नई दिल्ली: कर्नाटक के ‘कन्नड़ ओक्कुटा’ (कई कन्नड़ संगठनों का एक समूह) ने शुक्रवार को महाराष्ट्र की सीमा से लगे बेलगाम में एक सरकारी बस कंडक्टर पर हाल ही में हुए हमले की निंदा की, क्योंकि उसने एक यात्री से मराठी भाषा में बात नहीं की थी और इस घटना के खिलाफ 22 मार्च को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया।
22 मार्च को कर्नाटक बंद
कन्नड़ कार्यकर्ता और ‘कन्नड़ ओक्कुटा’ नेता वट्टल नागराज ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और विभिन्न संगठनों से बंद का समर्थन करने का आग्रह किया। वट्टल नागराज ने कहा, “22 मार्च को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक पूरे कर्नाटक में बंद रहेगा। कौन बंद का समर्थन करेगा या नहीं, यह हम बाद में देखेंगे। यह बंद कर्नाटक, कन्नड़ और उसके लोगों के लिए है। यह कन्नड़ और कर्नाटक के गौरव के लिए है।”
ओक्कुटा बैठक के बाद यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए नागराज ने सभी संगठनों और नेताओं से बंद में शामिल होने का आह्वान किया। उन्होंने मुख्यमंत्री और सरकार से भी बंद का समर्थन करने की अपील की। इसके अलावा नागराज ने परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी से 22 मार्च को सभी सरकारी बस सेवाएं स्थगित करने का अनुरोध किया। उन्होंने होटल मालिक संघ और फिल्म उद्योग से भी एक दिवसीय बंद का समर्थन करने का आह्वान किया।
3 मार्च को राजभवन घेराव
नागराज के अनुसार, कई मॉल पहले ही बंद को समर्थन दे चुके हैं। उन्होंने सरकारी कर्मचारियों और मजदूर संघों, किसानों, ट्रक मालिकों, टैक्सी, निजी स्कूल संघों से भी समर्थन देने की अपील की है। इस बंद के तहत ‘कन्नड़ ओक्कुटा’ ने 3 मार्च को सुबह 11.30 बजे से राजभवन का घेराव करने की योजना बनाई है, जिसमें वे ‘बेलगाम को बचाने’ के लिए कार्रवाई की मांग करेंगे। वहीं, 7 मार्च को बेलगाम में ‘बेलगाम चलो’ नाम से जुलूस निकाला जाएगा।
15 मार्च को बंद का आह्वान
नागराज ने कहा कि ‘कन्नड़ ओक्कुटा’ कावेरी नदी पर मेकेदातु परियोजना के क्रियान्वयन की मांग करेगा तथा 11 मार्च को तमिलनाडु की सीमा से लगे अट्टीबेले में बंद का आह्वान भी करेगा। उन्होंने कहा कि 14 मार्च को मांड्या, मैसूर, रामनगर में उपायुक्त कार्यालयों के सामने प्रदर्शन किया जाएगा। नागराज ने कहा कि 16 मार्च को होसकोटे के पास ओल्ड मद्रास रोड पर यातायात रोककर प्रदर्शन किया जाएगा तथा 18 मार्च को सभी कन्नड़ समर्थक संगठन बेंगलुरू में बैठक करेंगे।
मराठी में जवाब नहीं दिया
21 फरवरी को कर्नाटक राज्य परिवहन निगम की बस के कंडक्टर पर महाराष्ट्र की सीमा से लगे बेलगावी जिला मुख्यालय शहर के बाहरी इलाके में कुछ यात्रियों ने इसलिए हमला कर दिया क्योंकि उसने एक यात्री को मराठी में जवाब नहीं दिया था। घटना उस समय हुई जब बस बेलगावी शहर से बालेकुंडरी जा रही थी। उक्त घटना के बाद बेलगावी को लेकर कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद बढ़ गया, जिसके बाद दोनों राज्यों के बीच बस सेवाएं भी निलंबित कर दी गईं।
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