्ण संबंध को जारी रखेंगे ” .
#NXTConclave2025 | Dr. Philipp Ackermann, German Ambassador to India, predicts that India will surpass Germany to become the world’s third-largest economy by 2030. He highlights India’s rapid growth, strong industrial base, and expanding global influence. Is India on track to…
— NewsX World (@NewsX) February 28, 2025
एकरमैन ने पहले भी इस बात पर जोर दिया कि जर्मनी की विदेश नीति यूरोपीय एकता, भारत जैसे प्रमुख भागीदारों के साथ जुड़ाव को प्राथमिकता देगी। जर्मन दूत ने कहा, “मुझे लगता है, यह कहना आसान है कि जर्मनी में विदेश नीति सर्वसम्मति से चलती है। इसलिए, विदेश नीति की निरंतरता उल्लेखनीय है, चाहे वह रूढ़िवादी पार्टी हो या वामपंथी-मध्यमार्गी पार्टियां जो सरकार चलाती हैं। इसलिए आपको याद होगा, पिछली रूढ़िवादी चांसलर एंजेला मर्केल थीं। उनके प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) और भारत सरकार के साथ बहुत अच्छे संबंध थे। मैं नई सरकार से भी यही उम्मीद करता हूँ।”
यह भी पढ़ें :-