Uttar Pradesh : प्रयागराज से मीरजापुर की यात्रा आने वाले दिनों में और आसान होगी। अब प्रयागराज-मीरजापुर राजमार्ग का बाकी हिस्सा भी फोरलेन होगा। 600 करोड़ रुपये इसके लिए खर्च किए जाएंगे। बजट में भी प्रस्तुत किया गया है। पहले 10 किलोमीटर तक सड़क फोरलेन की जाएगी।
यह कार्य लोक निर्माण विभाग का एनएच खंड (प्रयागराज और मीरजापुर सेक्शन) करेगा। पहले चरण का निर्माण शुरू करने के लिए डीपीआर बनाया गया है और मंत्रालय को भेजा गया है। प्रयागराज-मीरजापुर रोड का काम अगले वर्ष शुरू होगा। निर्माण शुरू होने पर छह महीने के भीतर निर्दिष्ट दूरी का काम पूरा करना होगा।
लगभग 50 प्रतिशत मार्ग पहले से ही फोरलेन
प्रयागराज से मीरजापुर तक हाईवे की कुल दूरी लगभग 86 किमी है जिसमें लगभग 50 प्रतिशत मार्ग पहले से ही फोरलेन है। प्रयागराज सेक्शन के अंतर्गत नैनी में लेप्रेशी मिशन चौराहा से मांडा तक 50 किमी है जिसमें भी लगभग 50 प्रतिशत मार्ग पहले से ही फोरलेन है। अब जहां दो लेन है वहां भी फोरलेन किया जाएगा।
पचदेवरा से मेजा रोड तक करछना में एक फोरलेन बनाया जाएगा। इसके आगे प्रमुख बाजारों में फोरलेन है। मीरजापुर सेक्शन में मांडा से मीरजापुर तक है। साथ ही इसके 50 प्रतिशत हाईवे पहले से फोरलेन है। केंद्रीय जेल नैनी से रामपुर तक फोरलेन की मरम्मत की जाएगी। फुटपाथ और डिवाइड को बेहतर किया जाएगा। इसके निर्माण से वाराणसी चित्रकूट और मध्य प्रदेश की यात्रा आसानी से होगी।
एनएच खंड के अधिशासी अभियंता रवींद्रपाल शर्मा ने कहा कि शासन से जल्द ही बजट मिलेगा। निर्माणाधीश वर अभियंता संदीप मौर्य ने कहा कि प्रयागराज-मीरजापुर हाईवे को निर्धारित समय के भीतर चौड़ीकरण किया जाएगा। हरियाली को बढ़ावा देने के लिए रंगीन और छायादार पौधे लगाए जाएंगे।
प्रतिदिन 30 से 35 हजार वाहनों का होता है आवागमन
रोजाना प्रयागराज से मीरजापुर राजमार्ग पर 30 से 35 हजार छोटे-बड़े वाहन चलते हैं। इस सड़क पर अक्सर जाम की समस्या होती है क्योंकि सड़क की चौड़ाई कम है। चौड़ीकरण का प्रस्ताव पिछले कई वर्षों से है लेकिन पिछले महीने डीपीआर भेजा गया। चौड़ीकरण इस रूट के लोगों को जाम से छुटकारा देगा।